गुरु तेग बहादुर के बलिदान दिवस पर सार्वजनिक अवकाश की मांग, चंडीगढ़ प्रशासन से आग्रह
गुरु तेग बहादुर जी के शहीदी दिवस पर चंडीगढ़ में सार्वजनिक अवकाश की मांग उठी है। शिरोमणि अकाली दल ने चंडीगढ़ प्रशासन से इस बारे में आग्रह किया है। उनका कहना है कि गुरु तेग बहादुर जी का बलिदान साहस और धर्मनिष्ठा का प्रतीक है, इसलिए इस दिन सार्वजनिक अवकाश घोषित करना उनकी विरासत को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।

गुरु तेग बहादुर जी का सर्वोच्च बलिदान साहस, धर्मनिष्ठा और करुणा का शाश्वत प्रतीक।
जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। गुरु तेग बहादुर जी के शहीदी दिवस पर चंडीगढ़ केंद्र शासित प्रदेश में सार्वजनिक अवकाश की मांग उठी है। सिख समाज के लोगों ने इसके लिए चंडीगढ़ प्रशासन से आग्रह किया है। शिरोमणि अकाली दल की चंडीगढ़ इकाई के अध्यक्ष चरणजीत सिंह विल्ली ने आवाज उठाई है।
विल्ली ने कहा कि धर्म की स्वतंत्रता और मानवाधिकारों की रक्षा के लिए गुरु तेग बहादुर जी का सर्वोच्च बलिदान साहस, धर्मनिष्ठा और करुणा का शाश्वत प्रतीक है। यह दिवस चंडीगढ़ के नागरिकों और पूरे देश के लिए अत्यंत आध्यात्मिक एवं ऐतिहासिक महत्व रखता है।
विल्ली ने बताया कि इस मांग के संबंध में एक औपचारिक पत्र पहले ही चंडीगढ़ के प्रशासक को सौंपा जा चुका है, जिसमें प्रशासन से वर्तमान सीमित अवकाश को सार्वजनिक अवकाश में परिवर्तित करने का अनुरोध किया गया है।
विल्ली ने कहा कि गुरु तेग बहादुर जी के शहीदी दिवस को सार्वजनिक अवकाश घोषित करना महान गुरु की विरासत को सच्ची श्रद्धांजलि होगी और इससे सभी समुदायों के नागरिक एक साथ प्रार्थना और सेवा कार्यों के माध्यम से उनके बलिदान को स्मरण कर सकेंगे।

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