नहीं देख सकता ये तबाही... कहते ही जमीन पर गिरकर हुई किसान की मौत
पंजाब में बाढ़ से धर्मकोट के किसान खुशहाल सिंह का परिवार तबाह हो गया। उनका घर डूब गया पशु बह गए और फसल बर्बाद हो गई। जब खुशहाल सिंह ने अपनी धान की फसल को नष्ट देखा तो वे सदमे में आ गए। मेरी फसल बर्बाद हो गई कहते हुए वे गिर पड़े और उनकी मृत्यु हो गई। परिवार ने सरकार से मदद की गुहार लगाई है।

संवाद सूत्र, धर्मकोट (मोगा)। पंजाब में आई बाढ़ ने हजारों एकड़ फसलें तबाह कर दी हैं। मोगा जिले की तहसील धर्मकोट के गाव सैद जलालपुर में बाढ़ की मार ने एक किसान की जिंदगी पर भारी पड़ रही है। यहां के रहने वाले किसान खुशहाल सिंह के परिवार का दावा है कि उनकी मौत उस समय हो गई, जब उन्होंने अपने खेतों में खड़ी बर्बाद हो चुकी फसल देखी।
मिली जानकारी के अनुसार, बाढ़ के दौरान खुशहाल सिंह का पूरा घर पानी में डूब गया था। उनके पालतू पशु बह गए और घर के कई कमरे ढह गए। केवल दो पुराने कमरे ही बचे थे, लेकिन उनमें भी पानी भर गया था। दो दिन पहले ही घर से पानी उतरा था, जिसके बाद परिवार सफाई कर रहा था।
परिवार के लोगों ने बताया कि घर की सफाई पूरी करने के बाद खुशहाल सिंह खेतों का जायजा लेने पहुंचे। खेतों में जाकर जब उन्होंने अपनी धान की फसल पूरी तरह नष्ट देखी तो उनके होश उड़ गए। घर लौटकर वे लंबी-लंबी सांसें लेने लगे और बार-बार कहते रहे 'मेरी फसल बर्बाद हो गई… मेरी फसल बर्बाद हो गई…'। ऐसा कहते-कहते वे जमीन पर गिर पड़े और उनकी मौत हो गई।
मृतक किसान के पीछे दो बेटे हैं जो मजदूरी करके घर का गुजारा चलाते हैं। परिवार की रोजी-रोटी खेतीबाड़ी और पशुओं पर ही निर्भर थी। अब जब पशु बह गए, घर ढह गया और फसल भी बर्बाद हो गई तो परिवार पूरी तरह दुखों के समंदर में डूब गया है।
परिवार ने सरकार और जिला प्रशासन से गुहार लगाई है कि उनकी मदद के लिए तुरंत कदम उठाए जाए। गाव के लोगों का भी कहना है कि सरकार को बाढ़ पीड़ितों के लिए बड़े स्तर पर राहत योजनाएं लागू करनी चाहिए, ताकि किसानों और गरीब परिवारों को राहत मिल सके। इस दुखद घटना से पूरे इलाके में शोक का माहौल है।
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