Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    'जो भी करना हो करो लेकिन प्रत्याशी को...', पटियाला के SSP वरुण शर्मा का ऑडियो वायरल, मचा बवाल

    Updated: Thu, 04 Dec 2025 06:56 PM (IST)

    पटियाला के एसएसपी वरुण शर्मा का एक ऑडियो वायरल होने से विवाद हो गया है। ऑडियो में उन्हें कथित तौर पर किसी प्रत्याशी के बारे में बात करते हुए सुना जा स ...और पढ़ें

    Hero Image

    पटियाला के एसएसपी वरुण शर्मा का आडियो हुआ वायरल, पुलिस ने कहा- एआई से बनाया गया।

    राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। जिला परिषद और पंचायत समिति चुनावों को लेकर पटियाला में एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। जिले के एसएसपी वरुण शर्मा का एक ऑडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें कथित तौर पर वह यह कहते सुनाई दे रहे हैं कि विपक्षी दलों के नेता रिटर्निंग अफसर तक न पहुंच सकें।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    अकाली दल का आरोप है कि एसएसपी वरुण शर्मा विपक्षी दलों को चुनाव प्रक्रिया से दूर रखने और सत्ता पक्ष को फायदा पहुंचाने के निर्देश दे रहे हैं। पार्टी नेताओं का कहना है कि इस तरह की कथित बातचीत लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर सीधा हमला है और चुनाव की निष्पक्षता पर सवाल खड़ा करती है।

    उधर, पंजाब पुलिस ने पूरे मामले को फर्जी करार दिया है। पुलिस की ओर से बयान जारी कर कहा गया है कि वायरल आडियो असली नहीं है, बल्कि एआई तकनीक से तैयार किया गया है। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि ऑडियो की सत्यता नहीं है और इसे जांच में भी परखा जा रहा है।

    उन्होंने कहा कि कुछ तत्व चुनाव से पहले भ्रम फैलाने और पुलिस की छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। ऑडियो में कहा जा रहा हैं कि जो भी करना हो करो लेकिन प्रत्याशी को सरकारी प्रांगण में कुछ न हो। नगर निगम चुनाव में ऐसा ही हुआ था।

    राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। जिला परिषद और पंचायत समिति चुनावों को लेकर पटियाला में एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। जिले के एसएसपी वरुण शर्मा का एक ऑडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें कथित तौर पर वह यह कहते सुनाई दे रहे हैं कि विपक्षी दलों के नेता रिटर्निंग अफसर तक न पहुंच सकें। 
    अकाली दल का आरोप है कि एसएसपी वरुण शर्मा विपक्षी दलों को चुनाव प्रक्रिया से दूर रखने और सत्ता पक्ष को फायदा पहुंचाने के निर्देश दे रहे हैं। पार्टी नेताओं का कहना है कि इस तरह की कथित बातचीत लोकतांत्रिक प्रक्रिया पर सीधा हमला है और चुनाव की निष्पक्षता पर सवाल खड़ा करती है। 
    उधर, पंजाब पुलिस ने पूरे मामले को फर्जी करार दिया है। पुलिस की ओर से बयान जारी कर कहा गया है कि वायरल आडियो असली नहीं है, बल्कि एआई तकनीक से तैयार किया गया है। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि ऑडियो की सत्यता नहीं है और इसे जांच में भी परखा जा रहा है।
    उन्होंने कहा कि कुछ तत्व चुनाव से पहले भ्रम फैलाने और पुलिस की छवि खराब करने की कोशिश कर रहे हैं। ऑडियो में कहा जा रहा हैं कि जो भी करना हो करो लेकिन प्रत्याशी को सरकारी प्रांगण में कुछ न हो। नगर निगम चुनाव में ऐसा ही हुआ था।