तरनतारन जिले को मिली पहली महिला एसएसपी, 2015 बैच की IPS रवजोत ग्रेवाल संभालेंगी कमान
पंजाब सरकार ने तरनतारन के एसएसपी दीपक पारिक का तबादला कर दिया है और रवजोत कौर ग्रेवाल को नया एसएसपी नियुक्त किया है। रवजोत कौर जो पहली महिला एसएसपी हैं पहले विजिलेंस ब्यूरो में थीं। उन्होंने कहा कि वह तरनतारन में कानून व्यवस्था बनाए रखने और नशे के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और उनके कार्यालय के दरवाजे जनता के लिए खुले रहेंगे।

धर्मबीर सिंह मल्हार, तरनतारन। पंजाब सरकार ने गुरुवार को आदेश जारी करके तरनतारन जिले के एसएसपी दीपक पारिक का तबादला कर दिया है। अब वह मोहाली में बतौर एसएसओसी के एआईजी के तौर पर सेवाएं देंगे। 2015 बैच की आईपीएस अधिकारी रवजोत कौर ग्रेवाल को तरनतारन जिले के एसएसपी के तौर पर तैनात किया गया है।
वह यहां प्रथम महिला एसएसपी होंगी। पंजाब के शाही शहर पटियाला से संबंधित रवजोत कौर ग्रेवाल डैंटल सर्जन थीं। जिन्होंने आईपीएस की परीक्षा में 47वां रैंक प्राप्त किया था। उनके पति नवनीत सिंह बैंस भी आईपीएस तैनात हैं। मतलब कि पत्नी-पत्नी दोनों पंजाब केडर में आईपीएस के तौर पर सेवाएं दे रहे हैं। इससे पहले रवजोत कौर ग्रेवाल ज्वाइंट डायरेक्टर इन्वेस्टीगेशन व विजीलेंस ब्यूरो में सेवाएं दे रही थीं।
वह श्री फतेहगढ़ साहिब जिले में भी बतौर एसएसपी तैनात रह चुकी हैं। छोटे साहिबजादों के शहीदी समारोह तौर वह श्रद्धा-भावना से बिना किसी सुरक्षा नंगे पांव पैदल ही गुरुद्वारा साहिब तक पहुंचकर नतमस्तक होती रही हैं। तेज-तरार आईपीएस अधिकारियों की कतार में उनका नाम आता है। एसएसपी ग्रेवाल समाज सेवी के तौर पर भी जानी जाती हैं। अप्रैल 2024 में उनकी चार वर्षीय बेटी का देहांत हो गया था।
यह सदमा उनके परिवार के लिए कभी भुलने वाला नहीं। पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया के खिलाफ विजीलेंस की कार्रवाई से लेकर विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा द्वारा 36 बमों बाबत दिए गए बयान के बाद उनके खिलाफ हुई कानूनी कार्रवाई से लेकर पूछताछ परिकरण में रवजोत कौर ग्रेवाल ने अहम भूमिका निभाई थी। पंजाब सरकार के करीबी आईपीएस अधिकारियों में उनका नाम जाना जाता है।
एसएसपी ग्रेवाल ने कहा कि गुरु नगरी तरनतारन की सेवा का जो अवसर मिला है, उसे बाखूब निभाया जाएगा। जिले में कानून व्यवस्था बेहतर बनाने से लेकर नशे के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान को कामयाब बनाने में कसर नहीं छोड़ी जाएगी। आमजन के लिए उनके कार्यालय के दरवाजे खुले मिलेंगे। खाकी का खौफ केवल अपराधियों के लिए होगा। गैर-समाजिक तत्वों पर काबू पाने के लिए पब्लिक के सहयोग की उम्मीद करेंगी।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।