पराली जलाने से रोकने हेतु प्रशासनिक अधिकारियों का जागरूकता अभियान
डीसी टी. बेनिथ के नेतृत्व में, जिले भर में प्रशासनिक अधिकारी धान की पराली को आग न लगाने के संदेश का प्रचार कर रहे हैं। वे किसानों से मिलकर उन्हें पराली प्रबंधन के लिए उपलब्ध मशीनरी और उपकरणों की जानकारी दे रहे हैं, साथ ही पराली प्रबंधन के लाभों के बारे में भी बता रहे हैं।

जागरण संवाददाता, बरनाला। डीसी टी. बेनिथ के नेतृत्व में जिले भर में धान की पराली को आग न लगाने का संदेश गांव–गांव तक पहुंचाया जा रहा है। विभिन्न विभागों के अधिकारी और कर्मचारी गांव स्तर पर किसानों से संपर्क कर रहे हैं और उन्हें पराली प्रबंधन से जुड़ी मशीनरी, उपकरणों और उनकी उपलब्धता के बारे में जानकारी दे रहे हैं।
जिला बरनाला में पराली प्रबंधन के लिए 13 क्लस्टर, 26 असिस्टेंट क्लस्टर अधिकारी और 261 नोडल अधिकारी तैनात किए गए हैं। इन अधिकारियों ने गांव ठीकरीवाल, महल कलां, वजीदके कलां, फरवाही, खुड्डी कलां, जोधपुर, कालेके और अन्य क्षेत्रों में जाकर किसानों को जागरूक किया।
किसानों को “उन्नत किसान मोबाइल ऐप” के उपयोग की भी ट्रेनिंग दी गई। यह ऐप किसानों को घर बैठे सीआरएम मशीनें बुक करने की सुविधा देता है। यह एक वन-स्टॉप प्लेटफॉर्म है जो किसानों तक आधुनिक फसल अवशेष प्रबंधन मशीनों की पहुंच आसान बनाता है। प्रत्येक मशीन को खेती योग्य क्षेत्र के अनुसार जियो-टैग किया गया है। इसमें 5,000 से अधिक ग्राम स्तर के फसिलिटेटर और क्लस्टर अधिकारी शामिल हैं।
पराली प्रबंधन से जुड़े अधिकारियों ने किसानों को यह भी बताया कि पराली का सही ढंग से निपटारा करने वाले किसानों के लिए जिला प्रशासन बरनाला की ओर से 7 लाख रुपये के लकी ड्रा की योजना शुरू की गई है, जिसके तहत हर सप्ताह 25 किसानों को 1 लाख रुपये के पुरस्कार दिए जाएंगे।
इसके लिए किसान व्हाट्सएप नंबर 7973975463 पर रजिस्ट्रेशन लिंक प्राप्त कर सकते हैं। मशीनरी की आवश्यकता संबंधी जानकारी के लिए कंट्रोल रूम नंबर 01679-233031 पर भी संपर्क किया जा सकता है। अधिकारियों ने किसानों से अपील की कि शाम 6 बजे से सुबह 10 बजे तक धान की कटाई कंबाइन से न करें और बिना सुपर एसएमएस के कंबाइन का प्रयोग न करें। मशीनरी का सही उपयोग करें और पराली को आग लगाने से बचें।

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