फिरोजपुर: मोची बाजार में RSS कार्यकर्ता की हत्या, सोशल मीडिया पर खालिस्तना समर्थक ने ली जिम्मेदारी
फिरोजपुर के मोची बाजार में आरएसएस कार्यकर्ता की हत्या के बाद खालिस्तान संगठन ने जिम्मेदारी ली है, जिसे पुलिस ने फर्जी बताया है। शेरे पंजाब ब्रिगेड ने पत्र जारी कर हत्या की जिम्मेदारी ली और मृतक नवीन अरोड़ा और उनके परिवार पर सिख विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का आरोप लगाया।
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फिरोजपुर: मोची बाजार में RSS कार्यकर्ता की हत्या।
जागरण संवाददाता, फिरोजपुर। शहर के व्यस्त मोची बाजार क्षेत्र में शनिवार की शाम को गोली मारकर की गई आरएसएस कार्यकर्ता की हत्या के बाद एक खालिस्तान संगठन की ओर पत्र जारी कर हत्या की जिम्मेवारी ली गई है।
हालांकि, पुलिस की ओर से उक्त पत्र को जाली बताया गया है। पुलिस का कहना है कि हमलावरों की पहचान हो चुकी है व उन्हें जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
शेरे पंजाब ब्रिगेड नाम के एक लेटर हैड के नाम से जारी पत्र में लिखा गया है कि वे खालिस्तान की आजादी के संघर्ष में योगदान डालने के लिए शेरे पंजाब ब्रिगेड की स्थापना का ऐलान करते हैं।
वह प्रण करते हैं कि हिंदुस्तान के पंजाब पर जबरी कब्जे के खिलाफ चल रहे धर्म युद्ध में वह फैसलाकुन निशाने भाव खालिस्तान की स्थापना तक इस जंग को हर तरह से जारी रखेंगें।
इसी निशाने को मुख्य रखते हुए हमारी इस जंग में हिंदू सरकार का मोहरा बनकर पंजाब के अंदर सिखों को हिंदुत्व अंदर मिलाने वाले हिंदुवादी गिरोह आरएसएस के आगू बलदेव राज अरोड़ा के बेटे नवीन अरोड़ा जोकि खुद भी आरएसएस का सदस्य था उसे फिरोजपुर के मोची बाजार क्षेत्र सोधा गया है। बलदेव राज का पूरा परिवार आरएसएस के साथ जुड़ा हुआ है।
यह लंबे समय से पंजाब और सिख विरोधी गतिविधियों में शामिल रहा है। इस दुष्ट ने जून 1984 में दरबार साहिब पर भारतीय फौज के हमले के बाद पंजाब में सिखों को चिड़ाने के लिए खुशियां मनाने वाले हिंदू जनूनी टोले में शामिला था।
सिखों के निर्दोष बच्चों की मौत पर खुशी मनाने वाले को आज उन्होंने जीते जी उसके कर्मों का फल दे दिया है। हम सभी को स्पष्ट करते हैं कि जो कोई भी पंजाब में रहकर सिख कौम व हमारी धरती के साथ गद्दारी कर दिल्ली के दलाल बन रहे हैं, उन्हें कभी भी बख्शा नहीं जाएगा।
आरएसएस, शिव सेना, पुलिस, मिलिट्री व हिंदु सरकार के एजेंटों पर उनके हमले होते रहेंगें। वहीं इस पत्र पर कमांडर परमजीत सिंह के इंग्लिश में हस्ताक्षर किए गए हैं।
वहीं इस संबंध में जब एसएसपी भूपिंद्र सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि पत्र संबंधी अभी कोई पुष्टि नहीं है ओर न ही ऐसा कोई संगठन अब तक सामने आया है। पुलिस की ओर से आरोपितों की पहचान कर ली गई है व आरोपितों की धरपकड़ के लिए छोपमारी की जा रही है।

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