Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Sankashti Chaturthi 2025: संकष्टी चतुर्थी पर बप्पा की इस विधि से करें पूजा, नोट करें भोग, मंत्र और पारण समय

    Updated: Wed, 16 Apr 2025 07:00 AM (IST)

    विकट संकष्टी चतुर्थी (Vikata Sankashti Chaturthi 2025) का पर्व बेहद पुण्यदायी माना जाता है। यह दिन भगवान गणेश को समर्पित है। हिंदू पंचाग के अनुसार इस बार यह उपवास 16 अप्रैल यानी आज के दिन रखा जा रहा। इस दिन का उपवास रखने से सभी कामनाओं की पर्ति होती है। इसके साथ ही जीवन में खुशहाली आती है तो चलिए इस उपवास से जुड़ी प्रमुख बातों को जानते हैं।

    Hero Image
    Sankashti Chaturthi 2025: संकष्टी चतुर्थी पूजा विधि।

    धर्म डेस्क, नई दिल्ली। हिंदू धर्म में संकष्टी चतुर्थी का व्रत भगवान गणेश को समर्पित है, जो हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान गणेश की विधि विधान से पूजा की जाती है। हिंदू पंचाग के अनुसार, इस बार यह उपवास 16 अप्रैल यानी आज के दिन रखा जा रहा है। कहते हैं कि इस दिन बप्पा की उपासना करने से मनचाहा वरदान मिलता है। इसके साथ ही जीवन में शुभता आती है, तो चलिए इस दिन (Vikata Sankashti Chaturthi 2025) से जुड़ी प्रमुख बातों को जानते हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    संकष्टी चतुर्थी पूजा विधि (Vikata Sankashti Chaturthi 2025 Puja Vidhi)

    • सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और लाल रंग के कपड़े पहनें।
    • पूजा स्थल को साफ करें और भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित करें।
    • भगवान गणेश को लाल फूल, दूर्वा, सिंदूर, और मोदक अर्पित करें।
    • गणेश मंत्रों का जाप करें और गणेश चालीसा का पाठ करें।
    • भगवान गणेश की आरती करें और उन्हें भोग लगाएं।
    • शाम के समय चंद्रमा को अर्घ्य दें और अगले दिन व्रत का पारण करें।

    भोग (Vikata Sankashti Chaturthi 2025 Bhog)

    • भगवान गणेश को मोदक सबसे प्रिय है, इसलिए उन्हें मोदक का भोग अवश्य लगाएं।
    • उन्हें लड्डू, फल, और मिठाई का भोग भी लगा सकते हैं।
    • इसके अलावा तिल और गुड से बनी चीजों का भोग भी बप्पा को लगाया जा सकता है।

    पूजन मंत्र (Vikata Sankashti Chaturthi 2025)

    • ॐ गं गणपतये नमः॥
    • वक्रतुण्ड महाकाय सूर्यकोटि समप्रभ।
    • निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्वकार्येषु सर्वदा॥

    पारण समय (Vikata Sankashti Chaturthi 2025)

    • संकष्टी चतुर्थी व्रत का पारण चंद्रमा के उदय के बाद किया जाता है।
    • इस दिन चंद्रोदय रात 9 बजकर 53 मिनट पर होगा।

    विकट संकष्टी चतुर्थी 2025 पूजा मुहूर्त (Vikat Sankashti Chaturthi 2025 Puja Muhurta)

    • इस दिन का पूजा मुहूर्त सुबह 05 बजकर 55 मिनट से सुबह 9 बजकर 08 मिनट तक का है।

    संकष्टी चतुर्थी व्रत के लाभ (Vikata Sankashti Chaturthi 2025 Vrat Benefits)

    • संकष्टी चतुर्थी का व्रत रखने से सभी संकट दूर होते हैं और मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
    • यह व्रत व्यक्ति को बुद्धि, ज्ञान, और समृद्धि प्रदान करता है।
    • इस व्रत को करने से घर में सुख शांति बानी रहती है।

    यह भी पढ़ें: Varuthini Ekadashi 2025: वरूथिनी एकादशी पर भगवान विष्णु को लगाएं ये भोग, जरूर करें ये दान

    अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।

    comedy show banner