जालंधर में 422 ट्यूबवेलों के रखरखाव के टेंडर पर नहीं हो सका फैसला, मंथन में जुटे अधिकारी
जालंधर शहर में पानी की सप्लाई बाधित होने का खतरा एक बार फिर मंडरा रहा है। दरअसल 422 ट्यूबवेल के रखरखाव टेंडर पर अभी तक फैसला नहीं हो पाया है। फिलहाल म ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, जालंधर। नगर निगम की फाइनेंस एंड कान्ट्रैक्ट कमेटी की मीटिंग में शहर के 422 ट्यूबवेल के रखरखाव टेंडर पर फैसला नहीं हो पाया है। यह टेंडर कई महीने से लंबित चल रहा है और इसी वजह से 70% शहर में पानी की सप्लाई अस्थाई ठेकेदार के हवाले हैं।
वीरवार सुबह हुई मीटिंग में मेयर जगदीश राज राजा, नगर निगम कमिश्नर अभिजीत कपलीश और कमेटी मेंबरों व अधिकारियों ने इस टेंडर को लेकर लंबी चर्चा की है। मगर किसी नतीजे पर नहीं पहुंच पाए। मेयर जगदीश राज राजा ने कहा कि इसे लेकर एक राय नहीं बन रही है। नगर निगम कमिश्नर से कहा है कि वह आपरेशन एंड मेंटिनेस डिपार्टमेंट के अधिकारियों के साथ एक बार इस पर चर्चा करें। जो भी एतराज उठ रहे हैं उसे क्लियर करने के बाद ही फैसला लिया जाएगा।
सभी संभावनाओं को तलाशा जा रहा
मेयर जगदीश राज राजा ने कहा कि शाम तक कोई ना कोई फैसला ले लिया जाएगा। अगर टेंडर अलाट नहीं किया जाता है तो नए सिरे से लगाना पड़ेगा। इसमें काफी समय लग सकता है। इसलिए सभी संभावनाओं को तलाशा जा रहा है।
यह भी पढ़ेंः- बिना टिकट यात्रा करने वालों को 3.30 करोड़ जुर्माना
जासं, जालंधर: रेल यात्रा के दौरान टिकट के बिना सफर करने वालों से फिरोजपुर रेल मंडल ने 3.30 करोड़ का जुर्माना महज अक्टूबर में वसूला। अक्टूबर में 37,758 यात्रियों को बिना टिकट यात्रा करते हुए पकड़ कर उनसे जुर्माना वसूला गया। फिरोजपुर मंडल की तरफ से टिकट चेकिंग अभियान के तहत 2.50 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित करने का लक्ष्य दिया गया था। मंडल रेल प्रबंधक डा. सीमा शर्मा ने बताया कि 538 यात्रियों से स्टेशन परिसर में गंदगी फैलाने पर एक लाख रुपये जुर्माना वसूला गया।

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