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    कृषि सुधार कानून के खिलाफ किसान उग्र

    By JagranEdited By:
    Updated: Thu, 05 Nov 2020 08:15 PM (IST)

    कृषि सुधार कानून को रद करवाने के लिए किसान यूनियनों के वीरवार दोपहर 12 से शाम चार बजे तक दिए धरने का असर फगवाड़ा में संपूर्ण रूप से देखने को मिला। ...और पढ़ें

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    कृषि सुधार कानून के खिलाफ किसान उग्र

    संवाद सहयोगी, फगवाड़ा : कृषि सुधार कानून को रद करवाने के लिए किसान यूनियनों के वीरवार दोपहर 12 से शाम चार बजे तक दिए धरने का असर फगवाड़ा में संपूर्ण रूप से देखने को मिला। किसानों ने फगवाड़ा-जालंधर नेशनल हाईवे पर स्थित शुगर मिल चौक पर प्रदर्शन किया। इस दौरान किसान यूनियनों ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए तीनों कानूनों को वापस लेने की मांग की। प्रदर्शन में विधायक धालीवाल के बेटे कमल धालीवाल, मार्केट कमेटी के चेयरमैन नरेश भारद्वाज, ब्लाक समिति के चेयरमैन गुरदयाल सिंह भुल्लाराई, ब्लाक कांग्रेस देहाती के प्रधान दलजीत राजू व लोक इंसाफ पार्टी के नेता जरनैल नंगल भी शामिल हुए। उधर, कोई अप्रिय घटना न हो इसके लिए एसपी मनविंदर सिंह पुलिस की टीमों सहित प्रदर्शन वाली जगह पर मौजूद रहे।

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    किसान यूनियन के नेता सतपाल सिंह साहनी, कृपाल सिंह, जसबीर सिंह लिटा और मार्केट कमेटी फगवाड़ा के चेयरमैन नरेश भारद्वाज ने कहा कि केंद्र सरकार के कृषि सुधार कानून पंजाब के लोगों के लिए ख्रतरनाक सिद्ध होंगे। इसके अलावा उन्होंने इन कानूनों को जबरन लोकसभा और राज्यसभा में पास करवाने के लिए केंद्र सरकार की निंदा की। उन्होंने कहा कि पंजाब और हरियाणा का मंडीकरण सिस्टम एशिया और दुनियाभर में सबसे अच्छा है। यूनियन नेताओं ने कहा कि किसान पहले ही आर्थिक मंदहाली का शिकार है, वहीं केंद्र सरकार द्वारा इन कानूनों से उनके अधिकारों का हनन किया जा रहा है। इससे देश के किसानों का जीना मुश्किल हो जाएगा। वहीं इससे पंजाब और हरियाणा का मंडीकरण का ढाचा खराब हो जाएगा व लाखों की तादाद में लोग बेरोजगारी का शिकार होंगे।

    बिजली बिल व पेट्रो पदार्थो की कीमतों का विरोध

    किसान यूनियन के नेताओं ने कहा कि बिजली बिल 2020 और लगातार बढ़ रही पेट्रोल व डीजल की कीमतों का आम जनता व कर्मचारी वर्ग पर असर पड़ रहा है परंतु सरकार इन मसलों से ऐसे मुंह फेर कर बैठी है जैसे उसका कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने मोदी सरकार को चेतावनी देते कहा, यदि यह कानून वापस न लिए, तो संघर्ष को तेज किया जाएगा। इसी क्रम में 25 नवंबर को दिल्ली में बड़ा आदोलन किया जाएगा। मौके पर स्वर्ण सिंह, जसवंत सिंह, गुरकरण सिंह, प्रीतम सिंह, पूर्ण सिंह, कृपाल सिंह, गुरभेज सिंह, कुलविंदर सिंह, अमरजीत सिंह, महिंदर सिंह, सुखपाल सिंह, जगतार सिंह, गुरदयाल सिंह, मोहन सिंह, कुलविंदर सिंह, हरविंदर सिंह, गुलजिंदर सिंह, बलजिंदर सिंह, जसवीर सिंह, गुरमुख सिंह, सोहन सिंह, इंद्रजीत सिंह, दविंदर सिंह, मार्केट कमेटी के चेयरमैन नरेश भारद्वाज, कुलवंत राय, जसविंदर उपस्थित थे।

    कैप्टन सरकार किसानों के साथ : धालीवाल

    विधायक बलविंदर सिंह धालीवाल ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा काले कृषि कानूनों को पास करके किसानों के साथ धोखा और देश में किसानी को खत्म करने वाला काम किया है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की ओर से पंजाब विधानसभा के विशेष सत्र में किसानों के हितों के लिए तीन विधेयकों को पास किया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार हमेशा किसानों के साथ है और किसानों के हकों और हितों की लड़ाई लड़ती रहेगी।