Back Image

Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    Vinayaka Chaturthi 2025: विनायक चतुर्थी कब है? एक क्लिक पर पाएं सही तिथि, शुभ मुहूर्त और योग

    Updated: Wed, 22 Oct 2025 09:10 AM (IST)

    विनायक चतुर्थी 25 अक्टूबर को मनाई जाएगी। इस दिन भगवान गणेश की पूजा और व्रत करने से साधकों को विशेष कृपा मिलती है, जिससे सुख-सौभाग्य में वृद्धि होती है और संकटों से मुक्ति मिलती है। इस चतुर्थी पर शोभन और रवि योग जैसे शुभ संयोग बन रहे हैं।

    Hero Image

    Vinayak Caturthi2025: विनायक चतुर्थी का धार्मिक महत्व

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। प्रत्येक माह के कृष्ण और शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि भगवान गणेश को समर्पित होता है। इस शुभ अवसर पर क्रमशः संकष्टी और विनायक चतुर्थी मनाई जाती है। संकष्टी और विनायक चतुर्थी पर भक्ति भाव से भगवान गणेश की पूजा की जाती है। साथ ही मनचाहा वरदान पाने के लिए चतुर्थी का व्रत रखा जाता है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    ganesh ji

    संकष्टी और विनायक चतुर्थी के दिन व्रत रखने वाले साधकों पर भगवान गणेश की विशेष कृपा बरसती है। उनकी कृपा से साधक के सुख और सौभाग्य में वृद्धि होती है। साथ ही जीवन में व्याप्त संकटों से मुक्ति मिलती है। आइए, कार्तिक माह की विनायक चतुर्थी की सही तिथि, शुभ मुहूर्त और योग जानते हैं-

    कब है विनायक चतुर्थी?

    कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि के अगले दिन विनायक चतुर्थी मनाई जाती है। इस साल 25 अक्टूबर को विनायक चतुर्थी है। इस शुभ अवसर पर भगवान गणेश की पूजा की जाएगी। साथ ही चतुर्थी तिथि का व्रत रखा जाएगा।

    विनायक चतुर्थी शुभ मुहूर्त (Vinayaka Chaturthi 2025 Shubh Muhurat)

    वैदिक पंचांग के अनुसार, 25 अक्टूबर को देर रात 01 बजकर 19 मिनट पर कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी की शुरुआत होगी। वहीं, 26 अक्टूबर को सुबह 03 बजकर 48 मिनट पर कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि समाप्त होगी। चतुर्थी तिथि पर चंद्र दर्शन किया जाता है। इसके लिए 25 अक्टूबर को विनायक चतुर्थी मनाई जाएगी।

    विनायक चतुर्थी शुभ योग (Vinayaka Chaturthi 2025 Shubh Yog)

    कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर कई मंगलकारी संयोग बन रहे हैं। इन योग में शिव परिवार की पूजा की जाएगी। इस शुभ अवसर पर शोभन और रवि योग का संयोग है। भद्रावास योग का संयोग रात भर है। इन योग में भगवान गणेश की पूजा करने से साधक के सुख और सौभाग्य में वृद्धि होगी।

    पंचांग

    • सूर्योदय - सुबह 06 बजकर 28 मिनट पर
    • सूर्यास्त - शाम 05 बजकर 42 मिनट पर
    • चन्द्रोदय- सुबह 09 बजकर 50 मिनट पर
    • चन्द्रास्त- रात 07 बजकर 58 मिनट पर
    • ब्रह्म मुहूर्त - सुबह 04 बजकर 46 मिनट से 05 बजकर 37 मिनट तक
    • विजय मुहूर्त - दोपहर 01 बजकर 57 मिनट से 02 बजकर 42 मिनट तक
    • गोधूलि मुहूर्त - शाम 05 बजकर 42 मिनट से 06 बजकर 07 मिनट तक
    • निशिता मुहूर्त - रात 11 बजकर 40 मिनट से 12 बजकर 31 मिनट तक

    यह भी पढ़ें- Vinayak Chaturthi 2025: जानें विनायक चतुर्थी पर दूर्वा चढ़ाने का मंत्र और नियम

    यह भी पढ़ें- Vinayak Chaturthi पर करें ये उपाय, कर्ज से मिलेगी मुक्ति, रुके हुए काम होंगे पूरे

    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।