IPS पूरन कुमार सुसाइड केस में संगठनों का 48 घंटे का अल्टीमेटम मंगलवार को होगा खत्म, हलचल तेज, आंदोलन की आशंका से चंडीगढ़ पुलिस अलर्ट
आईपीएस पूरन कुमार आत्महत्या मामले में संगठनों के 48 घंटे के अल्टीमेटम की अवधि मंगलवार को समाप्त हो रही है। आंदोलन की आशंका को देखते हुए चंडीगढ़ पुलिस अलर्ट पर है। पुलिस शहर में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर रही है और मामले की जांच में तेजी लाने का प्रयास कर रही है ताकि स्थिति को नियंत्रण में रखा जा सके। संगठनों ने मांगें पूरी न होने पर विरोध प्रदर्शन की चेतावनी दी है।

सातवें दिन भी आईपीएस पूरन कुमार के शव का नहीं हाे सका पोस्टमार्टमञ
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। हरियाणा के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार की आत्महत्या मामले में न्याय की मांग को लेकर गठित न्याय मोर्चे का 48 घंटे का अल्टीमेटम मंगलवार शाम समाप्त हो रहा है। रविवार को चंडीगढ़ के सेक्टर-20 स्थित गुरु रविदास मंदिर में हुई महापंचायत में यह निर्णय लिया गया था कि यदि 48 घंटे के भीतर चंडीगढ़ पुलिस और हरियाणा सरकार कोई ठोस कार्रवाई नहीं करती तो बड़े पैमाने पर आंदोलन छेड़ा जाएगा। वहीं, सातवें दिन भी आईपीएस के शव का पोस्टमार्टम नहीं हो सका।
महापंचायत में समाज के कई वर्गों, सामाजिक संगठनों और राजनीतिक नेताओं ने हिस्सा लिया था। पंचायत के दौरान वक्ताओं ने कहा था कि अधिकारी की मौत केवल आत्महत्या नहीं, बल्कि लगातार हो रहे उत्पीड़न और भेदभाव का परिणाम है। पंचायत ने इस मामले में उच्चस्तरीय जांच, दोषियों के खिलाफ कार्रवाई और परिवार को न्याय दिलाने की मांग की थी।
अब मंगलवार शाम को तय समयसीमा पूरी होने से पहले ही चंडीगढ़ पुलिस ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। सूत्रों के अनुसार शहर में सुरक्षा बलों की तैनाती बढ़ा दी गई है। इसके अलावा संभावित प्रदर्शन स्थलों पर भी पुलिस ने निगरानी तेज कर दी है।पुलिस के बड़े अधिकारी स्थिति की लगातार समीक्षा कर रहे हैं और खुफिया विभाग को सतर्क कर दिया गया है ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके। पुलिस ने यह भी संकेत दिए हैं कि बिना अनुमति के किसी भी धरना-प्रदर्शन की इजाजत नहीं दी जाएगी।
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