Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Nirjala Ekadashi 2025: निर्जला एकादशी आज, जानें विष्णु जी की पूजा विधि, महत्व और प्रिय भोग

    Updated: Fri, 06 Jun 2025 08:22 AM (IST)

    आज निर्जला एकादशी (Nirjala Ekadashi 2025) का व्रत रखा जा रहा है जो ज्येष्ठ महीने के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाया जाता है। इस एकादशी का बहुत महत्व है और इसे रखने से साल भर की एकादशी का पुण्य मिलता है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। मान्यता है कि इस व्रत को रखने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।

    Hero Image
    Nirjala Ekadashi 2025: निर्जला एकादशी का धार्मिक महत्व।

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। आज यानी 6 जून 2025, को निर्जला एकादशी का व्रत रखा जा रहा है। यह हर साल ज्येष्ठ महीने के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को आता है। यह एकादशी सभी एकादशी में सबसे प्रमुख मानी जाती है। ऐसी मान्यता है कि इसे रखने से साल भर की एकादशी (Nirjala Ekadashi 2025) का पुण्य फल मिल जाता है। इसके साथ ही जीवन में शुभता का आगमन होता है, तो आइए इस पावन व्रत से जुड़ी हुई प्रमुख बातों को जानते हैं, जो इस प्रकार हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    निर्जला एकादशी का धार्मिक महत्व (Nirjala Ekadashi 2025 Significance)

    निर्जला एकादशी का व्रत रखने से साधक को लंबी उम्र, अच्छा स्वास्थ्य, मोक्ष और सभी पापों से मुक्ति मिलती है। इसे भीमसेन एकादशी के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि महाभारत काल में भीम ने इस व्रत को रखा था, जिससे उन्हें अक्षय फलों की प्राप्ति हुई थी। यह व्रत निर्जला रखने का विधान है। हालांकि आप शारीरिक क्षमता के अनुसार ही उपवास रखें।

    भगवान विष्णु की पूजा विधि (Nirjala Ekadashi 2025 Puja Rituals)

    • निर्जला एकादशी के दिन सुबह स्नान करें और व्रत का संकल्प लें।
    • पूजा घर को साफ करें और भगवान विष्णु की प्रतिमा स्थापित करें।
    • भगवान विष्णु को पीला रंग बहुत प्रिय है, इसलिए पूजा में पीले फूल, पीले वस्त्र, पीली मिठाई, पीले फल, चंदन, तुलसी दल, धूप, दीप आदि शामिल करें।
    • सबसे पहले भगवान विष्णु को पंचामृत से स्नान कराएं।
    • इसके बाद शुद्ध जल से स्नान कराकर पीले वस्त्र पहनाएं।
    • चंदन का तिलक लगाएं।
    • फूल, तुलसी दल और भोग चढ़ाएं।
    • धूप और दीप जलाएं।
    • भगवान विष्णु के मंत्रों का जाप करें।
    • एकादशी व्रत कथा का पाठ करें या सुनें।
    • आखिरी में आरती करें और पूजा में हुई गलती के लिए माफी मांगे।

    भगवान विष्णु के प्रिय भोग (Nirjala Ekadashi 2025 Bhog List)

    भगवान विष्णु को एकादशी के दिन तुलसी दल, पीली मिठाई जैसे कि बेसन के लड्डू, बूंदी के लड्डू या कोई भी पीली मिठाई, केले, आम, खरबूजा, तरबूज, केसर की खीर आदि का भोग लगा सकते हैं। इससे भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होगी।

    यह भी पढ़ें:  Sawan 2025: सावन सोमवार व्रत में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं? जानिए व्रत नियम

    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।