कार्यक्रमों में अनुशासनहीनता पर कांग्रेस गंभीर, आरोपियों पर होगी कार्रवाई; अनुशासन कमेटी करेगी विवादों की सुनवाई
कांग्रेस पार्टी सार्वजनिक कार्यक्रमों में अनुशासनहीनता को लेकर सख्त है। प्रदेश अध्यक्ष राव नरेंद्र सिंह द्वारा जारी फोटो प्रोटोकॉल का उल्लंघन हिसार में देखा गया। पलवल में बीके हरिप्रसाद ने नेताओं को अनुशासन का पाठ पढ़ाया। हिसार में मंच संचालन को लेकर विवाद हुआ, जिसकी शिकायत आलाकमान तक पहुंची है।
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कार्यक्रमों में अनुशासनहीनता पर कांग्रेस गंभीर। फाइल फोटो
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा में सार्वजनिक मंचों और कार्यक्रमों में अनुशासनहीनता रोकने के लिए गंभीर हुई कांग्रेस अब सख्त फैसले लेने की तैयारी में है। आरोपितों पर कड़ी कार्रवाई की जा सकती है, ताकि पार्टी में मनमर्जी चला रहे नेताओं को संदेश दिया जा सके कि अनुशासनहीनता किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं की जाएगी।
अनुशासनात्मक कार्रवाई कमेटी विवादों की तह में जाने के लिए 22 नवंबर को अंबाला से जोन-वार बैठकों की शुरुआत करने जा रही है।
अंबाला स्थित पार्टी कार्यालय में होने वाली इस बैठक में पंचकूला, यमुनानगर, अंबाला, कुरुक्षेत्र और कैथल के तमाम प्रमुख नेता, विधायक और दोनों जिलाध्यक्ष (ग्रामीण व शहरी) शामिल होंगे। चंडीगढ़ में हुई अनुशासनात्मक कार्रवाई कमेटी की प्रारंभिक मीटिंग में हरियाणा को पांच जोन में बांटा गया था। उसी क्रम में अंबाला जोन की बैठक को प्राथमिकता दी गई है।
इसी बैठक में दूसरे जोन की तारीखें तय होंगी। यह बैठक कांग्रेस के भीतर बढ़ते गुटीय तनाव, नेताओं की अदावत, प्रोटोकॉल उल्लंघन और सार्वजनिक विवादों पर निर्णायक कदम उठाने के लिहाज से अत्यंत अहम मानी जा रही है। कमेटी इस बार रुख सख्त रखने के मूड में है। ऐसे में चाहे मामला छोटा हो या बड़ा, कार्रवाई तय मानी जा रही है।
28 अक्टूबर को गठित अनुशासन कमेटी के चेयरमैन धर्मपाल सिंह मलिक पहले ही साफ कर चुके हैं कि कमेटी पुराने मामलों पर नोटिस नहीं लेगी, क्योंकि वे गठन से पहले की हैं। हालांकि चर्चा पुरानी शिकायतों पर भी होगी जैसे चंद्रमोहन बिश्नोई और फरीदाबाद से जुड़ी दो-तीन पुरानी शिकायतें हैं। परंतु कमेटी सूत्रों के मुताबिक इन पर कार्रवाई की संभावना बहुत कम मानी जा रही है।
हिसार में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष राव नरेंद्र सिंह और सांसद दीपेंद्र हुड्डा की मौजूदगी में हुए मंच विवाद पर कमेटी को अब तक सीधी शिकायत नहीं मिली है। मीडिया में घटना के हाईलाइट होने के कारण कमेटी इस पर भी संज्ञान ले सकती है।
कमेटी के सदस्य सचिव रोहित जैन का कहना है कि हर घटना को बारीकी से देखा जाएगा और आवश्यक होने पर नोटिस भी जारी किया जाएगा। 18 नवंबर को हिसार में वोट चोर-गद्दी छोड़ अभियान के दौरान बैनरों पर सांसद कुमारी सैलजा की फोटो न होने से मामला गंभीर हो गया है। जिन तीन विधायकों के बैनरों में सैलजा की तस्वीर नहीं लगी, उनमें जस्सी पेटवाड़ (नारनौंद), नरेश सेलवाल (उकलाना) और चंद्रप्रकाश (आदमपुर) शामिल हैं। ये तीनों विधायक हुड्डा खेमे से जुड़े माने जाते हैं।
फोटो प्रोटोकाल की उड़ी धज्जियां
कांग्रेस के कार्यक्रमों में बैनर, होर्डिंग्स व पोस्टर आदि को लेकर प्रदेशाध्यक्ष राव नरेंद्र सिंह की ओर से पहले ही फोटो प्रोटाेकाल जारी किया जा चुका है।
इसके तहत मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, केसी वेणुगोपाल, हरियाणा मामलों के प्रभारी बीके हरिप्रसाद, प्रदेशाध्यक्ष राव नरेंद्र सिंह, पूर्व सीएम व नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा, पूर्व केंद्रीय मंत्री व सिरसा सांसद कुमारी सैलजा, राष्ट्रीय महासचिव व सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला व रोहतक सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा के अलावा स्थानीय सांसदों व विधायकों के फोटो भी अनिवार्य किए गए हैं। हिसार में यह फोटो प्रोटोकाल भी ध्वस्त होता नजर आया था।
इसके बाद पलवल में ‘वोट चोर गद्दी छोड़’ अभियान में शामिल प्रदेश प्रभारी बीके हरिप्रसाद ने कांग्रेस नेताओं व कार्यकर्ताओं को अनुशासन में रहने का संदेश देने की कोशिश की। बहरहाल अब कमेटी पर निर्भर करेगा कि वह हिसार की घटना पर संज्ञान लेती है या फिर इसके लिए अधिकारिक तौर पर शिकायत आने का इंतजार करेगी।
हिसार में मंच संचालन पर हुआ था विवाद
हिसार के कांग्रेस भवन में हुए प्रदर्शन के दौरान मंच संचालन को लेकर शहरी जिलाध्यक्ष बजरंग दास गर्ग और ग्रामीण जिलाध्यक्ष बृजलाल बहबलपुरिया में मंच संचालन को लेकर विवाद हुआ था। बजरंग गर्ग मंच का संचालन करना चाहते थे, लेकिन बृजलाल ने यह कहते हुए रोक दिया कि उन्होंने इसके लिए पहले से ही परमिशन ली हुई है।
स्थिति बिगड़ते देख एससी सेल के शहरी अध्यक्ष सोनू लंकेश ने दोनों के बीच विवाद की आवाज माइक बंद कर दबा दी। हांसी से पूर्व प्रत्याशी राहुल मक्कड़ ने मौके पर पहुंचकर मामला शांत कराया।
सूत्रों का कहना है कि सोनू लंकेश ने प्रदेश प्रभारी बीके हरिप्रसाद, प्रदेशाध्यक्ष राव नरेंद्र और सांसद दीपेंद्र हुड्डा को लिखित शिकायत भेजी है। शिकायत में दावा किया गया है कि ग्रामीण जिलाध्यक्ष बृजलाल बहबलपुरिया ने उनका माइक छीन लिया और कार्यक्रम बिगाड़ने की कोशिश की।

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