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Udaipur: आर्मी के प्लान के आगे तेंदुए का सरेंडर, खुद ही पिजंरे में आ बैठा; तीन लोगों को बना चुका था अपना शिकार

उदयपुर में आदमखोर तेंदुए को आखिरकार पांच दिनों की कड़ी मेहनत के बाद पकड़ लिया गया। तेंदुए को पकड़ने के लिए आर्मी की टीम की मदद लेनी पड़ गई। वन विभाग और आर्मी की टीम ने संयुक्त ऑपरेशन चलाकर तेंदुए को पकड़ा। तेंदुए को पकड़ने के लिए टीमों ने टेकनोलॉजी का भी सहारा लिया। जंगलों में तेंदुए को ट्रैक करने के लिए ड्रोन की भी मदद ली गई थी।

By Piyush Kumar Edited By: Piyush Kumar Updated: Tue, 24 Sep 2024 11:22 AM (IST)
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Leopard caught in Udaipur: तीन लोगों को शिकार बनने वाला आदमखोर तेंदुआ पकड़ा गया।(फोटो सोर्स: जागरण)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पांच दिनों की कड़ी मेहनत के बाद आखिरकार आदमखोर तेंदुए को पकड़ लिया गया। राजस्थान के उदयपुर में तेंदुआ ने पांच दिनों के भीतर एक महिला, एक पुरुष और एक बच्ची को अपना शिकार बनाया था।

तेंदुए को पकड़ने के लिए आर्मी की टीम की मदद लेनी पड़ गई। वन विभाग और आर्मी की टीम ने संयुक्त ऑपरेशन चलाकर तेंदुए को पकड़ा। गौरतलब है कि तेंदुए ने जिस जगह महिला का शिकार किया था, उसकी जगह वो पिंजरे में कैद हो गया।

कैसे पिंजरे में फंसा तेंदुआ

आर्मी और वन विभाग की टीम ने एक बड़ा पिंजरा लगाया और उसके आस पास मछली के पानी का छिड़काव किया गया। पिंजरे में मांस भी रखा गया। इससे आकर्षित होकर तेंदुआ खुद पिंजरे में आ पहुंचा।

टीम ने ली टेक्नोलॉजी की मदद

तेंदुए को पकड़ने के लिए टीमों ने टेकनोलॉजी का भी सहारा लिया। जंगलों में तेंदुए को ट्रैक करने के लिए ड्रोन की भी मदद ली गई थी। उसके पगमार्क को भी ट्रैक किया गया। आदमखोर तेंदुए को पकड़ने के लिए टीम ने छह जगह पिंजरे लगाए थे।

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