पंजाब यूनिवर्सिटी छात्र संघ चुनाव 2025 में NSUI की करारी हार, टिकट बंटवारे पर क्यों बवाल?
पंजाब यूनिवर्सिटी छात्र संघ चुनाव 2025 में एनएसयूआई को करारी हार मिली जिससे पार्टी की परंपरागत पकड़ कमजोर हो गई। संगठनात्मक गड़बड़ियों और टिकट वितरण में मनमानी के आरोपों ने कार्यकर्ताओं में असंतोष पैदा किया। एनएसयूआई प्रभारी पर टिकट बंटवारे में मनमानी का आरोप है। कार्यकर्ताओं का कहना है कि फाइव स्टार होटलों में बैठकर रणनीति बनाने और हॉस्टलों से दूरी के कारण छात्रों का भरोसा टूट गया।

जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। पंजाब यूनिवर्सिटी छात्र संघ चुनाव 2025 में एनएसयूआई को भारी शिकस्त का सामना करना पड़ा। पार्टी की परंपरागत पकड़ इस बार पूरी तरह ढीली पड़ गई।
इसका कारण संगठनात्मक गड़बड़ियां, टिकट वितरण में मनमानी और प्रभारी की निष्क्रियता को बताया जा रहा है।
सूत्रों के अनुसार, पार्टी कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि मेहनत करने वाले छात्रों को टिकट से वंचित रखा गया, जबकि कुछ छात्रों को पार्टी में शामिल होने के कुछ ही घंटे बाद टिकट थमा दिया गया।
बताया गया कि सुबह 11 बजे पार्टी में शामिल छात्र को उसी दिन शाम 4 बजे टिकट मिल गया। इससे कार्यकर्ताओं में गहरा असंतोष पनपा।
एनएसयूआई चंडीगढ़ प्रभारी दलीप चौधरी पर आरोप है कि उन्होंने टिकट बंटवारे में मनमानी की और वरिष्ठ नेताओं तक गलत संदेश पहुंचाया। कार्यकर्ताओं का कहना है कि यही रवैया चुनाव में पार्टी की हार का बड़ा कारण बना।
चुनाव प्रचार में भी एनएसयूआई पिछड़ गई। जहां दूसरी पार्टी के नेता हॉस्टलों में घूम-घूमकर छात्रों से सीधे संपर्क कर रहे थे, वहीं एनएसयूआई के नेता फाइव स्टार होटलों में बैठकर रणनीति बनाते रहे। इससे छात्रों का भरोसा टूट गया और विरोधी संगठनों को बढ़त मिल गई।
हरियाणा, पंजाब, हिमाचल और चंडीगढ़ के कई नेताओं ने टिकट वितरण और चुनावी रणनीति की विफलता को लेकर दिल्ली आलाकमान तक शिकायत भेजी है।
उनका कहना है कि यदि संगठन में तुरंत सुधार नहीं किए गए तो भविष्य में पार्टी की परंपरागत पकड़ और भी कमजोर हो सकती है।
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