'सभी को आवाज उठाने का अधिकार है...', अमृतपाल सिंह के समर्थन में आए केंद्रीय मंत्री रवनीत बिट्टू
केंद्रीय मंत्री रवनीत बिट्टू ने अमृतपाल सिंह का समर्थन करते हुए कहा कि हर किसी को अपनी बात रखने का हक है। उन्होंने सरकार से इस मामले में निष्पक्ष जांच ...और पढ़ें

रवनीत सिंह बिट्टू और अमृतपाल सिंह (फाइल फोटो)
राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। केंद्रीय रेल राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू के इस बयान से राजनीतिक हलकों में काफी हैरानी है कि डिब्रूगढ़ जेल में बंद खडूर साहिब से सांसद अमृतपाल सिंह को पैरोल दी जाए।
बिट्टू हमेशा कट्टरपंथी नेताओं के बारे में बहुत तीखे बयान देते आए हैं, लेकिन मंगलवार को संसद भवन के बाहर जिस तरह से उन्होंने खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह को शीतकालीन सत्र में शामिल होने के लिए पैरोल देने की वकालत की, उससे आप पार्टी और राजनीतिक हलकों में कई अटकलें लगाई जा रही हैं और इस बयान के मायने खोजे जा रहे हैं।
रवनीत बिट्टू के बयान पर सियासत तेज
राजनीतिक दल बिट्टू के बयान को विधानसभा चुनावों से जोड़ रहे हैं। अमृतपाल सिंह और सरबजीत सिंह खालसा लोकसभा चुनावों में खडूर साहिब और फरीदकोट सीटों से रिकॉर्ड वोटों से जीते हैं। बिट्टू आतंकवाद के दौर में जान गंवाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के पोते हैं। विधायक परगट सिंह का कहना है कि आम आदमी पार्टी और भाजपा टीम ए और बी हैं।
NSA के तहत जेल में बंद है रवनीत
बिट्टू को जेल में बंद सिखों की रिहाई के मुद्दे पर भी स्थिति साफ करनी चाहिए। गौरतलब है कि बिट्टू ने कहा था कि जब बारामूला के सांसद राशिद इंजीनियर, जो नेशनल सिक्योरिटी एक्ट (एनएसए) के तहत बंद हैं, को पैरोल मिल सकती है तो अमृतपाल को क्यों नहीं। बिट्टू ने पैरोल न देने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान व पंजाब सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।

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