ला पिनो पिज्जा के मालिक की जासूसी करवाता था आईआरएस अधिकारी, चार्जशीट में और भी कई खुलासे
चंडीगढ़ में सीबीआई ने आईआरएस अधिकारी अमित कुमार सिंघल और उसके साथी हर्ष कोटक को रिश्वत मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया। आरोप है कि उन्होंने ला पिनो पिज्जा के मालिक सनम कपूर को इनकम टैक्स नोटिस से डराकर 45 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी। सिंघल ने कपूर को ब्लैकमेल भी किया। कपूर ने सीबीआई में शिकायत दर्ज कराई जिसके बाद दोनों को गिरफ्तार किया गया।

रवि अटवाल, चंडीगढ़। तीन महीने पहले सीबीआई ने दिल्ली में तैनात इंडियन रेवेन्यू सर्विसेज (आईआरएस) अधिकारी अमित सिंघल और उसके साथी हर्ष कोटक को 45 लाख रुपये मांगने के आरोप में पकड़ा था। सूत्रों के अनुसार, सीबीआई की विशेष अदालत में दाखिल चार्जशीट में खुलासा हुआ कि दोनों आरोपितों ने देश की नामी फूड चेन ''ला पिनो पिज्जा'' के मालिक सनम कपूर को रिश्वत देने के लिए मजबूर कर दिया था।
कपूर को न सिर्फ इनकम टैक्स के नोटिस भेजकर डराया-धमकाया जा रहा था बल्कि उसकी जासूसी भी करवाई जा रही थी। यह सब सिंघल के इशारे पर हो रहा था और वह इसके लिए अपने जानकार आईआरएस अधिकारियों की भी मदद लेता था। चार्जशीट में और भी कई खुलासे हुए हैं।
सीबीआई के मुताबिक गिरफ्तारी के बाद सिंघल और कोटक के मोबाइल कब्जे में लिए गए थे। इनसे मिले डेटा से पता चला कि सिंघल शिकायतकर्ता कपूर के ट्रैवल की जानकारियां जुटाता था और फिर उसे कस्टम अधिकारियों को देता था ताकि उसे प्रताड़ित किया जा सके। नवंबर 2024 को सनम कपूर ने कनाडा जाना था। सिंघल ने अपने एक आईआरएस अधिकारी दोस्त को कहकर टोरंटो एयरपोर्ट पर एक झूठी जानकारी भिजवा दी कि सनम कपूर 50 हजार यूएस डालर कैश लेकर सफर कर रहा है।
ऐसे में टोरंटो एयरपोर्ट पर कस्टम अधिकारियों ने सनम कपूर को रोक लिया और काफी देर तक उससे पूछताछ की। हालांकि जब कुछ भी गैरकानूनी नहीं पाया गया तो कस्टम अधिकारियों ने कपूर को छोड़ दिया। सीबीआई के मुताबिक यह सब सिंघल ने कपूर को फंसाने और रिश्वत व रंगदारी के लिए मजबूर करने के लिए किया था।
पहले थे बिजनेस पार्टनर थे दोनों
तीन महीने पहले सीबीआइ को कोपनहेगन हास्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक और ला पिनोज पिज्जा फ्रैंचाइजी के मालिक सनम कपूर ने शिकायत दी थी। कपूर ने शिकायत में बताया था कि सिंघल ने उसके साथ मुंबई में एक फ्रैंचाइजी शुरू की। तब सिंघल मुंबई स्थित कस्टम डिपार्टमेंट में जाइंट कमिश्नर के पद पर था और उसने यह बिजनेस अपनी मां के नाम शुरू किया था।
कुछ समय बाद सिंघल ने बिजनेस समझौते का उल्लंघन करना शुरू कर दिया। ऐसे में कपूर ने उसके साथ समझौता तोड़ दिया। समझौते के मुताबिक उसने 2.43 करोड़ रुपये सिंघल को लौटा भी दिए थे। फिर भी सिंघल उससे एक करोड़ रुपये और वसूलना चाहता था। ऐसे में उसने अपने पद का दुरुपयोग शुरू कर दिया।
ब्लैकमेल कर मांगी रिश्वत
कपूर ने शिकायत में बताया था कि सिंघल ने उसे ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया था। कपूर को 18 फरवरी 2025 को आयकर विभाग का नोटिस आया जिसमें उसे भारी जुर्माना लगाने की चेतावनी दी गई। उसने हर्ष काेटक से बात की। कोटक ने कहा कि वह सीधा सिंघल से बात करे क्योंकि यह नोटिस सिंघल ने ही भिजवाया था। सिंघल ने फिर उसे नोटिस से बचाने के लिए 45 लाख रुपये रिश्वत मांगी। ऐसे में मजबूर होकर कपूर ने सीबीआई को शिकायत दे दी। सीबीआई ने फिर ट्रैप लगाकर सिंघल और कोटक को गिरफ्तार कर लिया।
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