Chhath 2024 Puja Samagri List: इन चीजों के बिना अधूरी है छठ पूजा, एक क्लिक में देखें सामग्री लिस्ट
पंचाग के अनुसार कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि से नहाय-खाय (Nahay Khay 2024) से छठ पूजा के उत्सव की शुरुआत होती है। इस महापर्व को देशभर में बेहद उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस दौरान खास रौनक देखने को मिलती है। छठ पूजा की थाली (Chhath 2024 Puja Samagri List) में विशेष चीजों को शामिल करना चाहिए। इससे पूजा का पूर्ण फल प्राप्त होता है।
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। इस बार छठ पर्व की शुरुआत 05 नवंबर से हो गई है। आज खरना पूजा (Kharna Puja 2024 Samagri List) का पर्व मनाया जा रहा है। छठी मैया को समर्पित महापर्व 4 दिनों तक मनाया जाता है। धर्मिक मान्यता के अनुसार, इस व्रत को विधिपूर्वक करने से करने से घर में सुख और समृद्धि का आगमन होता है। छठ पूजा एक ऐसा पर्व है, जब डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देकर उपासना की जाती है। वहीं, सनातन धर्म में उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने का विधान है। अगर आप भी छठ पूजा (Chhath Puja Samagri mai kya shamil karein) कर रहे हैं, तो यह जरूर जान लें कि पूजा थाली में किन चीजों को शामिल करना चाहिए, जिससे पूजा में कोई रुकावट न आए। ऐसे में आइए इस लेख में जानते हैं छठ पूजा (Chhath Puja 2024 Samagri List) की सामग्री लिस्ट।
कब है छठ पूजा 2024 (Chhath Puja 2024 Date and Time)
पंचांग के अनुसार, छठ पूजा की शुरुआत कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी यानी 05 नवंबर (Kab Hai Chhath Puja 2024) से हो गई है। वहीं, इसका समापन अष्टमी तिथि यानी 08 नवंबर को होगा। इस दौरान छठी मैया और सूर्य देव की विधिपूर्वक पूजा-अर्चना की जाएगी।
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छठ पूजा सामग्री लिस्ट
- पीतल का पात्र
- फल
- सुपारी
- चावल
- सिंदूर
- फूल
- एक थाली
- पान
- गाय का घी
- शहद
- धूप
- शकरकंदी
- सुथनी
- गुड़
- सूप
- बड़ा वाला नींबू
- पानी वाला नारियल
- मिठाईयां
- गुड़
- अरवा का चाल
- गंगा जल
- बांस की दो बड़ी टोकरियां
- पीतल का एक लोटा
- ठेकुआ का भोग
- गेहूं, चावल का आटा
- साधक के लिए नए कपड़े
- 5 पत्तियां लगे हुए गन्ने
- मूली, अदरक और हल्दी का हरा पौधा
छठ पूजा में करें इन नियम का पालन
- छठ पूजा के दौरान व्रत रखने वाले जातक को पलंग या तखत पर नहीं सोना चाहिए। वह जमीन पर चादर बिछाकर सो सकता है।
- इस पर्व के चार दिन तक व्रती को नए वस्त्र धारण करने चाहिए।
- इसके अलावा मांस और मदिर का सेवन भूलकर भी नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से जातक को छठी मैया की नाराजगी का सामना करना पड़ सकता है।
- किसी से वाद-विवाद न करें। साथ ही बड़े बुजुर्गों और महिलाओं का अपमान न करें।
- छठ पूजा के दौरान सात्विक भोजन का सेवन करना चाहिए।
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।