लाखों की ठगी करने वाला नाइजीरियाई नागरिक दिल्ली से गिरफ्तार, फजी प्रोफाइल बना देता था लोगों को धोखा, अंतरराष्ट्रीय गिरोह से जुड़े होने का शक
चंडीगढ़ पुलिस ने दिल्ली से एक नाइजीरियाई नागरिक को गिरफ्तार किया है, जो ऑनलाइन फर्जी प्रोफाइल बनाकर लोगों से दोस्ती करता था और लाखों रुपये की ठगी करता था। आरोपी की पहचान इफेआनी क्रिश्चियन इफेसिनाची के रूप में हुई है। उसने कई फर्जी खाते और पहचान पत्र बरामद किए गए है। वह सोशल मीडिया पर फर्जी प्रोफाइल बनाकर लोगों को धोखा देता था और भारत में रहने वाले सहयोगियों की मदद से ठगी की रकम मंगवाता था।

आरोपित की पहचान इफेआनी क्रिश्चियन इफेसिनाची के रूप में हुई है।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। साइबर क्राइम थाना पुलिस ने एक नाइजीरियाई नागरिक को गिरफ्तार किया है। वह भारत में रहकर ऑनलाइन फर्जी प्रोफाइल बनाकर लोगों से दोस्ती करता और फिर लाखों रुपये की ठगी कर लेता था। पुलिस ने दिल्ली से दबिश देकर उसे पकड़ा। आरोपित की पहचान इफेआनी क्रिश्चियन इफेसिनाची के रूप में हुई है। उससे चार मोबाइल फोन, 35 सक्रिय जीमेल अकाउंट, 15 सिम कार्ड, 3 डेबिट कार्ड, 5 बैंक पासबुक, एक एक्सपार्ड नाइजीरियाई पासपोर्ट बरामद हुआ है। पुलिस को शक है कि यह अन्य लोगों के साथ मिलकर एक बड़े अंतरराष्ट्रीय गिरोह के लिए काम करता था। सभी डिजिटल पहचान और खातों की विस्तृत जांच की जा रही। अन्य राज्यों की पुलिस एजेंसियों से भी संपर्क किया जा रहा है, ताकि गिरोह के बाकी शातिरों को गिरफ्तार किया जा सके।
पुलिस ने इस मामले में चंडीगढ़ निवासी आकाशदीप सिंह की शिकायत पर केस दर्ज किया था। आकाशदीप ने बताया था कि उन्हें कुछ माह पहले एक व्यक्ति से व्हाॅट्सएप के माध्यम से संदेश प्राप्त हुए, जिसने स्वयं को अमेरिका का नागरिक स्टैनली बताया। बातचीत के दौरान दोनों के बीच ऑनलाइन मित्रता हो गई। कुछ समय बाद स्टैनली ने बताया कि वह भारत आया हुआ है, लेकिन मुंबई एयरपोर्ट पर कस्टम अधिकारियों ने उसे रोक लिया है और टैक्स व अन्य शुल्कों के भुगतान के लिए तत्काल धन की आवश्यकता है।
विश्वास में आकर शिकायतकर्ता ने कुल 6,08,960 की राशि अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर कर दी। लेकिन बाद में स्टैनली से संपर्क टूट गया। तब जाकर पीड़ित को एहसास हुआ कि वह एक ऑनलाइन फ्राॅड का शिकार बन चुका है। जिसकी शिकायत उसने साइबर सेल थाना पुलिस को दी। जांच कर रही साइबर क्राइम टीम ने डिजिटल ट्रांजेक्शन, मोबाइल लोकेशन, बैंक खातों और सोशल मीडिया आईडी का गहन विश्लेषण किया। जांच के दौरान तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर आरोपित की पहचान नाइजीरियाई नागरिक इफेआनी क्रिश्चियन इफेसिनाची के रूप में हुई। टीम ने दिल्ली में छापेमारी कर उसे गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में सामने आया कि वह पिछले कई वर्षों से भारत में ठहरकर फर्जी पहचान बनाकर ठगी कर रहा था। जांच में खुलासा हुआ कि आरोपित सोशल मीडिया पर फर्जी प्रोफाइल बनाकर खुद को कभी अमेरिकी, कभी ब्रिटिश या यूरोपीय नागरिक बताता था। वह कभी महिला बनकर पुरुषों को तो कभी पुरुष बनकर महिलाओं को अपने जाल में फंसाता था। भारत में रहने वाले सहयोगियों की मदद से वह फर्जी बैंक खाते खुलवाता और इन्हीं खातों में ठगी की रकम मंगवाता था।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।