Air Pollution Jalandhar: वर्षा के बाद पराली को आग लगाने के मामले घटे, 107 पर पहुंचा AQI
Air Pollution Jalandhar जालंधर में अब हालात धीरे-धीरे सुधरने लगे हैं और हवा भी साफ हो रही है। दरअसल पिछले दो दिनों के दौरान पराली जलाने के मामलों में कमी आई है। शहर का एक्यूआइ मध्यम स्थिति में पहुंच गया है।

जागरण संवाददाता, जालंधर। Air Pollution Jalandhar: पिछले सप्ताह खेतों में पराली को आग लगाने के मामले काफी ज्यादा थे। किसानों की मनमानी के आगे राज्य सरकार और जिला प्रशासन के प्रयास नाकाफी रहे थे। अब दो दिन से वर्षा के कारण पराली को आग लगाने के मामले भी ठंडे पड़ गए हैं। सोमवार के बाद मंगलवार को भी वर्षा के चलते पराली को आग लगाने के नए मामलों की संख्या शून्य रही।
जागरूकता मुहिम का नतीजा बता रहा जिला प्रशासन
बुधवार को जालंधर का एक्यूआइ 104 (PM 2.5) और 107 (PM 10) रिकार्ड किया गया। हालांकि कृषि विभाग और जिला प्रशासन इसे जागरूकता मुहिम का नतीजा बता रहे हैं। सोमवार देर रात भी वर्षा की बौछारें पड़ी। वर्षा होने के कारण धान की कटाई के बाद खेतों में पराली भीग जाने की बात सामने आई है। पराली भीगने की वजह से इसे आग लगाने में दिक्कत के चलते किसान हाथ खींचने लगे हैं।
पराली जलाने का आंकड़ा 1323 तक पहुंचा, 86 के चालान
वहीं गेहूं बीजने का समय भी पूरा होने के कगार पर पहुंच रहा है। खेत तैयार करने के लिए कुछ किसान अधर में लटक गए हैं। खेतों में पराली पड़ी होने की वजह से परेशानियों से जूझना पड़ रहा है। जिले में पराली जलाने का आंकड़ा 1323 तक पहुंच गया है। 86 लोगों के चालान किए गए और एक पर एफआरआइ दर्ज की गई है।
किसानों ने बेहतर ढंग से किया पराली प्रबंधन
कृषि अधिकारी डा. नरेश गुलाटी का कहना है कि जिला प्रशासन की जागरूकता मुहिम के चलते ज्यादातर किसानों ने बेहतर ढंग से पराली प्रबंधन किया है। वर्षा के अलावा गेहूं बीजने की रफ्तार तेज होने की वजह से किसान पराली जलाने से पीछे हटने लगे हैं। पिछले दो दिन से पराली जलाने का कोई मामला सामने नहीं आया।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।