Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    एकतरफा प्यार में विफल होने पर नर्स की हत्या, बचाने आई सहकर्मी को चाकू से 28 जगह काटा

    By JagranEdited By:
    Updated: Thu, 25 Aug 2022 11:49 PM (IST)

    एकतरफा प्यार में विफल रहने पर सिरफिरे आशिक ने ग्रीन माडल टाउन के पास स्थित पर्ल अस्पताल की नर्स की पीठ पर तीन चाकू मारकर हत्या कर दी। नर्स को बचाने आई उसकी सहेली पर भी चाकू से 2

    Hero Image
    एकतरफा प्यार में विफल होने पर नर्स की हत्या, बचाने आई सहकर्मी को चाकू से 28 जगह काटा

    संवाद सहयोगी, जालंधर : एकतरफा प्यार में विफल रहने पर सिरफिरे आशिक ने ग्रीन माडल टाउन के पास स्थित पर्ल अस्पताल की नर्स की पीठ पर तीन चाकू मारकर हत्या कर दी। नर्स को बचाने आई उसकी सहेली पर भी चाकू से 28 वार किए। सहेली की हालत गंभीर है। वारदात पर्ल अस्पताल की छत पर बने होस्टल में वीरवार तड़के करीब दो बजे हुई। मृतका की पहचान बलजिंदर कौर और उसकी सहेली की ज्योति के रूप में हुई है। पुलिस ने 24 घंटे के भीतर मामला ट्रेस करते हुए आरोपित गोरू को मंडी गोबिंदगढ़ से उठा लिया और देर रात उसकी गिरफ्तारी दिखा दी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में गोरू कैद हो गया था। मृतका के मोबाइल में गोरू की तस्वीर थी जिसके बाद पुलिस का शक गहरा गया। पचास से ज्यादा सीसीटीवी कैमरा खंगाले तो पता चला कि आरोपित हत्या के बाद बस स्टैंड गया और वहां से बस लेकर मंडी गोबिदगढ़ चला गया। पुलिस जांच में सामने आया कि गोरू ने एकतरफा प्यार में विफल रहने पर ही बलजिदर कौर की हत्या की। बलजिदर कौर को बचाने आई ज्योति पर भी गोरू ने हत्या की नीयत से वार किए लेकिन वो अस्पताल में जिदगी और मौत से जंग लड़ रही है। गोरू अस्पताल की दीवार के साथ लगी लोहे की ग्रिल वाली सीढि़यां चढ़कर ऊपर आया था। गोरू बलजिदर से किसी बात से नाराज होकर उसकी हत्या करने की नीयत से ही आया था। चाकू भी अपने साथ लाया था।

    हत्या की खबर अस्पताल के स्टाफ को उस समय लगी जब नर्स को बुलाने स्टाफ का एक सदस्य अस्पताल की छत पर गया। उसने छत पर खून से लथपथ नर्स बलजिदर कौर और ज्योति को देखा। दोनों को अस्पताल में दाखिल करवाया तो बलजिदर कौर को मृत घोषित किया गया। सूचना मिलते ही डीसीपी जसकिरणजीत सिंह तेजा, जगमोहन सिंह, एडीसीपी जगजीत सिंह सरोआ, एसीपी खुशबीर कौर सहित थाना छह के प्रभारी परमदीन खान, थाना सात के प्रभारी सुखदेव सिंह मौके पर पहुंचे। बलजिदर कौर के भाई इंदरजीत सिंह के बयानों पर मामला दर्ज कर लिया गया है।

    कमरे के बाहर सो रही थीं दोनों नर्से, आते ही बलजिंदर की पीठ पर घोंप दिए चाकू, बाद में ज्योति से हुई हाथापाई

    अमृतसर के बाबा बकाला के जोधा गांव में रहने वाली बलजिदर कौर करीब ढाई साल से अस्पताल में काम कर रही थी। होशियारपुर के गांव अजनोहा की रहने वाली ज्योति करीब डेढ़ साल से वहां पर काम कर रही है। बलजिदर कौर दो दिन पहले ही अपने घर गई थी लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने उसे काम पर बुधवार को बुला लिया। बुधवार को दोनों अपना काम खत्म कर सोने के लिए गईं। रात करीब दो बजे दोनों अपने कमरे के बाहर सो रही थी कि युवक ने आकर हमला कर दिया। ज्योति से उसकी हाथापाई हुई जिस कारण आरोपित ने ज्योति पर 28 बार चाकू से वार किया। बलजिंदर की पीठ पर तीन बार चाकू घोंपा। सरपंच ने कहा-गांव में नहीं तो कोई विवाद

    गांव जोधा के सरपंच दलजीत सिंह ने बताया कि लड़की या उसके परिवार का गांव में कोई विवाद नहीं था। लड़की के पिता जगतार सिंह और माता सुखवंत कौर गरीब परिवार से हैं। उनकी गांव में बहुत इज्जत है। लड़की बलजिदर सिंह के भाई बिक्रमजीत सिंह और इंद्रजीत का भी किसी से कोई विवाद नहीं है। उन्होंने किसी पर भी हत्या करने का शक नहीं बताया। बलजिदर कौर के परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही के आरोप लगाए। कहा कि अस्पताल के प्रबंधकों को पता ही नहीं चला कि कोई अंदर आकर हत्या कर चला गया। प्रबंधकों ने जानकारी तक नहीं दी। सुबह पुलिस का फोन आया। अस्पताल के प्रबंधकों ने पुलिस कमिश्नर से सुरक्षा की मांग की। थाना डिवीजन नंबर छह के प्रभारी परमदीन खान ने बताया कि ज्योति अभी बयान देने के लायक नहीं है। उसके बयान होने के बाद ही सारी सच्चाई सामने आ पाएगी। मौके था सिक्योरिटी गार्ड, पूछताछ के लिया हिरासत में लिया

    मृतका बलजिदर और घायल लड़की ज्योति पर हमला करने वाला रात को 2:00 बजे होस्टल में आया था। घटना के वक्त मौके पर सिक्योरिटी गार्ड था लेकिन फिर भी हत्या हो गई जिससे सारी घटना शक के घेरे में आती है। होस्टल में एक स्थाई सिक्योरिटी गार्ड था लेकिन बुधवार रात को बाहर खड़ा था लेकिन उसे पता तक नहीं चला कि अंदर कोई आया और हत्या कर चला गया। पोस्टमार्टम में काफी गहरे निकले जख्म, ज्योति का लिवर व पित्ता कट गया

    बलजिदर का पोस्टमार्टम तीन डाक्टरों के बोर्ड ने किया। उसकी पीठ पर तीन वार थे, जो काफी थे। ज्योति के शरीर पर 140 टांके लगे थे। घई अस्पताल के एमडी डा. यूस घई ने बताया कि चाकू से उसके नाक, माथे पर गहरे जख्म थे और उसकी अंगुली व बाजू कटी थी। छाती पर और पेट पर चाकू से वार हुआ जिससे उसका लीवर और पित्ता कट गया उसकी बड़ी आंत को भी नुकसान पहुंचा।