Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Durga Ashtami 2025 Date: भाद्रपद महीने में कब है दुर्गा अष्टमी? नोट करें शुभ मुहूर्त एवं योग

    सनातन धर्म में अष्टमी (Sawan Durga Ashtami 2025 Date) तिथि का खास महत्व है। कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर कालाष्टमी और मासिक कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाती है। वहीं शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि पर दुर्गा अष्टमी मनाई जाती है। इस शुभ अवसर पर जगत की देवी मां दुर्गा की भक्ति भाव से पूजा की जाती है। साथ ही दान और पुण्य किया जाता है।

    By Pravin Kumar Edited By: Pravin Kumar Updated: Thu, 14 Aug 2025 05:44 PM (IST)
    Hero Image
    Durga Ashtami 2025 Date: दुर्गा अष्टमी का धार्मिक महत्व

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि श्रीराधा रानी को समर्पित है। इस शुभ अवसर पर राधा अष्टमी, दूर्वा अष्टमी और दुर्गा अष्टमी मनाई जाती है। इसके लिए भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि पर जगत की देवी राधा रानी की भक्ति भाव से पूजा की जाती है। साथ ही उनके निमित्त व्रत रखा जाता है। इस व्रत के पुण्य-प्रताप से साधक की हर मनोकामना पूरी होती है। साथ ही जीवन में सुखों का आगमन होता है। आइए, भाद्रपद माह की दुर्गा अष्टमी की तिथि एवं शुभ मुहूर्त जानते हैं-

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    मासिक दुर्गा अष्टमी शुभ मुहूर्त (Masik Durga Ashtami Shubh Muhurat)

    वैदिक पंचांग के अनुसार, भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि की शुरुआत 30 अगस्त को भारतीय समयानुसार रात 10 बजकर 46 मिनट पर होगी। वहीं, अष्टमी तिथि की समाप्ति 01 सितंबर को देर रात 12 बजकर 57 मिनट पर होगी। जगत की देवी मां दुर्गा की पूजा निशा काल में होती है। अत: 31 अगस्त को भाद्रपद महीने की दुर्गा अष्टमी मनाई जाएगी।

    मासिक दुर्गा अष्टमी शुभ योग (Masik Durga Ashtami Shubh Yog)

    ज्योतिषियों की मानें तो भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि पर भद्रावास योग समेत कई मंगलकारी योग बन रहे हैं। भद्रावास का संयोग दिन में 11 बजकर 54 मिनट तक है। इस दौरान भद्रा स्वर्ग में रहेंगी। भद्रा के स्वर्ग में रहने से पृथ्वी वासियों का कल्याण होता है। इस दौरा जगत की देवी मां दुर्गा की पूजा करने से हर मनोकामना पूरी होगी। साथ ही सभी बिगड़े काम बनेंगे।

    पंचांग

    • सूर्योदय - सुबह 05 बजकर 19 मिनट पर
    • सूर्यास्त - शाम 05 बजकर 55 मिनट पर
    • चंद्रोदय- दोपहर 12 बजकर 08 मिनट से...
    • चन्द्रास्त- रात 10 बजकर 52 मिनट तक
    • ब्रह्म मुहूर्त - सुबह 03 बजकर 48 मिनट से 04 बजकर 33 मिनट तक
    • विजय मुहूर्त - दोपहर 01 बजकर 43 मिनट से 02 बजकर 33 मिनट तक
    • गोधूलि मुहूर्त - शाम 05 बजकर 55 मिनट से 06 बजकर 17 मिनट तक
    • निशिता मुहूर्त - रात 11 बजकर 14 मिनट से 12 बजे तक

    यह भी पढ़ें- Gupt Navratri June 2025: सपने में मां दुर्गा को देखा, जानिए क्या शुभ बातों का मिल रहा है संकेत

    यह भी पढ़ें- Masik Durgashtami 2025: मां दुर्गा के इन मंत्रों के जप नहीं सताएगा कोई डर, खुलेंगे सफलता के रास्ते

    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।