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    '500 करोड़ की अटैची...', नवजोत सिद्धू के कांग्रेस में CM चेहरे को लेकर दिए बयान का मामला पहुंचा हाईकमान के पास

    Updated: Sun, 07 Dec 2025 09:40 PM (IST)

    पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी डॉ. नवजोत कौर ने कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद के चयन को लेकर विवादित बयान दिया है, जिसमें उन् ...और पढ़ें

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    नवजोत सिंह सिद्धू, फाइल फोटो

    कैलाश नाथ, चंडीगढ़। पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी डॉ. नवजोत कौर सिद्धू कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद के चयन को लेकर दिया गया बयान कांग्रेस हाईकमान के पास पहुंच गया है।

    डा. नवजोत ने शनिवार को कहा था कि कांग्रेस में 500 करोड़ रुपये का अटैची देने पर ही किसी को मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित किया जाता है। उनके इस बयान पर पार्टी के प्रदेश प्रधान अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग का कहना है कि हाईकमान को इसकी जानकारी दे दी गई है।

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    हाईकमान क्या फैसला करता है, यह उनका अधिकार क्षेत्र है। इसके साथ ही उन्होंने नवजोत कौर से आरोपों को भी सिरे से खारिज करते हुए कहा कि न किसी ने 500 करोड़ रुपये दिए और न ही ऐसी कोई बात है। वहीं, कांग्रेस के पूर्व प्रधान रहे और मौजूदा समय में भाजपा के प्रदेश प्रधान सुनील जाखड़ ने कहा कि कांग्रेस में मुख्यमंत्री चेहरा बनने के कई पैमाने हैं।

    कैप्टन अमरिंदर सिंह के मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद पार्टी की आंतरिक खींचतान की वजह से मुख्यमंत्री बनने से चूके जाखड़ ने कहा कि उन्हें भी एक पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा था, पुण्य नहीं कमाया, 350 करोड़ रुपये दिए हैं तब कुर्सी मिली है।

    उन्होंने कहा कि मैं यह नहीं कहता कि इसी के कारण किसी को मुख्यमंत्री पद मिला था लेकिन यह बातें मेरी जानकारी में आई थीं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पूर्व सांसद जसबीर सिंह डिंपा ने तो अपने इंटरनेट मीडिया एकाउंट पर यह भी लिखा था कि पंजाब में डाकू को लाकर बैठा दिया है।

    2021 में जब कांग्रेस ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री पद से हटाया था, उस समय नवजोत सिंह सिद्धू पार्टी के प्रदेश प्रधान थे। पहले तो वह मुख्यमंत्री पद की दौड़ में नहीं थे लेकिन बाद में वह भी इस दौड़ में शामिल हो गए थे लेकिन बाजी चरणजीत सिंह चन्नी के हाथ लगी थी। वह 111 दिन के लिए मुख्यमंत्री बने थे। 2022 के विधानसभा चुनाव में भी सिद्धू और चन्नी के बीच मुख्यमंत्री पद का चेहरा बनने की खासी होड़ लगी थी।

    सिद्धू ने तो अपनी लोकप्रियता का हवाला देते हुए राहुल गांधी के समक्ष रैली के दौरान यह तक कह दिया था कि देखो कहीं मुझे दर्शनीय घोड़ा मत बना देना। हालांकि बाद में कांग्रेस ने चन्नी को ही मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित किया था।

    जिसके बाद कांग्रेस 80 से 18 विधायकों तक सिमट गई थी। नवजोत कौर के मौजूदा बयान से कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता खिन्न हैं। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता का कहना है कि 2022 में सिद्धू और चन्नी की खींचतान की वजह से पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा। अब नवजोत कौर के बयान ने पार्टी की चिंताएं बढ़ा दी हैं।