Chitragupta Puja Date: 22 या 23 अक्टूबर, कब है चित्रगुप्त पूजा? यहां नोट करें शुभ मुहूर्त और योग
कार्तिक माह की शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि पर चित्रगुप्त महाराज की पूजा की जाती है, जो इस साल 23 अक्टूबर (Chitragupta Puja 2025 Date) को है। चित्रगुप्त महाराज यम के सहायक हैं और जीवों के कर्मों का लेखा-जोखा रखते हैं। उनकी पूजा से मनोवांछित फल, सुख और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। पूजा का शुभ मुहूर्त दोपहर 1 बजकर 13 मिनट से 3 बजकर 28 मिनट तक है, और इस दिन आयुष्मान व शिववास योग भी बन रहे हैं।

Chitragupta Puja 2025 Date: चित्रगुप्त पूजा का धार्मिक महत्व
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। हर साल कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि चित्रगुप्त महाराज को समर्पित है। इस शुभ अवसर पर चित्रगुप्त महाराज जी की भक्ति भाव से पूजा (Chitragupta Puja 2025 Date)की जाती है। सनातन शास्त्रों में निहित है कि चित्रगुप्त महाराज जी को यम के देवता धर्मराज के सहायक हैं।
चित्रगुप्त महाराज कलम-दवात की मदद से समस्त जीवों के कर्मों का लेखा जोखा लिखते हैं। इसके आधार पर जीवों को नवजीवन मिलता है। चित्रगुप्त महाराज की पूजा करने से साधक को मनोवांछित फल मिलता है। साथ ही सुख और सौभाग्य में वृद्धि होती है। आइए, चित्रगुप्त पूजा की सही तिथि (When is Chitragupta Puja) और शुभ मुहूर्त जानते हैं-
चित्रगुप्त पूजा शुभ मुहूर्त(Chitragupta puja 2025 shubh muhurat)
वैदिक पंचांग के अनुसार, 22 अक्टूबर को रात 8 बजकर 16 मिनट पर कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि शुरू होगी। वहीं, 23 अक्टूबर को रात 10 बजकर 46 मिनट पर द्वितीया तिथि का समापन होगा। सनातन धर्म में उदया तिथि मान है। आसान शब्दों में कहें तो सूर्योदय से तिथि की गणना की जाती है। इस प्रकार गुरुवार 23 अक्टूबर को चित्रगुप्त महाराज जी की पूजा की जाएगी।
चित्रगुप्त पूजा शुभ योग (Chitragupta puja 2025 shubh Yog)
ज्योतिषियों की मानें तो कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि पर आयुष्मान योग का संयोग बन रहा है। इसके साथ ही शिववास योग का भी संयोग है। इन योग में चित्रगुप्त महाराज जी की पूजा करने से अक्षय फल मिलेगा।
चित्रगुप्त पूजा के लिए शुभ समय (Chitragupta puja 2025 shubh Yog)
कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथियानी 23 अक्टूबर को दोपहर 1 बजकर 13 मिनट से दोपहर 3 बजकर 28 मिनट तक चित्रगुप्त महाराज जी की पूजा के लिए शुभ मुहूर्त है। इस दौरान साधक चित्रगुप्त महाराज जी की भक्ति भाव से पूजा कर सकते हैं।
पंचांग
- सूर्योदय: सुबह 06 बजकर 27 मिनट पर
- सूर्यास्त: शाम 05 बजकर 43 मिनट पर
- ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 04 बजकर 45 मिनट से 05 बजकर 36 मिनट तक
- विजय मुहूर्त: दोपहर 01 बजकर 58 मिनट से 02 बजकर 43 मिनट तक
- गोधूलि मुहूर्त: शाम 05 बजकर 43 मिनट से 06 बजकर 09 मिनट तक
- निशिता मुहूर्त: रात 11 बजकर 40 मिनट से 12 बजकर 31 मिनट तक
अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
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