Weekly Vrat Tyohar 2025: सावन सोमवार से नाग पंचमी तक, देखें इस हफ्ते के सभी व्रत-त्योहारों की लिस्ट
सनातन धर्म में सावन का महीना (Weekly Vrat Tyohar 2025) बेहद खास होता है। इस महीने में प्रत्येक सोमवार के दिन भगवान शिव और मां पार्वती की भक्ति भाव से पूजा की जाती है। साथ ही सावन सोमवार का व्रत भी रखा जाता है। इस व्रत को करने से साधक की हर मनोकामना पूरी होती है।

धर्म डेस्क, नई दिल्ली। सावन महीने का तीसरा सप्ताह बेहद खास होता है। इस वीक में सावन सोमवार से लेकर कई नाग पंचमी तक कई प्रमुख व्रत-त्योहार मनाए जाते हैं। आसान शब्दों में कहें तो सावन माह के शुक्ल पक्ष के पहले सप्ताह में सावन सोमवार और नाग पंचमी समेत कई व्रत-त्योहार धूमधाम से मनाए जाते हैं।
धार्मिक मत है कि सावन महीने में देवों के देव महादेव और मां पार्वती की पूजा करने से साधक की हर मनोकामना पूरी होती है। साथ ही घर में सुख, समृद्धि और खुशहाली आती है। आइए, नए सप्ताह में पड़ने वाले व्रत-त्योहारों (Weekly Vrat Tyohar 2025) की डेट और शुभ मुहूर्त के बारे में जानते हैं।
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व्रत-त्योहार
सावन माह के तीसरा सोमवार 28 जुलाई को है। इस शुभ अवसर पर भगवान गणेश की भक्ति भाव से पूजा की जाएगी। साथ ही सावन सोमवार का व्रत रखा जाएगा। इस व्रत की महिमा शास्त्रों में वर्णित है।
प्रत्येक माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि के अगले दिन विनायक चतुर्थी मनाई जाती है। इस साल सोमवार 28 जुलाई को विनायक चतुर्थी है। इस दिन भगवान गणेश की विधिवत पूजा की जाती है। भगवान गणेश की सबसे पहले पूजा की जाती है।
हर साल सावन माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर शिव परिवार संग नाग देवता की पूजा की जाती है। इस शुभ अवसर पर नाग पंचमी मनाई जाती है। कालसर्प दोष निवारण के लिए यह दिन सबसे उत्तम माना जाता है। इस साल 29 जुलाई को नाग पंचमी मनाई जाएगी।
वैदिक पंचांग के अनुसार, 01 अगस्त को सावन माह की दुर्गा अष्टमी मनाई जाएगी। इस शुभ अवसर पर जगत की देवी मां दुर्गा की पूजा की जाएगी। साथ ही उनके निमित्त व्रत रखा जाएगा। इस व्रत को करने से साधक पर देवी मां दुर्गा की कृपा बरसती है।
सावन माह का चौथा सोमवार 04 अगस्त को है। इस दिन सावन महीने का अंतिम सोमवार का व्रत रखा जाएगा। इस शुभ अवसर पर मंदिरों में भगवान शिव और मां पार्वती की विशेष पूजा की जाएगी। साथ ही देवों के देव महादेव का जलाभिषेक किया जाएगा।
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अस्वीकरण: इस लेख में बताए गए उपाय/लाभ/सलाह और कथन केवल सामान्य सूचना के लिए हैं। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया यहां इस लेख फीचर में लिखी गई बातों का समर्थन नहीं करता है। इस लेख में निहित जानकारी विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/मान्यताओं/धर्मग्रंथों/दंतकथाओं से संग्रहित की गई हैं। पाठकों से अनुरोध है कि लेख को अंतिम सत्य अथवा दावा न मानें एवं अपने विवेक का उपयोग करें। दैनिक जागरण तथा जागरण न्यू मीडिया अंधविश्वास के खिलाफ है।
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