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    फाजिल्का में पराली जलाने पर प्रशासन सख्त, 17 किसानों पर दर्ज हुआ मामला

    Updated: Fri, 14 Nov 2025 03:48 PM (IST)

    फाजिल्का जिले में पराली जलाने के मामलों पर प्रशासन सख्त हो गया है। शुक्रवार को छह नए मामले दर्ज किए गए, जिनमें 17 लोगों को नामजद किया गया है। एसएसपी गुरमीत सिंह खुद खेतों में जाकर किसानों को पराली न जलाने की अपील कर रहे हैं। प्रशासन जागरूकता और कार्रवाई दोनों पर जोर दे रहा है, ताकि प्रदूषण को नियंत्रित किया जा सके। पुलिस और प्रशासन संयुक्त रूप से कार्रवाई कर रहे हैं और किसानों से सहयोग की अपील कर रहे हैं।

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    पराली जलाने को लेकर अब तक कुल 37 एफआईआर दर्ज।

    जागरण संवाददाता, फाजिल्का। जिले में पराली जलाने को लेकर प्रशासन ने एक तरफ जहां सख्ती बढ़ा दी है, वहीं दूसरी ओर किसानों को जागरूक करने का अभियान भी तेज कर दिया गया है। शुक्रवार को पराली जलाने के कुल छह नए मामले दर्ज किए गए, जिनमें 17 व्यक्तियों को नामजद किया गया है। इसके साथ ही पहले दर्ज मामलों सहित कुल संख्या 37 पर पहुंच गई है।

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    इसी बीच एसएसपी गुरमीत सिंह स्वयं खेतों में जाकर किसानों को पराली ना जलाने की अपील कर रहे हैं। प्रशासन ने साफ किया कि पराली प्रबंधन को लेकर जागरूकता और कार्रवाई दोनों समान रूप से चलेंगी, ताकि प्रदूषण पर काबू पाया जा सके। बता दे कि परमल धान की खरीद बंद हो गई है, जबकि बासमती धान भी अंतिम दौर में है।

    ऐसे में गेहूं की बिजाई जल्द होने के चलते पराली जलने के मामले सामने आ रहेहैं। जिले में पराली जलाने को लेकर पुलिस और प्रशासन ने संयुक्त तौर पर मोर्चा संभाल लिया है। एक ओर जहां खेत-खेत गश्त कर रही टीमों द्वारा आगजनी के हर मामले पर तुरंत कार्रवाई की जा रही है, वहीं दूसरी ओर किसानों को जागरूक करने के लिए एसएसपी गुरमीत सिंह खुद गांवों में पहुंच रहे हैं। पराली जलाने से बढ़ते प्रदूषण और कानूनी कार्रवाई की जानकारी देते हुए वे किसानों से लगातार अपील कर रहे हैं कि खेतों की आग न केवल पर्यावरण को नुकसान पहुंचाती है, बल्कि उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी सुनिश्चित करती है।

    एसएसपी गुरमीत सिंह का कहना है कि प्रशासन जागरूकता और सहयोग की नीति पर चलता है, लेकिन जहां नियमों की अनदेखी होगी, वहां कार्रवाई भी उतनी ही कड़ी होगी। प्रदूषण रोकने के लिए सभी का सहयोग जरूरी है। उधर, शुक्रवार को जिले के विभिन्न थानों ने कुल छह नए मामले दर्ज किए गए। थाना सदर और अमीरखास पुलिस को मिली शिकायत के बाद गांव सोहना सादड़ पहुंचे जांच अधिकारी परमजीत सिंह ने बताया कि जसवंत सिंह, बलविंदर सिंह और जगतिंदर सिंह तीनों निवासी सोहना सादड़ के खेतों में पराली जलती पाई गई।

    इसी तरह गांव काहनेवाला में पीआरएससी लोकेशन मिलने पर जांच अधिकारी बेअंत सिंह और टीम मौके पर पहुंचे। वहां चरण सिंह, धर्मपाल, सुदेश रानी, प्रदीप कुमार और संदीप कुमार, सभी निवासी काहनेवाला के खेतों में पराली जलती मिली।गांव ढंडी खुर्द में नोडल अफसर की सूचना पर पहुंचे जांच अधिकारी एचसी शाम सिंह ने बताया कि अमेरिक सिंह और रणजीत सिंह, दोनों निवासी ढंडी खुर्द, के खेतों में पराली जलाई हुई मिली।

    गांव फत्तूवाला में दो अलग-अलग शिकायतों पर पुलिस ने कार्रवाई की। नोडल अफसर ने दी लोकेशन पर पहुंचकर जांच अधिकारी सतनाम दास ने पिपल सिंह और सुखचैन सिंह, दोनों निवासी फत्तूवाला, के खेतों में पराली जली पाई। दूसरी लोकेशन पर बलदेव सिंह, निवासी फत्तूवाला, द्वारा पराली जलाने की पुष्टि हुई। इसके अलावा उप-डिविजन मॉनिटरिंग कमेटी जलालाबाद द्वारा भेजी रिपोर्ट पर गांव बलेल में पराली जलाने का मामला सामने आया। जांच अधिकारी मलकीत सिंह ने मौके पर जाकर जांच की, जहां जोगिंदर सिंह, पूर्ण सिंह, वीर सिंह और बिशना सिंह, सभी निवासी बलेल के खेत में पराली जलती मिली। सभी पर प्रशासन के आदेशों की अवहेलना करने का मामला दर्ज किया गया है।