'2.46 करोड़ रुपये मांगे... सरकारी गाड़ी घर के बाहर आई', बैंक में बिजनेसमैन की आत्महत्या से ठीक पहले क्या हुआ?
मोहाली में इमीग्रेशन कंपनी के मालिक राजदीप सिंह की आत्महत्या के मामले में नया मोड़ आया है। राजदीप ने मरने से पहले एक वीडियो में एआईजी गुरजोत सिंह कलेर और अन्य पर आरोप लगाए हैं। राजदीप ने सुसाइड नोट में भी कलेर और अन्य लोगों से परेशान होकर आत्महत्या करने की बात लिखी है। पुलिस ने कलेर समेत कई लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।

जागरण संवाददाता, मोहाली। मोहाली में एचडीएफसी बैंक के बाथरूम में खुद को गोली मारकर आत्महत्या करने वाले बिजनेसमैन राजदीप सिंह के सुसाइड केस में नया मोड़ सामने आया है। वह इमीग्रेशन कंपनी का संचालन करता था। 9 सितंबर को उसे एक सरकारी गाड़ी लेने आई थी जिसमें एक सरकारी मुलाजिम मौजूद था।
इस घटना से संबंधित वीडियो में राजदीप ने कई लोगों के नाम लिए हैं। इन लोगों में पंजाब पुलिस के एआईजी गुरजोत सिंह कलेर का नाम मुख्य रूप से सामने आया है। वहीं पिता ने पुलिस के पास अपना बयान दर्ज करवाते हुए बेटे का सुसाइड नोट पुलिस को दिया है।
गत दिनों सेक्टर-68 के एचडीएफसी बैंक के बाथरूम में खुद को गोली मार कर आत्महत्या करने वाले इमीग्रेशन कंपनी के मालिक राजदीप सिंह के सुसाइड केस में नया मोड़ सामने आया है।
बुधवार को राजदीप सिंह का खुद को गोली मारने से पहले का वीडियो सामने आया है। जिसमें वह अपनी मौत के लिए एआईजी पंजाब पुलिस गुरजोत सिंह कलेर तथा अन्य लोगों के नाम लेता हुआ दिखाई दे रहा है। वहीं मृतक के पिता परमजीत सिंह द्वारा पुलिस के पास अपने बयान दर्ज करवाते हुए राजदीप सिंह द्वारा लिखा हुआ दो पेज का सुसाइड नोट भी पेश किया है।
सुसाइड नोट में भी राजदीप ने गुरजोत सिंह कलेर तथा अन्य लोगों से परेशान होकर आत्महत्या करने की बात लिखी है। इसके आधार पर थाना फेज-8 पुलिस ने एआईजी गुरजोत सिंह कलेर, समीर अग्रवाल सीए, रिंकू कृष्णा, शाइना अरोड़ा तथा ऋिषी राणा व अन्य अज्ञातों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है।
दो पन्नों का सुसाइड नोट लिखा
राजदीप के पिता ने पुलिस को बताया कि राजदीप ने मरने से पहले अपनी पत्नी को मैसेज किया। उसमें लिखा था कि मिल्क वाली डायरी में एक चीज रखी है उसे चैक कर लेना आकर। उस समय राजदीप की पत्नी छवी अपने काम पर ऑफिस में थी। घर आने से पहले ही उसे राजदीप की आत्महत्या की खबर मिल गई और वो सीधा फेज-6 सिविल अस्पताल पहुंच गई। जब वह वहां से शाम को घर आई और उसने डायरी चेक की तो देखा कि उसमें दो पेज का सुसाइड नोट लिखा था। जिसमें राजदीप उसके साथ जो-जो हुआ वो सब लिखा हुआ था।
पिता ने AIG पर लगाए संगीन आरोप
मृतक राजदीप सिंह के पिता परमजीत सिंह ने पुलिस को बयान देते हुए कहा कि उनका बेटा राजदीप सिंह जो कि सेक्टर-80 जेएलपीएल में आउटलैंड इमीग्रेशन के नाम से इमीग्रेशन का काम करता था और साथ में प्रॉपर्टी का काम भी करता था। एआईजी पंजाब पुलिस गुरजोत कलेर ने बेटे राजदीप के इमीग्रेशन के बिजनेस में एक करोड़ 60 लाख रुपये इंवेस्ट किए थे।
जब यह इंवेस्टमेंट की थी तो उस समय राजदीप सिंह से खाली चैक तथा दस्तावेज पर साइन करवाए थे। उसके बाद फरवरी 2025 में कलेर ने राजदीप सिंह के साथ हिसाब करके अपना सारा पैसा एक करोड़ 60 रुपये वापस ले लिया था। लेकिन उसके बाद वह राजदीप पर और पैसे देने के लिए दबाव बना रहा था।
बेटे ने फोन कर कहा, 'बहुत परेशान हो चुका हूं, मन कर रहा है आत्महत्या कर लूं।' मृतक के पिता ने अपने बयानों में कहा कि 8 सितंबर रात करीब 8:50 पर राजदीप ने मुझे फोन करके गुरजोत कलेर तथा अन्य लोग जो उसे परेशान कर रहे थे उनके बारे में बताया और कहा कि वह उसे बहुत परेशान कर रहे हैं। उसने कहा कि मैं बहुत परेशान हो चुका हूं। मन कर रहा है कि सुसाइड कर लूं।
कलेर उसे बहुत जलील कर रहा है और धमकियां दे रहा है कि अगर उसने उसे करोड़ों रुपये न दिए तो वह उसपर और उसके पूरे परिवार पर झूठे केस दर्ज करवा देगा और पूरे परिवार की सारी जिदंगी बर्बाद कर देगा।
9 सितंबर को राजदीप को घर से उठा ले गए
राजदीप के पिता ने बताया कि 9 सितंबर दोपहर करीब साढे 12 बजे राजदीप के घर पर कलेर की सरकारी गाड़ी आई। जिसमें पुलिस मुलाजिम ऋिषी राणा तथा एक और व्यक्ति मौजूद था। वह दोनों राजदीप को पहले कलेर के घर ले गए और वहां पर उन्होंने राजदीप का जबरदस्ती एक वीडियो शूट किया और उसके काफी ज्यादा जलील किया।
साथ ही उसे कहा कि वह बैंक से लोन करवा कर उसे पैसे दे। उसके बाद वह उसे सेक्टर-68 के एचडीएफसी बैंक ले गए। जहां पर उसे लोन अप्रूव करवाने के लिए कहा। लेकिन वहां पर राजदीप बहाने से वॉशरूम चला गया और वहां पर जाकर उसने पहले वीडियो बना कर अपने दो दोस्तों को भेजी और अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर से खुद की कनपटी पर गोली मार ली।
करोड़ों रुपये फंसे हुए थे, इसलिए था परेशान
मृतक के पिता के अनुसार राजदीप ने अपने साथ काम करने वाले समीर अग्रवाल सीए को 2 कराेड़ 46 लाख रुपये प्रापर्टी में इंवेस्ट करने के लिए दिए थे। इसके अलावा अपनी गारंटी पर अपने दोस्त गुरदियाल सिंह के साढे तीन करोड़ रुपये भी समीर को दिए थे। लेकिन समीर न तो उन पैसों की प्रॉपर्टी राजदीप के नाम कर रहा था और न ही पैसे वापस कर रहा था।
इसके अलावा फिरोजपुर में जिस रिंकू और उसकी दोस्त शाइना अरोड़ा के साथ राजदीप इमीग्रेशन का काम करता था उन्हाेंने राजदीप के 40 लाख रुपये देने थे। लेकिन वह लोग पैसे देने की बजाए उल्टा राजदीप को जान से मारने की धमकियां दे रहे थे। इस कारण भी राजदीप बहुत ज्यादा परेशान था।
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