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    Masik Kalashtami 2025: पौष माह में करें ये खास 4 उपाय, दूर होंगे सारे संकट 

    Updated: Wed, 10 Dec 2025 05:32 PM (IST)

    मासिक कालाष्टमी पर काल भैरव की पूजा का विधान है। पौष माह की कालाष्टमी 11 दिसंबर को मनाई जाएगी। इस दिन आपको काल भैरव देव की पूजा-अर्चना से कई समस्याओं ...और पढ़ें

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    Masik Kalashtami 2025 मासिक कालाष्टमी के उपाय

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। मासिक कालाष्टमी तंत्र-मत्र की साधना करने वाले लोगों के लिए खास मानी गई है। इसके साथ ही जनसाधारण भी इस दिन पर काल भैरव देव की पूजा-अर्चना द्वारा शुभ फलों की प्राप्ति कर सकते हैं। साथ ही इस दिन पर कुछ खास उपायों (Kalashtami Upay) द्वारा आपको कई परेशानियों से छुटकारा मिल सकता है। चलिए जानते हैं इस बारे में।

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    मासिक कालाष्टमी मुहूर्त (Masik Kalashtami Muhurat)

    पौष माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि की शुरुआत 11 दिसंबर को दोपहर 1 बजकर 57 मिनट पर हो रही है। वहीं यह तिथि का समापन 12 दिसंबर को दोपहर 2 बजकर 56 मिनट पर होगा। ऐसे में पौष माह की कालाष्टमी गुरुवार 11 दिसंबर को मनाई जाएगी।

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    (AI Generated Image)

    दूर होंगे सभी दुख

    कालाष्टमी के दिन विधि विधान से काल भैरव देव की पूजा करें और उन्हें उड़द की दाल के पकौड़े , गुलगुले, जलेबी और काले तिल का भोग लगाएं। ऐसा करने से आपको काल भैरव देव का आशीर्वाद मिलता है और सभी दुख धीरे-धीरे दूर होने लगते हैं।

    करें इन चीजों का दान

    कालाष्टमी के दिन आपको चावल, दूध, दही, नमक और गेहूं का दान करने से शुभ परिणाम मिल सकते हैं। वहीं आप शनि-राहु दोष से राहत पाने के लिए इस दिन पर उड़द दाल, काले तिल, काले चने और सरसों के तेल में छाया दान कर सकते हैं।

    दूर रहेगी नेगेटिव एनर्जी

    कालाष्टमी के दिन भैरव बाबा को मीठी रोटी भोग के रूप में जरूर अर्पित करें। इसके साथ ही भैरव बाबा के समक्ष सरसों के तेल का दीपक जलाएं। ऐसा करने से नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव कम होता है और सुख-शांति बनी रहती है। 

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    (AI Generated Image)

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    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।