मेरठ की चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी से ला की डिग्री दिला देंगे, दो महिलाओं ने की ठगी, चंडीगढ़ पुलिस ने लिया एक्शन
चंडीगढ़ पुलिस ने दो महिलाओं के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। आरोप है कि उन्होंने चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से ला की डिग्री दिलाने के नाम पर 40 हजार रुपये ठगे। शिकायतकर्ता के बेटे ने बालाजी कॉलेज ऑफ लॉ में दाखिला लिया था, जहां महिलाओं ने उसे परीक्षा पास कराने का आश्वासन दिया था। पैसे लेने के बाद भी, उन्होंने अपना वादा पूरा नहीं किया, जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई की।

चंडीगढ़ पुलिस ने जीरो एफआईआर दर्ज कर मामला सहारनपुर पुलिस को भेज दिया।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। मेरठ की चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी से ला की डिग्री दिलाने का झांसा देकर 40 हजार रुपये ठगने के आरोप में दो महिलाओं के खिलाफ चंडीगढ़ पुलिस ने एक्शन लिया है।
इस मामले में सेक्टर-47 निवासी एडवोकेट राज कुमार मलिक ने दो महिलाओं पर ला कालेज में दाखिला और परीक्षा पास कराने के नाम पर 40 हजार रुपये की ठगी का आरोप लगाया है।
मलिक ने शिकायत में सेक्टर-49 निवासी तरनजीत कौर और सहारनपुर स्थित बालाजी काॅलेज ऑफ ला से जुड़ी पूनम तोमर पंवार पर आरोप लगाए। जिसके आधार पर चंडीगढ़ पुलिस ने जीरो एफआईआर दर्ज कर मामला सहारनपुर पुलिस को भेज दिया है।
शिकायत के अनुसार, मलिक के बेटे हर्ष ने नवंबर 2020 में बालाजी काॅलेज ऑफ ला में एलएलबी (पांच साल) में दाखिल लिया। उन्होंने बताया कि तरनजीत ने उन्हें आश्वासन दिया था यह काॅलेज मेरठ की चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी से एफिलिएटेड है और
पूरे कोर्स की फीस एक लाख रुपये होगी, जिसमें प्रति सेमेस्टर 20 हजार रुपये देने होंगे।
इसी आधार पर शिकायतकर्ता ने 20 हजार रुपये तरनजीत को चंडीगढ़ में ही दिए। इसके बाद बेटे का रोल नंबर भी जारी कर दिया गया। जनवरी 2025 में सप्लीमेंट्री परीक्षाओं के संदर्भ में जब परिवार ने तरनजीत से संपर्क करना चाहा, तो उसका फोन बंद आने लगा।
दोबारा झांसे में लेकर ठगे 40 हजार रुपये
बाद में शिकायतकर्ता की मुलाकात पूनम तोमर से हुई, जिसने खुद को “बालाजी कॉलेज आफ ला” की हेड बताया और दावा किया कि तरनजीत कौर अब कालेज में नहीं है।
पूनम ने बताया कि यह काॅलेज अब अब मेरठ की यूनिवर्सिटी से मान्यता प्राप्त नहीं रहा, लेकिन उसने आश्वासन दिया कि उसके चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी, मेरठ के अधिकारियों से संपर्क हैं, और वह हर्ष मलिक की सप्लीमेंट्री परीक्षाएं क्लियर करवा देगी।
इसके लिए उसने यूनिवर्सिटी फीस और तत्काल काम करवाने के नाम पर 40,000 रुपये की मांग की। उस पर विश्वास करते हुए शिकायतकर्ता ने चार फरवरी 2025 को अपने बैंक खाते से 40,000 रुपये ट्रांसफर कर दिए और उसकी रसीद भी वाट्स एप पर भेज दी
बेटे को नहीं मिला एडमिट कार्ड
पूनम तोमर ने आश्वासन दिया कि आठ फरवरी तक उनके बेटे को एडमिट कार्ड मिल जाएगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। जब पैसे वापस मांगने की बात आई, तो उसने कुंभ स्नान पर जाने और कभी महाशिवरात्रि की व्यस्तता बताकर टालना शुरू कर दिया।
ऐसे में मलिक ने तरनजीत और पूनम के खिलाफ चंडीगढ़ पुलिस को शिकायत दी। पुलिस ने मामले की जांच और कानूनी सलाह लेने के बाद जीरो एफआइआर दर्ज कर ली।

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