Back Image

Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    डिजिटल अरेस्ट का डर दिखाकर 50 करोड़ ऐंठने वाले गिरोह का भंडाफोड़, पंजाब पुलिस ने 10 लोग किए गिरफ्तार

    Updated: Thu, 02 Oct 2025 11:58 AM (IST)

    पटियाला पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो लोगों को निवेश और डिजिटल अरेस्ट के नाम पर ठगता था। इस गिरोह ने 50 करोड़ से अधिक की ठगी की है। साइबर क्राइम टीम ने उत्तर प्रदेश और हरियाणा से दस आरोपियों को गिरफ्तार किया है जिनमें से सात को जेल भेज दिया गया है।

    Hero Image
    डिजिटल अरेस्ट का डर दिखाकर 50 करोड़ ऐंठने वाले गिरोह का भंडाफोड़ (प्रतीकात्मक फोटो)

    जागरण संवादताता, पटियाला। लोगों को कंपनियों में निवेश कर लाभ कमाने और डिजिटल अरेस्ट का डर दिखाकर 50 करोड़ से अधिक ऐंठने वाले एक गिरोह का पुलिस ने पर्दाफाश किया है।

    साइबर क्राइम थाना की टीम ने गिरोह का दस लोगों को उत्तर प्रदेश और हरियाणा से गिरफ्तार किया है। इनमें से सात आरोपित जहां जेल भेजे जा चुके हैं, वहीं तीन आरोपितों से पुलिस रिमांड में लेकर पूछताछ में जुटी है। इस गिरोह से 18 फोन, एक लैपटॉप, 80 बैंक खाते, 14 एटीएम कार्ड व 25 बैंक चेक बुक बरामद की जा चुकी हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    दस आरोपी किए गिरफ्तार

    एसपी आशवंत सिंह धालीवाल ने बताया कि साइबर क्राइम थाना प्रभारी तरनदीप कौर व उनकी टीम ने इन दस आरोपितों को उत्तर प्रदेश और हरियाणा की साइबर क्राइम टीम के साथ मिलकर गिरफ्तार किया।

    गिरोह के सदस्य फर्जी कंपनियां बनाकर उनके चालू और बचत बैंक खाते खोलते थे। इसके बाद देश भर से आम लोगों को इन कंपनियों में निवेश करके मुनाफा कमाने का भ्रम देकर और बुजुर्गों को डिजिटल गिरफ्तारी की धमकी देकर उनसे पैसे अपने बैंक खातों में स्थानांतरित करते थे।

    इसके बाद इस पैसे को अन्य बैंक खातों में स्थानांतरित कर निकलवा लेते थे। उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच में इनके 70-80 बैंक खातों की जानकारी मिली है।

    जांच में यह बात भी सामने आई है कि आरोपित वाट्सएप के माध्यम से विदेशी नंबरों से भारतीय नागरिकों को कॉल करते थे और उन्हें लाभ कमाने के बहाने पैसे निवेश करवाते थे या नकली पुलिस अधिकारी बनकर बुजुर्गों को डिजिटल रूप से गिरफ्तार करके अपने संबंधित खातों में पैसे जमा करवाते थे।

    150 से अधिक साइबर अपराध के मामले आए सामने

    देश भर में इस गिरोह के खिलाफ 150 से अधिक साइबर अपराध के मामले सामने आए हैं। गिरोह के विदेश से नेटवर्क होने के सुराग मिले हैं। यह आरोपित गिरफ्तार किए उत्तर प्रदेश के जिला फरोजाबाद के गांव शामभूनगर शिकोहाबाद निवासी रूपिंदर सिंह, लखनऊ के इंद्र नगर निवासी प्रियांशु जायसवाल।

    आंबेडकर नगर के गांव गोबिंदपुरा निवासी संदीप कुमार, गांव फरीदपुर कुतुब निवासी विकास, लखनऊ के शेरवानी नगर निवासी सनबान व अमन, जिला सुल्तानपुर के गांव गोलगापार निवासी शेषनाथ।

    अमेठी के गांव जोगामाऊ निवासी प्रदीप कुमार यादव, जिला बुलंदशहर के गांव शाहपुर कलां निवासी नेपाल सिंह और हरियाणा के फरीदाबाद निवासी प्रकाश चंद के रूप में हुई है।

    पटियाला में इनसे हुई थी ठगी आरोपितों ने पटियाला के फुल्कियां एंकलेव निवासी अमरजीत सिंह से पांच करोड़ 23 लाख 88 हजार रुपये, अजीत नगर निवासी पूर्व बिजली निगम अधिकारी जवाहर लाल से एक करो़ड़ 14 लाख 40 हजार रुपये और रमेश शर्मा से 57 लाख रुपये की ठगी की थी।