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    मुंहबोले चाचा ने दुष्कर्म के बाद गला घोंटकर की थी बच्ची की हत्या, गले पर मिले अंगुलियों के निशान

    Updated: Sun, 23 Nov 2025 09:14 PM (IST)

    जालंधर में एक 13 वर्षीय बच्ची की उसके मुंहबोले चाचा ने दुष्कर्म के बाद हत्या कर दी। आरोपी ने गला घोंटकर बच्ची को मारा। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर मामला दर्ज कर लिया है, वहीं लापरवाही बरतने वाले एएसआई को सस्पेंड कर दिया गया है। घटना के बाद लोगों में आक्रोश है और उन्होंने आरोपी को पीटा।

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    मुंहबोले चाचा ने दुष्कर्म के बाद गला घोंटकर की थी बच्ची की हत्या। सांकेतिक फोटो

    जागरण संवाददाता, जालंधर। बस्ती बावा खेल के पारस एस्टेट में 13 वर्षीय बच्ची की हत्या उसके मुंहबोले चाचा ने की थी। हत्या से पहले उसने बच्ची के साथ दुष्कर्म भी किया और विरोध करने पर उससे बच्ची का गला घोंट दिया।

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    थाना बस्ती बावा खेल की पुलिस ने आरोपित हरमिंदर सिंह रिंपी, जो निजी स्कूल का बस चालक है, को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ हत्या, पोक्सो एक्ट की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। हरमिंदर सिंह मृतक बच्ची के पिता का अच्छा दोस्त था।

    लोगों द्वारा पिटाई करने से घायल हुए आरोपित को सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। एडीसीपी हरिंदर सिंह गिल ने बताया कि आरोपित फिलहाल बयान देने की स्थिति में नहीं है। उसे पुलिस कस्टडी में रखा गया है। वहीं इस मामले में जांच में लापरवाही करने वाले एएसआइ मंगत राम को सस्पेंड कर दिया गया है।

    मंगत राम पर आरोप है कि उसने बच्ची के गुम होने की शिकायत मिलने के बाद सही ढंग से जांच नहीं की। लोगों ने बच्ची के आरोपित के घर में होने की आशंका जताई थी, फिर भी मंगत राम ने घर की तलाशी नहीं ली। वहीं जब बच्ची का शव आरोपित के घर के बाथरूम से मिला तो उस वक्त कोई महिला पुलिस कर्मी भी मौके पर मौजूद नहीं थी।

    एडीसीपी हरिंदर सिंह गिल ने बताया कि बच्ची के स्वजन का आरोप था कि लोगों ने कहा था उनकी बेटी रिंपी के घर गई, लेकिन एएसआइ ने तलाशी नहीं ली, जिसके चलते उसे सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं शव का पोस्टमार्टम डाक्टरों के बोर्ड से करवाया गया है। बच्ची के गले पर अंगुलियों के निशान मिले हैं, जिससे गला घोंटा गया लगता है। बाकी पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद पता चलेगा।

    पड़ोसी के घर गई बच्ची, लेकिन लौटी नहीं

    परिवार के अनुसार बच्ची की दोस्ती पड़ोस में रहने वाले व्यक्ति की बेटी के साथ थी। वह शनिवार शाम चार बजे पड़ोसी के घर गई, लेकिन रात तक नहीं लौटी। तलाशी के दौरान दो सीसीटीवी फुटेज मिले, जिनमें बच्ची ब्लैक ड्रेस में पड़ोसी रिंपी सिंह के घर जाते हुए दिखी, लेकिन बाहर आते नहीं दिखी।

    लोगों ने आरोपित की पत्नी को फोन कर जानकारी ली तो उसने बताया कि उसका पति लड़ता रहता है। इसी कारण वह मायके गई है। यह तो है ही ऐसा। 

     

    पड़ोसी बताते हैं कि घर का मुख्य दरवाजा अंदर से बंद था। परिवार बच्ची को ढूंढ़ते हुए पड़ोसी के घर पहुंचा तो उसने कहा कि बच्ची उसके घर नहीं है, जिसके बाद परिवार ने थाना बस्ती बावा खेल की पुलिस को सूचित किया।

    पुलिस जांच करने पड़ोसी के घर गई, लेकिन बिना जांच किए घर में बच्ची के न होने की बात कहकर चली गई। परिवार को यकीन नहीं हुआ तो उन्होंने जबरदस्ती घर में घुसकर तलाशी ली तो बच्ची बाथरूम में मृत मिली।

    लोगों ने तेल डालकर जलाने की कोशिश की

    लोगों ने गुस्से में आकर आरोपित को घर से बाहर निकालते के बाद पहले जमकर पीटा और गली में गिरा दिया। इस दौरान मृतक बच्ची की मां आरोपित की पीटती रही और पूछती रही कि उसकी बच्ची का कसूर क्या था? कुछ लोगों ने उस पर तेल तक डाल दिया, लेकिन लेकिन माचिस की तीली नहीं चली।

    घटनास्थल पर मौजूद पुलिस ने लोगों को शांत किया, लेकिन भीड़ लगातार फांसी दो के नारे लगाती रही। मारपीट के दौरान आरोपित गंभीर रूप से घायल है और अस्पताल में भर्ती है। मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने लोगों को शांत किया, लेकिन भीड़ लगातार फांसी दो के नारे लगाती रही।

    भड़के लोग बोले- आरोपित को खुद लगाए एएसआइ आग

    लोगों का आरोप था कि एएसआइ मंगत राम कह कर गया कि बच्ची नहीं मिली। सुबह आकर ढूंढ़ेंगे। इसके बाद जब बच्ची का शव मिला और एएसआइ मंगत राम फिर आया तो लोगों का गुस्सा उस पर निकला। लोगों का कहना था कि मंगत राम ने लापरवाही की।

    हो सकता है कि बच्ची पहले जिंदा हो। लोगों ने एएसआइ से कहा कि वह आरोपित को खुद जलाए। बाद में लोगों ने आरोपित पर पेट्रोल डाल दिया और बच्ची की मां को माचिस पकड़ा दी, आग नहीं जली।

    पिता की एक साल पहले मौत, परिवार इंसाफ की गुहार में

    मृतक 13 वर्षीय बच्ची मां और एक भाई के साथ रहती थी। पिता की एक साल पहले मौत हो चुकी थी। शव मिलने के बाद मां बेहोश हो गई और बार-बार यही कहती रही कि मेरी बच्ची के साथ क्या हुआ…, मैं भी उसके पास जाना चाहती हूं।

    मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारी भी हुए भावुक

    मौके पर जब एडीसीपी हरिंदर सिंह गिल और एडीसीपी आकर्षी जैन पहुंचे तो बच्ची की मां का रोना देखकर और भावुक माहौल देख कर खुद भी भावुक हो गए। उनका कहना था कि बच्ची के हत्यारोपित को कड़ी से कड़ी सजा दिलवाने का प्रयास रहेगा।

    मेयर सहित कई नेताओं ने परिवार से जताई सांत्वना

    बच्ची की मौत के बाद रविवार को लोगों ने परिवार से संवेदना जताई। इस दौरान मेयर विनीत धीर, पूर्व विधायक शीतल अंगुराल, मंत्री मोहिंदर भगत के बेटे अतुल भगत, पार्षद पति सौरव सेठ सहित कई नेता बच्ची के घर पहुंचे और परिवार के साथ मिलकर अफसोस जताया।

    ह्यूमन राइट्स काउंसिल इंडिया की टीम ने पुलिस पर लगाए आरोप

    ह्यूमन राइट्स काउंसिल इंडिया की टीम पीड़ित परिवार के घर पहुंची। इस दौरान काउंसिल की राष्ट्रीय अध्यक्ष आरती राजपूत ने पूरे मामले में पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जिम्मेदारों के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग रखी।

    उन्होंने कहा कि इस जघन्य अपराध को अंजाम देने वाले आरोपित के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। मामले की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए।