Jharkhand News: छठ पर रेलवे की अनोखी पहल, स्टेशन पर 24 घंटे बज रहे छठ गीत
झारखंड में छठ पर्व के अवसर पर रेलवे ने एक महत्वपूर्ण फैसला लिया है। अब स्टेशनों पर 24 घंटे छठ के गीत बजेंगे, जिससे यात्रियों को त्योहार का आनंद मिलेगा। रेलवे प्रशासन यात्रियों की सुविधा के लिए पूरी तरह से तैयार है और स्टेशनों पर सुरक्षा और सफाई का विशेष ध्यान रखा जा रहा है ताकि किसी को कोई परेशानी न हो।

रेलवे स्टेशन पर 24 घंटे बज रहे छठ गीत
संवाद सहयोगी, झुमरीतिलैया (कोडरमा)। लोक आस्था के चार दिवसीय महापर्व छठ पूजा 2025 के अवसर पर रेलवे ने इस वर्ष एक सात्विक और सांस्कृतिक पहल की है। रेलवे बोर्ड के निर्देश पर देशभर के प्रमुख स्टेशनों, विशेषकर पूर्व रेलवे और धनबाद रेल मंडल के करीब 50 से अधिक रेलवे स्टेशनों पर छठ के पारंपरिक गीतों का प्रसारण शुरू किया गया है।
स्टेशन परिसर में उद्घोषणा के बीच “केलवा के पात पर उगेलन सुरुजदेव...”, “मंगला हम वरदान हे गंगा मइया...”, “पटना के घाट पर...” जैसे भक्ति गीत गूंजने लगते हैं, यात्रियों का मन श्रद्धा से भर उठता है।
महिलाएं गीतों की धुन पर झूम उठती हैं और मुसाफिरों के चेहरों पर एक आत्मीय मुस्कान तैर जाती है। कोडरमा स्टेशन पर सफर कर रहे यात्रियों ने बताया कि स्टेशन पर छठ गीतों की गूंज उन्हें अपने गांव और घाट की याद दिला रही है।
स्टेशनों पर छठ की धुनें, माहौल हुआ भक्तिमय
शनिवार को नहाय-खाय के साथ शुरू हुए चार दिवसीय छठ अनुष्ठान के साथ ही पूरे क्षेत्र में भक्ति और उल्लास का वातावरण व्याप्त हो गया है। सड़कों से लेकर बाजारों, बसों, ऑटो-टोटो और घरों तक — हर ओर “कांच ही बांस के बहंगिया...”, “हे छठी मइया...”, और “दीनानाथ हे...” जैसे गीत गूंज रहे हैं।
अब रेलवे स्टेशन भी इस परंपरा से अछूते नहीं हैं। रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि यह पहल रेलवे बोर्ड के विशेष निर्देश पर पहली बार की गई है। इसके तहत छठ पूजा की अवधि में यात्रियों का स्वागत छठ मइया के गीतों से किया जा रहा है। साथ ही ट्रेन से जुड़ी घोषणाएं भी इन्हीं भक्ति गीतों की पृष्ठभूमि में दी जा रही हैं।
पूर्व रेलवे की सीपीआरओ सरस्वती चंद के अनुसार, छठ महापर्व के अवसर पर रेलवे ने निर्णय लिया है कि छठ पूजा की समाप्ति तक स्टेशनों पर 24 घंटे पारंपरिक छठ गीतों का प्रसारण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस पहल का उद्देश्य यात्रियों को भारतीय संस्कृति, परंपरा और लोक आस्था के उस स्वर से जोड़ना है जो छठ पर्व का मूल भाव है।
कोडरमा रेलवे स्टेशन के सीटीआई बच्चा सिंह ने बताया कि कोडरमा के अलावा पहाड़पुर, गुरपा, डीलवा, गझंडी, हीरोडीह, शरमाटांड़ और परसाबाद जैसे स्टेशनों पर भी लगातार छठ गीत बजाए जा रहे हैं। पूर्व रेलवे के अन्य महत्वपूर्ण स्टेशनों — रांची, टाटानगर, बोकारो स्टील सिटी आदि पर भी यात्रियों का स्वागत छठ गीतों के मधुर स्वर से किया जा रहा है।
रेलवे प्रशासन ने यात्रियों से यह अपील भी की है कि वे इस पावन पर्व के दौरान ट्रेनों में ज्वलनशील पदार्थ, पटाखे या किसी भी प्रकार के विस्फोटक सामान न ले जाएं, ताकि पर्व सुरक्षित और शांतिपूर्ण तरीके से मनाया जा सके।
छठ गीतों से मिला घर जैसा सुकून
कोडरमा स्टेशन से यात्रा कर रहे रेल यात्री अमरेश कुमार, मीता सिंह, धनंजय ओझा ने बताया कि स्टेशन पर बज रहे छठ गीतों ने उन्हें अपने गांव के घाट और पारिवारिक वातावरण की याद दिला दी है। कई महिला यात्रियों ने कहा कि यह अनुभव “घर लौटने की खुशी” को और भी गहरा बना देता है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।