चंडीगढ़ निगम में चीफ इंजीनियर का पद बना राजनीतिक मुद्दा, सत्ता-विपक्ष लड़ रहे, सदन में भी गरमाएगा माहौल
चंडीगढ़ नगर निगम में चीफ इंजीनियर के पद से संजय अरोड़ा को हटाने पर राजनीतिक घमासान मचा है। कांग्रेस और आप इसका विरोध कर रहे हैं, जबकि भाजपा इसे प्रशासनिक फैसला बता रही है। विपक्ष भाजपा पर आरोप लगा रहा है और सदन में इस मुद्दे को उठाने की तैयारी में है। प्रशासन ने नियमित नियुक्ति के लिए आवेदन मांगे हैं।

नगर निगम में चीफ इंजीनियर के पद से संजय अरोड़ा को हटाने के मामले में कांग्रेस और आप सदन में भाजपा को घेरने की तैयारी कर चुके हैं।
बलवान करिवाल, चंडीगढ़। नगर निगम में चीफ इंजीनियर के पद से संजय अरोड़ा को हटाकर सबसे वरिष्ठ एसई कृष्ण पाल सिंह को अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है। ऐसे में यह पद अब राजनीतिक मुद्दा बन चुका है। कांग्रेस और आप संजय अरोड़ा के हटाए जाने का विरोध कर रहे हैं और भाजपा इसे प्रशासनिक कार्यवाही बता रही है। ऐसे में नगर निगम सदन की बैठक में भी यह बहुत बड़ा मुद्दा बनने वाला है। कांग्रेस और आप इस मुद्दे पर संजय अरोड़ा के पक्ष में भाजपा को सदन में घेरने की तैयारी कर चुके हैं।
विपक्षी दल निगम में सत्तारूढ़ भाजपा और मेयर हरप्रीत कौर बबला पर कई तरह के आरोप लगा रहे हैं। भाजपा दोनों दलों को जवाब दे रही है। विपक्ष संजय अरोड़ा को साफ छवि का अधिकारी बता रहे हैं तो भाजपा कांग्रेस-आप पर बेवजह प्रोजेक्ट लटकाने के आरोप लगा रही है। कांग्रेस और आप नए चीफ इंजीनियर की नियुक्ति पर भी सवाल उठा रहे हैं। अब देखना यह होगा कि निगम को नियमित चीफ इंजीनियर कब तक मिलता है। प्रशासन की तरफ से अभी इस पद के लिए आवेदन मांगे जाने हैं। उसके बाद नियुक्ति होगी।
चीफ इंजीनियर के लिए प्रशासन मांगेगा आवेदन
नगर निगम चीफ इंजीनियर के पद पर नियमित नियुक्ति के लिए प्रशासन ने प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके लिए चंडीगढ़ के साथ, पंजाब, हरियाणा, केंद्रीय विभागों, दिल्ली से आवेदन आमंत्रित किए जाएंगे। तीन वर्ष डेपुटेशन पर नियुक्ति के लिए यह आवेदन मांगे जाएंगे। हालांकि प्रशासन पहले की तरह एक-एक वर्ष एक्सटेंशन के साथ यह नियुक्ति करेगा। इसकी आवेदन प्रक्रिया अगले सप्ताह से शुरू हो जाएगी। इसके बाद जो आवेदन आएंगे उनकी तकनीकी योग्यता और साक्षात्कार के बाद यह नियुक्ति होगी।
इससे पहले पंजाब और हरियाणा के अधिकारी इस पद पर डेपुटेशन पर आते रहे हैं। संजय अरोड़ा यूटी इंजीनियिंग विभाग के अधिकारी हैं। उससे पहले एनपी शर्मा पंजाब और शैलेंद्र सिंह हरियाणा से चंडीगढ़ आए थे। अब भी ऐसा माना जा रहा है कि दोनों राज्यों के साथ यूटी चंडीगढ़ से भी कोई इस पद के लिए आवेदन कर सकता है। आवेदन सुपरींटेंडिंग इंजीनियर स्तर के अधिकारी इस पद के लिए कर सकेंगे
संजय अरोड़ा को हटाने के बाद अतिरिक्त कार्यभार
संजय अरोड़ा को चीफ इंजीनियर के पद से हटाया जा चुका है। उन्हें एक वर्ष के बाद आगे एक्सटेंशन प्रशासक गुलाब चंद कटारिया ने इस पद के लिए नहीं दी। वह वापस यूटी इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट में सुपरिंटेंटिंग इंजीनियर के पद पर ज्वाइन कर चुके हैं। उनकी जगह नगर निगम के सबसे वरिष्ठ एसई कृष्ण पाल सिंह को यह चीफ इंजीनियर का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है। हालांकि यह कार्यभार उनके पास नियमित नियुक्ति तक ही है।

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