Punjab Flood: गुरदासपुर में रावी का जलस्तर घटने के बाद भी संकट में लोग, DC-SSP मौके पर पहुंच राहत कार्यों का लिया जायजा
रावी नदी में जलस्तर कम होने के बावजूद मकौड़ा पत्तन के बाढ़ प्रभावित गाँवों में हालात गंभीर हैं। एसएसपी आदित्य और डीसी दलविंदरजीत सिंह ने स्थिति का जायजा लिया। जिला प्रशासन राहत कार्यों में जुटा है और रावी पार के गाँवों में सामग्री भेजी जा रही है। विशेष वाहनों से राहत पहुंचाई जा रही है। एनडीआरएफ सेना और बीएसएफ ने मिलकर 5581 लोगों को बचाया है।

जागरण संवाददाता, गुरदासपुर। बेशक रावी दरिया का जलस्तर कम होने के बाद मकौड़ा पत्तन के दस किलोमीटर के दायरे में बाढ़ से प्रभावित सैकड़ों गांवों से पानी काफी हद तक निकल गया है, लेकिन इसके बावजूद इन गांवों के हजारों लोग अभी भी नारकीय जीवन जी रहे हैं। सिर्फ रावी दरिया के इस तरफ ही नहीं, पार के सात गांवों के निवासियों के लिए इससे बड़ी कोई आपदा नहीं हो सकती।
पिछले दस दिनों से प्रकृति की मार झेल रहे इन गांवों का जायजा लेने के लिए मंगलवार को एसएसपी आदित्य और डीसी दलविंदरजीत सिंह अन्य प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मकौड़ा पत्तन पहुंचे और मौजूदा हालात का जायजा लिया।
गौरतलब है कि गुरदासपुर जिले में रावी दरिया की बाढ़ से लोगों को बचाने के लिए पूरा जिला और पुलिस प्रशासन बाढ़ प्रभावित इलाकों में बचाव कार्यों में सक्रिय रूप से जुटा हुआ है।
डीसी व एसएसपी ने स्वयं ग्राउंड जीरो पर पहुंचकर राहत कार्यों का नेतृत्व किया। डीसी अधिकारियों की टीम के साथ मकौड़ा पत्तन पहुंचे, जहां उन्होंने रावी दरिया के उस पार के गांवों के लोगों के लिए राहत सामग्री भेजी।
सहायक आयुक्त रुपिंदरपाल सिंह ने स्वयं नाव से रावी दरिया पार किया और बाढ़ प्रभावित गांवों के निवासियों को राहत सामग्री वितरित की। इस अवसर पर उन्होंने देखा कि रावी दरिया पार जाने के लिए नौका के अलावा परिवहन का कोई अन्य साधन नहीं है। यह नौका भी खतरे से खाली नहीं है।
इसे देखते हुए डीसी ने बताया कि जिला प्रशासन ने मकौड़ा पत्तन से रावी दरिया पार के गांवों में राहत पहुंचाने के लिए दो विशेष वाहन एटीओआरएन-1200 मंगवाए हैं, जो बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में राहत पहुंचाने का काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि अब इन वाहनों के माध्यम से रावी पार के लोगों को हर तरह की राहत पहुंचाई जा रही है।
डीसी ने बताया कि जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के सभी एसडीएम भी दिन-रात राहत कार्यों में जुटे हुए हैं। उन्होंने जिला प्रशासन की सभी टीमों की सराहना करते हुए कहा कि जिला प्रशासन की टीमों ने एनडीआरएफ, सेना और बीएसएफ के साथ मिलकर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से 5581 लोगों को बचाया है।
पंजाब सरकार के निर्देशों के तहत जिला प्रशासन की पूरी टीम राहत कार्यों में जुटी हुई है और किसी को भी कोई परेशानी नहीं आने दी जाएगी।
वहीं, एसएसपी आदित्य ने मंगलवार को बाढ़ प्रभावित गांव मौकड़ा, मराड़ा, झबकरा और चक्कराम सहाय का दौरा कर मौजूदा स्थिति का जायजा लिया और समय पर राहत उपाय सुनिश्चित किए। इस दौरान प्रभावित परिवारों को राशन सामग्री वितरित की गई।
किसानों को उनके पशुओं के लिए चारा उपलब्ध कराया गया। उन्होंने कहा कि गुरदासपुर पुलिस इस कठिन समय में लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। सभी मिलकर इस चुनौती का सामना करेंगे।
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