हैप्पी पासियां ने वीडियो काॅल से हमलावरों को दी थी ट्रेनिंग, चंडीगढ़ में फेंका था हैंड ग्रेनेड
चंडीगढ़ के सेक्टर-10 में 11 सितंबर 2024 को हुए हैंड ग्रेनेड हमले की साजिश अमेरिका में बैठे गैंगस्टर हैप्पी पासियां ने रची थी। उसने हमलावरों को इंस्टाग्राम पर वीडियो कॉल के जरिए ट्रेनिंग दी थी। हमले का मकसद पंजाब के पूर्व पुलिस अधिकारियों को मारना था लेकिन वे बाल-बाल बच गए। हैप्पी पासियां अमेरिकी पुलिस की गिरफ्त में है और उसे भारत वापस लाने की प्रक्रिया चल रही है।

रवि अटवाल, चंडीगढ़। 11 सितंबर 2024 को चंडीगढ़ के सेक्टर-10 में एक कोठी पर हैंड ग्रेनेड हमला हुआ था। पहली बार चंडीगढ़ में ऐसा बम धमाका हुआ, जिससे पूरा शहर दहल गया था। इस हमले की साजिश अमेरिका बैठे गैंग्सटर हैप्पी पासियां ने रची थी। उसने हमला करने वाले युवकों को अमेरिका से ही इंस्टाग्राम पर वीडियो काॅल के जरिये ट्रेनिंग दी थी। इस समय पासियां अमेरिका पुलिस के कब्जे में है और भारत ने उसे वापस लाने के लिए प्रत्यर्पण प्रक्रिया शुरू कर दी है।
पंजाब के पूर्व पुलिस अधिकारियों को मारने के इरादे से दो लड़के ऑटो में आए थे और बम फेंक कर फरार हो गए थे। हालांकि हमले में किसी की जान का नुकसान नहीं हुआ था। इस हमले के संबंध में भारत सरकार ने अमेरिका की जांच एजेंसियों को एक रिपोर्ट भेजी है, जिसमें बताया गया है कि हैप्पी पासियां ही चंडीगढ़ में हुए हमले के लिए जिम्मेदार था।
हैप्पी इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म इंस्टाग्राम के जरिये हमलावरों से वीडियो काॅल में बात करता था और इस हमले की पूरी प्लानिंग बताता था। उसने इन्हें सिर्फ ट्रेनिंग ही नहीं, बल्कि उन्हें अपने गुर्गों के जरिए फंडिंग और हथियार मुहैया भी करवाए थे। इसी साल अप्रैल में अमेरिका की एजेंसी फेडरेल ब्यूरो आफ इन्वेस्टिगेशन (एफबीआई) ने हैप्पी पासिंया को गिरफ्तार किया था। इसके बाद से भारत सरकार उसे वापस लाने के लिए प्रयास कर रही है।
पाकिस्तानी आतंकी रिंदा के लिए काम करता है पासियां
पासियां पिछले काफी समय से भारत में देश विरोधी गतिविधियां चला रहा था। उसने पंजाब के कई पुलिस थानों व चौकियों पर हमले भी करवाए थे। वह पंजाब में आतंकी गतिविधियों के लिए रिक्रूटमेंट करवाता है। इसके लिए उसने पंजाब में अपने कई एजेंट रखे हैं जो उसके इशारे पर काम करते हैं। वह पाकिस्तान स्थित संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल से जुड़े आतंकी हरविंदर सिंह संधू उर्फ रिंदा के लिए काम करता है।
दोनों का नाम टारगेट किलिंग से भी जुड़ा है। रिदां ने भी भारत में कई आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दिया था जिसके बाद वह पाकिस्तान भाग गया था। वर्ष 2017 में रिंदा ने चंडीगढ़ के सेक्टर-38वेस्ट स्थित गुरुद्वारे के बाहर होशियारपुर के गांव खुर्दा के सरपंच सतनाम सिंह की दिनदिहाड़े गोलियां मारकर हत्या कर दी थी। इस केस में भी वह कभी पकड़ा नहीं गया।
एनआईए कर रही हमले की जांच
सेक्टर-10 में हुए बम धमाके की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) कर रही है। एनआइए इस मामले में चंडीगढ़ जिला अदालत में चार्जशीट दाखिल कर चुकी है। यह हमला पंजाब के रोहन और विशाल मसीह ने किया था। वह दोनों पकड़े जा चुके हैं। उनके बाद अभिजोत सिंह नाम के एक युवक को पकड़ा गया था। उसकी भी इस साजिश में भूमिका था।
इस केस में अमृतसर के दो युवकों और एक आटो चालक कुलदीप को भी पकड़ा गया था, लेकिन उनकी कोई भूमिका नहीं सामने आई थी, इसलिए उनका नाम केस से हटा दिया गया था। यह हमला नाकाम रहा था क्योंकि जिस पूर्व पुलिस अधिकारी को टारगेट किया था, वह दो साल पहले ही इस घर को छोड़ चुका था।
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