लापता ड्राइवर का शव बरामद, तीन आतंकियों ने पंजाब में वारदात को अंजाम देने के लिए लूटी थी कैब
मोहाली के खरड़ से लापता कैब चालक का शव एयरपोर्ट रोड के पास मिला। पुलिस ने बटाला से लूटी गई कार बरामद की और जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े तीन आतंकियों को पकड़ा जो पंजाब में बड़ी वारदात करने वाले थे। उन्होंने कैब चालक से कार लूटी थी। पूछताछ में उन्होंने शव की जानकारी दी। मृतक की पहचान नयागांव निवासी अमित के रूप में हुई है।

वेद शर्मा, मोहाली। मोहाली के खरड़ इलाके से शुक्रवार से लापता हुए कैब चालक का शव पुलिस ने मंगलवार को बरामद कर लिया है। पुलिस को यह शव एयरपोर्ट रोड के पास से मिला है। इस मामले में पुलिस ने पहले बटाला से लूटी गई कार को बरामद किया था। पुलिस ने जम्मू-कश्मीर के तीन आतंकियों को टैक्सी चालक के अपहरण और हत्या मामले में गिरफ्तार किया है। तीनों आतंकी जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े हैं। पुलिस ने उनके कब्जे से एक वाहन और .32 बोर पिस्तौल भी बरामद की है।
आतंकियों ने पंजाब में किसी बड़ी वारदात को अंजाम देना था। इसके लिए इन्हें एक कार की जरूरत थी। इसी के चलते इन्होंने खरड़ से टैक्सी चालक से यह कार लूटी थी। पुलिस ने बदमाशों को काबू कर जब उनसे पूछताछ की तो उन्होंने शव को बरामद करवाया है।
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर खरड़ सामान्य अस्पताल में रखवा दिया है। जहां पर परिवार को शव की शिनाख्त करने के लिए बुलाया है। यह भी पता चला है कि बदमाशों ने कैब चालक के सिर में गोली मारी थी। जल्द ही पुलिस इस मामले में बड़े खुलासे कर सकती है।
शादीशुदा था अनिल और एक लड़के का पिता था
नयागांव का रहने वाला एक टैक्सी चालक शुक्रवार देर शाम से लापता था। उसका कोई सुराग नहीं मिल पा रहा था। परिवार के सदस्य इस बात को लेकर परेशान थे। उन्होंने इसकी शिकायत नयागांव पुलिस स्टेशन में दी थी। लापता चालक की पहचान नयागांव निवासी अनिल (32) के रूप में हुई थी। अनिल शादीशुदा था और उसका एक लड़का है।
अनिल ने शुक्रवार देर शाम करीब 10:00 बजे अपने परिवार से आखिरी बार बात की थी। उसने बताया था कि वह खरड़ के किसी इलाके से सवारी को बिठाकर चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन लेकर जा रहा है। इस दौरान उसने कहा था कि यह उसकी आज की आखिरी बुकिंग है। इसके बाद वह सीधे ही घर पर खाना खाने के लिए आ रहा है, लेकिन इसके बाद परिवार से उसकी कोई बात नहीं हुई।
रात 23:45 बजे चंडीगढ़-कुराली रोड स्थित टोल प्लाजा से गुजरी कार
जब चालक अनिल के बारे में परिवार को कोई सुराग नहीं लगा तो उन्होंने अपने स्तर पर इसकी जांच पड़ताल शुरू कर दी थी। इस जांच में सामने आया था कि अनिल की कार रात करीब 11:45 बजे कुराली टोल प्लाजा से निकली थी। कार के नंबर के हिसाब से इसकी पहचान हुई थी। जब परिवार ने टोल प्लाजा के सीसीटीवी की रिकार्डिंग देखी तो उसमें अज्ञात व्यक्ति कार चला रहा था और एक अन्य व्यक्ति उसके बगल में बैठा हुआ दिखाई दे रहा था।
कार चालक ने काले कपड़े से अपना मुंह ढका हुआ था। परिवार को अनिल के साथ किसी प्रकार की अनहोनी घटना की आशंका थी, क्योंकि परिवार लगातार उसकी जांच कर रहा था। कुराली के बाद आगे रोपड़ की तरफ जाने वाले रास्ते पर पड़ने वाले एक अन्य टोल प्लाजा पर करीब 12:03 पर वह गाड़ी देखी गई थी। इसके पश्चात बहराम टोल प्लाजा पर यह गाड़ी रात 1:02 के करीब देखी गई थी।
आतंकियों ने कुबूला कि चालक को गोली मारी
चालक का मोबाइल फोन अचानक बंद हो जाने पर पुलिस का शक गहराया। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने कई टीमें गठित कीं और त्वरित कार्रवाई करते हुए तीनों आतंकियों को दबोच लिया। पूछताछ में आतंकियों ने कुबूल किया कि बहस के दौरान उन्होंने चालक को गोली मार दी और शव को मोहाली क्षेत्र में फेंक दिया।
गिरफ्तार आतंकी साहिल बशीर पहले से ही जम्मू-कश्मीर के थाना क़लामाबाद, हंदवाड़ा में यूएपीए और आर्म्स एक्ट के केस में वांछित है। उसका भाई एजाज अहमद पहले हथियारों और जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े सामान के साथ पकड़ा जा चुका है। दोनों को आतंकी संगठन के ओवरग्राउंड वर्कर (ओजीडब्ल्यूएस) के रूप में पहचाना गया है।
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