हेरोइन का फर्जी केस : बर्खास्त दो एएसआइ व हेड कांस्टेबल दो अगस्त तक रिमांड पर, पुलिस ने हिमाचल से किया था गिरफ्तार
हेरोइन का फर्जी केस तैयार कर दो युवकों को फंसाने वाले बर्खास्त एएसआइ अंग्रेज सिंह राजपाल सिंह और हेड कांस्टेबल जोगिंदर सिंह को दो अगस्त तक के पुलिस रिमांड में भेजा गया गया है। पुलिस ने इन्हें हिमाचल से गिरफ्तार किया था।

फिरोजपुर [संजय वर्मा]। हेरोइन का फर्जी केस तैयार कर दो युवकों को फंसाने वाले नारकोटिक्स सैल के बर्खास्त एएसआइ अंग्रेज सिंह, राजपाल सिंह और हेड कांस्टेबल जोगिंदर सिंह को दो अगस्त तक के पुलिस रिमांड में भेजा गया गया। कोर्ट ने आरोपितों का रोज मेडिकल करने और किसी भी तरह की रिकवरी के दौरान वीडियोग्राफी करने के आदेश दिए है। तीनों आरोपितों को वीरवार बाद दोपहर कोर्ट में पेश किया गया था। लुधियाना के कार चालक कंवलजीत सिंह और बीकानेर के गौतम पर 20 जुलाई को एक किलो हेरोइन और पांच लाख की ड्रग मनी बरामद का केस दर्ज कर दिया था। पैसे फाइनांस करने वाले गौतम के मालिक ने एसएसपी फिरोजपुर को इस बारे शिकायत की।
एसएसपी ने आरोपितों को जांच के लिए सीआइए बुलाया लेकिन चारों आरोपित जांच में शामिल नहीं हुए जबकि नारकोटिक्स सैल के अन्य मुलाजिम वहां मौजूद रहे थे। इंस्पेक्टर परमिंदर सिंह बाजवा, एएसआइ अंग्रेज सिंह, राजपाल और हेड कांस्टेबल को मुलाजिमों ने फोन भी किए लेकिन उनके मोबाइल बंद थे। जिसके बाद आरोपितों को बर्खास्त करने की कार्रवाई हुई। राजपाल को अंग्रेज सिंह और जोगिंदर सिंह के साथ बर्खास्त नहीं किया गया।
बुधवार को फिरोजपुर पुलिस ने हिमाचल के ऊना शहर से तीनों आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। जबकि इंस्पेक्टर परमिंदर सिंह बाजवा अभी भी फरार है। राजपाल को बुधवार देर सांय नौकरी से बर्खास्त किया गया।कोर्ट में पेशी के दौरान बर्खास्त एएसआइ राजपाल ने दूसरे पुलिस अधिकारियों पर आरोप लगाए उसने कहा बरामदगी डीएसपी की मौजूदगी में की गई थी। उनको फंसाया जा रहा है। पुलिस रिमांड के दौरान आरोपितों से पता किया जाएगा कि फर्जी केस के लिए एक किलो हेरोइन कहां से आई।

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