Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Punjab: ढकोली में दर्दनाक सड़क दुर्घटना के पीड़ित परिवार को 73 लाख का मुआवजा, ड्राइवर की गलती ने छीनी थी एक जिंदगी

    Updated: Wed, 29 Oct 2025 04:35 PM (IST)

    तीन साल पहले ढकोली के पास एक सड़क हादसे में मुन्ना मिश्रा की मौत हो गई थी। मोटर एक्सीडेंट क्लेम ट्रिब्यूनल ने उनके परिवार को 73.72 लाख रुपये का मुआवजा देने का फैसला सुनाया है। मुन्ना पीओपी और पेंटिंग का काम करते थे और उनकी मासिक आय लगभग 50 हजार रुपये थी। अदालत ने ट्रक चालक की लापरवाही को हादसे का कारण माना।

    Hero Image

    तीन साल पहले ढकोली के पास हुआ था हादसा, 36 वर्षीय मुन्ना मिश्रा की हुई थी मौत (प्रतीकात्मक फोटो)

    जागरण संवाददाता, चंडीगढ़। तीन साल पहले जीरकपुर-ढकोली के पास हुए सड़क हादसे में जान गंवाने वाले एक व्यक्ति के परिवार को मोटर एक्सीडेंट क्लेम ट्रिब्यूनल ने 73.72 लाख रुपये मुआवजा दिए जाने का फैसला सुनाया है।

    सात अक्टूबर 2022 को सेक्टर 20 पंचकूला निवासी मुन्ना मिश्रा के स्कूटर को एक तेज रफ्तार ट्रक ने टक्कर मार दी थी। मिश्रा के परिवार ने चालक पंचकूला निवासी चांद किशोर, ट्रक मालिक और इंश्योरेंस कंपनी के खिलाफ ट्रिब्यूनल में याचिका दायर की और मुआवजा दिए जाने की मांग की।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    याचिका में पीड़ित परिवार ने बताया कि मुन्‍ना मिश्रा की उम्र 36 वर्ष थी। वह पीओपी और पेंटिंग का कांट्रेक्टर था। उसकी मासिक आय लगभग 50 हजार रुपये थी। पूरा परिवार उसकी कमाई पर निर्भर था।

    वहीं, ट्रक चालक, मालिक और इंश्योरेंस कंपनी ने याचिका को खारिज करने की मांग की। हालांकि सभी पक्षों को सुनने के बाद अदालत ने पीड़ित परिवार के हक में फैसला सुनाया।

    ट्रिब्यूनल में दायर याचिका के अनुसार, सात अक्टूबर 2022 को शाम करीब 5:30 बजे मुन्‍ना मिश्रा अपनी स्कूटर पर जीरकपुर से ढकोली की ओर जा रहे थे। उनके साथ राहुल नामक युवक पीछे बैठा था।

    जब वे बलटाना ट्रैफिक लाइट पॉइंट पर पहुंचे तभी पीछे से आ रहे एक तेज रफ्तार ट्रक ने उनके स्कूटर को टक्कर मार दी। टक्कर के बाद राहुल सड़क के किनारे गिर गया जबकि मुन्‍ना मिश्रा और उनकी स्कूटर ट्रक के पहियों के नीचे आ गए।

    ट्रक चालक मुन्ना को कुछ दूरी तक घसीटते ले गया। हादसे के तुरंत बाद मुन्‍ना को जनरल अस्पताल, सेक्टर-6, पंचकूला ले जाया गया, जहां से उन्हें हालत गंभीर होने के कारण पीजीआइ, चंडीगढ़ रेफर किया गया। 20 दिन इलाज चलने के बाद 27 अक्टूबर 2022 को उन्होंने दम तोड़ दिया।