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    Rajasthan: कोटा में अंडर-20 राष्ट्रीय कुश्ती प्रतियोगिता का हुआ समापन, हरियाणा ने जीते सबसे ज्यादा मेडल

    Updated: Sun, 27 Apr 2025 03:02 PM (IST)

    राजस्थान राज्य कुश्ती संघ के अध्यक्ष राजीव दत्ता ने बताया कि प्रतियोगिता में देश भर से 203 महिला पहलवानों ने भी भाग लिया। प्रतियोगिता का दूसरा दिन महिला कुश्तियों के नाम रहा। इस दिन महिला वर्ग के सभी दस कैटेगरी के कुश्ती मुकाबले हुए जिनमें से हरियाणा ने 7 में गोल्ड मैडल जीता।

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    लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने बढ़ाया खिलाड़ियों का हौसला (फोटो: जेएनएन)

    जेएनएन, कोटा। राजस्थान राज्य कुश्ती संघ के तत्वावधान में अंडर-20 राष्ट्रीय कुश्ती प्रतियोगिता 20 से 22 अप्रेल तक कोटा में आयोजित की गई। उद्घाटन समारोह को सम्बोधित करते हुए लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि कुश्ती का खेल भारत की मिट्टी की खुशबू में रचा बसा है। ओलम्पिक्स हों या एशियन गेम्स, कुश्ती ने सदैव देश का मान बढ़ाया है। अंडर-20 राष्ट्रीय कुश्ती प्रतियोगिता से भी ऐसे युवा खिलाड़ी सामने आएंगे जो भविष्य में भारत को गौरवान्वित करेंगे।

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    राजस्थान राज्य कुश्ती संघ के अध्यक्ष राजीव दत्ता ने बताया कि कुश्ती प्रतियोगिता में देश के 26 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से 800 से अधिक महिला और पुरुष पहलवानों ने भाग लिया। इन्होंने पुरुषों की ग्रीकोरोमन और फ्री स्टाइल वर्ग तथा महिला वर्ग में 10-10 वेट कैटगरी में मुकाबले खेले। इस प्रतियोगिता में कुल 16 गोल्ड मेडल जीत कर हरियाणा अव्वल रहा।

    राजस्थान की डिप्टी सीएम रहीं उपस्थित

    इतना ही नहीं हरियाणा ने पुरुषों के ग्रीकोरोमन और फ्री स्टाइल वर्ग तथा महिला वर्ग की टीम चैम्पियनशिप ट्रॉफी भी अपने नाम की। ग्रीकोरामन वर्ग में हरियाणा ने 5 गोल्ड मेडल, फ्री स्टाइल वर्ग में 4 गोल्ड मैडल तथा महिला वर्ग में 7 गोल्ड मेडल जीते। छह गोल्ड मेडल के साथ दिल्ली दूसरे और तीन गोल्ड मेडल के साथ उत्तर प्रदेश तीसरे स्थान पर रहा। सर्विसेज ने दो तथा राजस्थान, महाराष्ट्र और पंजाब ने एक-एक गोल्ड मेडल जीते।

    (फोटो: जेएनएन)

    विजेता पहलवानों को सम्मानित करते हुए राजस्थान की उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी ने कहा कि राजस्थान में डबल इंजन सरकार प्रदेश में खेल और खिलाड़ियों को मजबूत कर रही है। कहा कि भविष्य में राजस्थान से कई ओलंपिक पदक विजेता सामने आएंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पिछले 10 वर्षों में खेलों में अनेक सकारात्मक बदलाव हुए हैं जिसके सुखद परिणाम अब देश के सामने आ रहे हैं।

    ओलंपिक के आयोजन का हो रहा प्रयास

    • दीया कुमारी ने कहा कि राजस्थान में भी अब भाजपा सरकार है जो खेलों को बढ़ावा देने का काम कर रही है। खेल के इंफ्रांस्ट्रक्चर और खिलाड़ियों को मूलभूत सुविधाओं में सुधार हो रहा है। अब राजस्थान भी खेलों में सिरमौर बनेगा और यहां की पदक विजेताओं की सूची में महिलाएं अग्रणी रहेंगी।
    • प्रतियोगिता के समापन समारोह में मुख्य अतिथि केंद्रीय खेल राज्य मंत्री रक्षा खड़से ने कहा कि 2036 ओलम्पिक भारत में हों और उसमें कुश्ती में सर्वाधिक खिलाड़ी भारत से हों, यह हमारा प्रयास है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले 10 वर्षों के कार्यकाल में खेल और खिलाड़ियों को बढ़ावा दिया है। खिलाड़ियों को ट्रेनिंग और अन्य सभी सुविधाएं बढ़ाई गई हैं। यही कारण है कि ओलम्पिक, एशियन गेम्स और अन्य अन्तरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में भारत के पदकों की संख्या बढ़ी है।

    ओलंपिक पोडियम योजना चलाएगी सरकार

    राजस्थान के खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर ने कहा कि ओलम्पिक, एशियन गेम्स और अन्य अन्तरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में राजस्थान के खिलाड़ी भी अधिक से अधिक पदक लाएं इसके लिए राजस्थान सरकार भी केंद्र सरकार की तर्ज पर टारगेट ओलम्पिक पोडियम योजना चलाएगी। राठौर ने कहा कि मैं खुद खिलाड़ी रहा हूं इसलिए खिलाड़ियों की समस्याओं को देखा है पहले भारत की टीम किसी अन्तरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में जीत कर आए या हार कर, किसी राजनेता को कोई फर्क नहीं पड़ता था।

    (फोटो: जेएनएन)

    उन्होंने कहा कि लेकिन पिछले 10 वर्षों में यह तस्वीर बिल्कुल बदल गई है। अब हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारतीय टीम के जाते समय खिलाड़ियों से मिलकर उन्हें शुभकामनाएं देते हैं। टीम के जीत कर लौटने पर खिलाड़ियों से मिलकर बधाई देते हैं और हारने पर भी व्यक्तिगत तौर पर मिलकर प्रोत्साहित करते हैं। इससे खिलाड़ियों का मनोबल भी बढ़ा है।

    आर्थिक सहायता देगा राजस्थान

    अंडर-20 राष्ट्रीय कुश्ती प्रतियोगिता के दौरान राजस्थान राज्य कुश्ती संघ के अध्यक्ष राजीव दत्ता ने एक नई पहल की जो देश में पहली बार की गई है। दत्ता ने कहा कि ऐसे कई राजस्थान केसरी पहलवान है जिन्होंने युवावस्था में प्रदेश के नाम रोशन किया। लेकिन अब जब वे बुजुर्ग हो चुके हैं तो उन्हें अपनी रोजमर्रा की आवश्यकताओं को पूरा करने में कठिनाई आ रही है।

    (फोटो: जेएनएन)

    राजस्थान राज्य कुश्ती संघ 60 वर्ष की उम्र पूरी कर चुके पूर्व राजस्थान केसरी पहलवानों को 10000 रूपए प्रतिमाह की आर्थिक सहायता देगा। इससे उनके जीवन में सकारात्मक सुधार आएगा। पुरूषों की ग्रीको रोमन कैटेगरी के 97 किलो वर्ग में भरतपुर के कृष्ण वीर कंधा तुड़ाने के बाद भी मैच में डटे रहे। महाराष्ट्र के हर्ष के सामने मैच खेलते हुए मैट पर ही कृष्ण वीर कर कंधा उतर गया। इसके बाद कृष्णवीर दर्द में भी जज्बे के साथ लड़े और मैच जीतने में कामयाब रहे।

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