पिछले 24 घंटे में हुई 38 एमएम वर्षा से बिगाड़ी शहर व गांव की सूरत, तेज हवाओं से गिरे पेड़ व फसल
मानसून के सक्रिय होने होने के बाद बुधवार रात से जिले में तेज बारिश से कई जगहों पर पानी जमा हो गया। ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, कपूरथला : मानसून के सक्रिय होने होने के बाद बुधवार रात से जिले के विभन्न हिस्सों में लगातार हो रही वर्षा के कारण निचले क्षेत्रों में पानी भर गया। तेज हवाओं एव आंधी के साथ वीरवार दोपहर करीब 12 बजे तक हुई वर्षा की वजह से अनेक स्थानों पर वृक्ष गिर गए, कई जगह बिजली के खंबे टूट गए, जिससे के चलते कई घंटों तक बिजली सप्लाई भी बाधित रही। जिससे कई जगहों पर पीने के पानी की परेशानी उठानी पड़ी।
उधर, वर्षा की वजह से स्थानीय सिविल अस्पताल के अलावा पुरानी कचहरी, कोटू चौक, अमृत बजार, सीनपुरा, जट्टपुरा, प्रकाश एवेन्यू एवं शहरिया मोहल्ला आदि की गलियों ने नहरों का रूप धारण कर लिया। वर्षा के साथ आई आधी की वजह से एतिहासिक पुरानी कचहरी की दीवार भी गिर गई। इसके अलावा शहर में अनेक वृक्ष टूट गए। नई कचहरी रोड पर पेड गिरने से कुछ समय के लिए रास्ता भी रुक गया, लेकिन उसे जल्द ही हटाकर रास्ता चालू कर दिया गया। वर्षा से सुभानपुर, नडाला, ढिलवां, बेगोवाल एवं भुलत्थ में जगह-जगह पानी भर गया। टिब्बा, तलवंडी चौधरिया, काला संघिया, फत्तूढींगा, सुल्तानपुर लोधी एवं झल बीबड़ी आदि के निचले खेतों में पानी भर गया। सुल्तानपुर लोधी की चंडीगढ़ बस्ती में भी कई घरों मे बारिश का पानी घुस गया है।
उधर, मंडियों में पड़ी मक्की की फसल भी बारिश से बुरी तरह भीग गई है। सुल्तानपुर मंडी में सुखाने के लिए बिछाई गई कई किसानों की मक्की बारिश के पानी के साथ बह ही गई। अभी कई किसानों की खेतों में भी फसल खड़ी है, जिसकी कटाई करने में मुश्किल हो जाएगी। वीरवार भी सुबह से लगातार बारिश जारी रही, हालांकि बाद दोपहर बारिश थम गई। जिले में 38 एमएम वर्षा होने से चार डिग्री तापमान लुढ़क गया। वीरवार को अधितम तापमान 30 डिग्री और न्यूनतम 25 डिग्री रहा। मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में भी वर्षा होने की संभावना है।
गौरतलब है पिछले कई दिनों से पड़ रही उमस भरी गर्मी से बुधवार रात से ही आसमान में बादल छाए हुए थे, लेकिन गर्मी का अहसास किया जा रहा था, लेकिन देर रात को वर्षा होनी शुरू हो गई, जिससे राहत मिल गई। गांव खोजेवाल की महिला बलबीर कौर ने बताया कि उसने अस्पताल में दातों के डाक्टर से जांच करवाना था, लेकिन बरसात के कारण पानी भरा होने की वजह से उसे काफी परेशान होना पड़ा। फसलों को पहुंच सकता है नुकसान
बुधवार रात से लगातार हो रही वर्षा के कारण जलमग्न हुए निचले क्षेत्रों में पानी भर जाने से धान की फसल को क्षति पहुंच सकती है। मानसून की पहली मुसलधार वर्षा के कारण शहर में भी पानी ही पानी हो गया, जिससे कोटू चौक, अमृत बजारा, सीनपुरा, जट्टपुरा, प्रकाश एवेन्यू व शहरिया मोहल्ला आदि में गलियों में पानी भर गया।
उधर, गांव मैरीपुर, दुर्गापुर, डडविडी आदि के कई किसानों की खेतों में ही फसल खड़ी है। मंडियों में पड़ी मक्की की फसल भी बारिश से बुरी तरह भीग गई है। खेतों में खड़ी फसल की कटाई मुश्किल हो जाएगी।

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