बर्खास्त पुलिस कर्मी जेल से प्रोडकशन वारंट पर गिरफ्तार
बर्खास्त कांस्टेबल अर्शदीप सिंह को पुलिस ने फताहपुर जेल से प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर लिया है।

जासं, अमृतसर: अफीम तस्करों को पैसे लेकर छोड़ने के मामले में बर्खास्त चल रहे कांस्टेबल अर्शदीप सिंह को इस्लामाबाद थाने की पुलिस ने फताहपुर जेल से प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर लिया है। सोमवार की शाम आरोपित को कोर्ट में पेश किया गया। न्यायाधीश ने अर्शदीप सिंह को दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा है। एसीपी मनिदर सिंह ने बताया कि आरोपित से पूछताछ की जा रही है। उन्होंने बताया कि याकूब अली और मस्कीन ने जांच के दौरान कई राज उगले हैं, जिन पर काम किया जा रहा है।
प्राथमिक जांच में सामने आया है कि आरोपित कांस्टेबल ने पहली बार तीन मोबाइल मंगवाकर कैदियों को दस - दस हजार रुपये में सप्लाई किया था। जो जेल प्रबंधन के सुरक्षा कर्मी आरोपितों से चार महीने पहले बरामद कर चुके हैं। अब पता लगाया जा रहा है कि आरोपित कितनी बार और कितने मोबाइल मंगलवा चुका है। फिर उन्हें किस श्रेणी के अपराधियों को बेच चुका है। आशंका जताई जा रही है कि अर्शदीप सिंह के बेचे गए मोबाइल नशा तस्करी और रंगदारी के मामलों में इस्तेमाल हो रहे हैं।
दरअसल, कुछ दिन पहले सीआइए स्टाफ ने फताहपुर जेल में छापामारी कर याकूब और मस्कीन को जेल के बाहर गिरफ्तार किया था। दोनों आरोपित जेल में बंद पंजाब पुलिस के बर्खास्त कांस्टेबल अर्शदीप सिंह को छह मोबाइल देने पहुंचे थे। यह मोबाइल अर्शदीप सिंह ने जेल में बंद कैदियों को महंगे दाम पर बेचने थे। इसके साथ ही आरोपितों से साठ ग्राम अफीम और 65 बीड़ी के बंडल भी बरामद किए गए थे।
अर्शदीप के कारिदे फिरोजपुर जेल में भी पहुंचा चुके हैं मोबाइल
पूछताछ में सामने आया है कि बर्खास्त कांस्टेबल अर्शदीप के कुछ कारिदे फिरोजपुर जेल और गोइंदवाल जेल में बंद कुछ कैदियों को भी मोबाइल पहुंचा रहे हैं। वे आगे महंगे दाम पर खतरनाक कैदियों और अपराधियों को बेचे जा रहे हैं।
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