पंजाब में पराली जलाने के मामले में सरपंच पर FIR, पुलिस को देख ट्रैक्टर छोड़ भागा सहयोगी
पंजाब और हरियाणा में बढ़ते पराली जलाने के मामलों पर सरकारें सख्त रुख अपना रही हैं। इसी क्रम में जालंधर में पराली जलाने की शिकायत मिलने पर पुलिस जांच के लिए गई तो खेत जोत रहा व्यक्ति ट्रैक्टर छोड़ कर फरार हो गया। बाद में पता चला कि जहां पराली जलाई गई थी वो खेत गांव के सरपंच का है।

जागरण संवाददाता, जालंधर। Punjab News: पंजाब और हरियाणा में बढ़ते पराली के मामलों में सरकारें सख्त रुख अपना रही है। बावजूद इसके पराली जलाने की घटनाओं में कमी नहीं देखी जा रही है। इसी क्रम में जालंधर में पराली में आग लगने की शिकायत मिलने पर पुलिस जांच के लिए गई तो खेत जोत रहा व्यक्ति ट्रैक्टर छोड़ कर फरार हो गया। बाद में पता चला कि जहां पराली जलाई गई थी वो खेत गांव के सरपंच का है।
थाना सदर पुलिस ने जंडियाला के सरपंच कमलजीत सिंह पर मामला दर्ज किया है। सरपंच की अभी गिरफ्तारी नहीं हुई। शिकायतकर्ता ने कहा वे एएसआइ के साथ मौके पर गए तो दो खेतों में जली हुई पराली मिली थी।
एएसआइ जसबीर सिंह ने कहा पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। सेना से सूबेदार मेजर रिटायर हुए कुंदन भनोट ने कहा कि एएसआइ जसबीर सिंह को विभागीय सूचना मिली थी कि जडियाला भडाना रोड पर खेत में पराली जलाई गई थी। उनका अकसर इस रोड पर आना-जाना लगा रहता है।
मुआयना किया तो पता चला किसका है खेत
एएसआइ जसबीर उनको लेकर मौके पर गया तो वहां पराली जलाने के अवशेष थे और एक व्यक्ति ट्रैक्टर से खेतों को जोत रहा था। पुलिस को देख कर वो मौके से फरार हो गया और ट्रैक्टर को छोड़ गया। एएसआइ ने मौके का मुआयना किया तो पता चला ये खेत गांव के मौजूदा सरपंच कमलजीत सिंह का है।
यह भी पढ़ें- स्मॉग से घिरा पंजाब, दो दिन तक राहत के आसार नहीं; कई जिलों में दृश्यता शून्य, हवाई सेवा प्रभावित
थाना सदर में सरपंच के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। जंडियाला चौकी के एएसआइ जसबीर सिंह ने कहा कि सरपंच के खिलाफ वीरवार को मामला दर्ज किया गया है और आरोपित की गिरफ्तारी अभी बाकी है। .
स्मॉग बना रोग इस लिए कराया मामला दर्ज
शिकायतकर्ता कुंदन भनोट ने कहा कि पराली जलाने कारण पर्यावरण बुरी तरह से प्रभावित हुआ है और धुएं कारण सांस तल लेना मुश्किल हो गया है। पर्यावरण को स्वच्छ रखने की सभी की जिम्मेदारी है। धुएं से इंसानों पर दुष्प्रभाव पड़ रहे है। सभी पर्यावरण में सुधार के लिए लड़ रहे है लेकिन चंद लोग अपने फायदे के लिए इसे बिगाड़ रहे है। पराली जलाना भी गंभीर अपराध है जिस कारण वे शिकायकर्ता बने।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।