Aaj ka Panchang 24 October 2025: वैभव लक्ष्मी व्रत पर बन रहे कई अद्भुत संयोग, यहां नोट करें पूजा का शुभ समय
आज 24 अक्टूबर को वैभव लक्ष्मी व्रत (Aaj ka Panchang 24 October 2025) रखा जा रहा है, जो धन की देवी मां लक्ष्मी को समर्पित है। यह व्रत साधकों की मनोकामनाएं पूरी करने और घर में सुख-समृद्धि लाने वाला माना जाता है। लेख में आज का पंचांग, जिसमें तिथि, योग, करण, सूर्योदय-सूर्यास्त के समय के साथ-साथ शुभ-अशुभ मुहूर्त और अनुराधा नक्षत्र की विस्तृत जानकारी दी गई है।

Aaj ka Panchang 24 October 2025: वैभव लक्ष्मी व्रत का धार्मिक महत्व
आनंद सागर पाठक, एस्ट्रोपत्री। आज यानी शुक्रवार 24 अक्टूबर को वैभव लक्ष्मी व्रत रखा जा रहा है। यह व्रत देवी मां लक्ष्मी को समर्पित होता है। इस शुभ अवसर पर बड़ी संख्या में साधक धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा कर रहे हैं। साथ ही सुख और सौभाग्य में वृद्धि के लिए व्रत रख रहे हैं।

धार्मिक मान्यता के अनुसार, वैभव लक्ष्मी व्रत रखने से साधक की हर मनोकामना पूरी होती है। साथ ही घर में अन्न-धन के भंडार भरे रहते हैं। वैभव लक्ष्मी व्रत के दिन कई शुभ-अशुभ योग भी बन रहे हैं। ऐसे में आइए जानते हैं आज का पंचांग (Aaj ka Panchang 24 October 2025) के बारे में।
- तिथि: शुक्ल तृतीया
- मास पूर्णिमांत: कार्तिक
- दिन: शुक्रवार
- संवत्: 2082
- तिथि: शुक्ल तृतीया प्रातः 01:19 बजे तक (25 अक्टूबर)
- योग: सौभाग्य प्रातः 05:55 बजे तक (25 अक्टूबर)
- करण: तैतिल प्रातः 12:03 बजे तक
- करण: गरज प्रातः 01:19 बजे तक (25 अक्टूबर)
सूर्योदय और सूर्यास्त का समय
- सूर्योदय का समय- प्रातः 06:28 बजे
- सूर्यास्त का समय- सायं 05:43 बजे
- चंद्रोदय का समय- प्रातः 08:53 बजे
- चंद्रास्त का समय- सायं 07:13 बजे
- सूर्य राशि: तुला
- चंद्र राशि: वृश्चिक
आज के शुभ मुहूर्त
- अभिजीत मुहूर्त: प्रातः 11:43 बजे से दोपहर 12:28 बजे तक
- अमृत काल: सायं 08:09 बजे से सायं 09:57 बजे तक
आज के अशुभ समय
- राहुकाल: प्रातः 10:41 बजे से दोपहर 12:05 बजे तक
- गुलिकाल: प्रातः 07:52 बजे से प्रातः 09:16 बजे तक
- यमगण्ड: दोपहर 02:54 बजे से सांय 04:18 बजे तक
आज का नक्षत्र
- आज चंद्रदेव अनुराधा नक्षत्र में रहेंगे…
- अनुराधा नक्षत्र- पूर्ण रात तक
- सामान्य विशेषताएं: समाज में सम्मानित, आत्मकेंद्रित, आक्रामक, साहसी, बुद्धिमान, मेहनती, विपरीत लिंग के प्रति आकर्षित और सुंदर बाल
- नक्षत्र स्वामी: शनि देव
- राशि स्वामी: मंगल देव
- देवता: मित्रता के देवता
- प्रतीक: अंतिम रेखा पर एक फूल
यह दैनिक पंचांग Astropatri.com के सौजन्य से प्रस्तुत है. सुझाव व प्रतिक्रियाओं के लिए hello@astropatri.com पर ईमेल करें।

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