मतांतरण गिरोह ने जिन्हें बनाया था हथियार, उन्हीं के बयान से पड़ेगी कानून की मार; 14 के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल
आगरा में अब्दुल रहमान गिरोह द्वारा युवतियों का मतांतरण कराने का मामला सामने आया है। पुलिस ने आरोप पत्र में मतांतरित युवतियों को गवाह बनाया है। अब्दुल रहमान गिरोह का सरगना है और इंटरनेट मीडिया के माध्यम से युवाओं को शिकार बनाता था। गिरोह के तार कई राज्यों और विदेशों से जुड़े हैं। युवतियों के बयान आरोपियों को सजा दिलाने में महत्वपूर्ण होंगे।

जागरण संवाददाता, आगरा। देशभर में अवैध मतांतरण गिरोह संचालित कर रहे अब्दुल रहमान और उसके गैंग के सदस्यों ने सदर क्षेत्र की दोनों बहनों को झांसे में देकर मतांतरण कराया था। इसी तरह कई और युवतियों को मतांतरित कराकर गैंग उन्हें अवैध मतांतरण के काम में हथियार की तरह प्रयोग कर रहा था।
मगर, अब इन युवतियों की गवाही ही आरोपितों के खिलाफ अहम भूमिका निभाएगी। पुलिस ने चार्जशीट में भी युवतियों की को गवाह बनाया है। सदर की दोनों बहनों समेत अन्य के बयान पुलिस ने आरोप पत्र में दर्ज किए हैं। आरोपपत्र में अब्दुल रहमान अवैध मतांतरण गिरोह का सरगना बताया गया है। साथ ही विदेश से फंडिंग होने का जिक्र करते हुए बैंक खातों की जानकारी भी सबूत के तौर पर दर्ज की गई है। आरोपपत्र में इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म का भी जिक्र किया गया है, जिसके जरिए गिरोह के सदस्य युवाओं को अपना शिकार बनाते थे।
आरोपपत्र में जिक्र किया गया है कि गिरोह का सरगना अब्दुल रहमान अवैध मतांतरण मामले में एनआइए कोर्ट से सजा पाए मौलाना कलीम सिद्दीकी का शार्गिद है। मौलाना कलीम सिद्दीकी के जेल जाने के बाद अब्दुल रहमान मतांतरण गिरोह चला रहा था। गोवा की आयशा उर्फ एसबी कृष्णा सीधे तौर पर अब्दुल रहमान से जुड़े होने के साथ ही गिरोह में सक्रिय सदस्य के रूप में भूमिका निभा रही थी। वह मतांतरित होकर गिरोह से जुड़ी थी।
पुलिस जांच में अब्दुल रहमान के नेपाल से लेकर म्यांमार एवं भूटान की सीमा तक फैले जाल व गिरोह के तार उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, असम, गोवा एवं कश्मीर से जुड़े होने का जिक्र किया गया है। चार्जशीट में आरोपितों के मोबाइल फोन से मिले विदेशी नंबरों का जिक्र करते हुए तार पाकिस्तान, दुबई एवं कनाडा से जुड़े होने की बात कही गई है।
पुलिस ने विवेचना में पाया कि गिरोह इंटरनेट मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म, मोबाइल एप्लीकेशन व गुप्त नेटवर्क के जरिए युवाओं को धर्मांतरण के लिए प्रेरित करने की गतिविधियां लंबे समय से संचालित कर रहा था। गिरोह द्वारा इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म पर रिवर्ट ग्रुप, जायसन, कोलकाता रिवर्ट्स टू इस्लाम कॉन्ग्रिगेशन संचालित कर रहा था।
रिटर्व टू इस्लाम ग्रुप से ऐसी लड़कियाें को जोड़ा जाता था जो मतांतरित होकर इस्लाम में शामिल होती थीं। इनके माध्यम से ही यह गिरोह अन्य युवतियों और युवकों को मतांतरण के लिए प्रेरित करता था। गिरोह के सरगना और सदस्यों की गिरफ्तारी के बाद सदर की बहनों के साथ ही देहरादून, रोहतक और बरेली की युवतियां भी पुलिस के सामने गिरोह के खिलाफ बयान दर्ज कराने पहुंच गईं। इन सभी के बयान चार्जशीट में अहम साक्ष्य के रूप में दर्ज किए गए हैं। कोर्ट में भी इनके बयान आरोपितों को सजा दिलाने में अहम भूमिका निभाएंगे।
आरोपपत्र में ये तथ्य भी शामिल
अब्दुल रहमान उर्फ महेंद्र पाल सिंह: दिल्ली के घर से अवैध मतांतरण से संबंधित साहित्य बरामद हुआ। एनआइए कोर्ट से उम्र कैद की सजा पाए मौलाना कलीम सिद्दीकि से संबंध होने व उसके विदेश जाने का जिक्र ट्रैवल हिस्ट्री के जरिए किया गया है। मतांतरण के लिए लाई गईं युवतियाें काे मुस्तफाबाद में उसके घर में रखने का जिक्र है।
आयशा उर्फ एसबी कृष्णा गोवा: आयशा के गोवा के स्टेट बैंक खाते की जांच में 30 जुलाई 2024 से छह जून 2025 के दौरान 2.90 लाख रुपये का अंतरराष्ट्रीय लेनदेन हुआ था। यह रकम कनाडा के सैयद साउद अहमद, अमेरिका के डेरियस पेटागे, सलाहदीन कुदसी के द्वारा भेजी गई थी। रकम को आयशा ने अलग-अलग राज्यों के लोगों के खाते में स्थानांतरित किया था। सदर की बेटियों को 35 हजार रुपये आयशा द्वारा इसी रकम से दिए गए थे।
रहमान कुरैशी आगरा: शाहगंज के सराय ख्वाजा के रहने वाले आरोपित द्वारा अवैध मतांतरण के लिए द सुन्ना यूट्यूब चैनल चलाया जाता था। मोहम्मद इब्राहिम भी उसके ग्रुप से जुड़ा था। उसके यूट्यूब चैनल को विदेशी फंडिंग के साक्ष्य मिले। वह कई रिवर्ट मुस्लिम ग्रुप से जुड़ा था। सदर की रहने वाली बेटियों को अवैध मतांतरण से संबंधित कई वीडियाे के लिंक अपने मोबाइल से भेजे थे।
जुनैद कुरैशी जयपुर: जयपुर के रहने वाले आरोपित जुनैद ने हरियाणा की रहने वाली महिला चिकित्सक का धोखे से मतांतरण कराके दिल्ली में अपने साथ निकाह पढ़वा दिया। उसका जबरन शारीरिक शोषण किया गया। काल डिटेल में आयशा से लगातार संपर्क के साक्ष्य मिले।
रिथ बनिक उर्फ मोहम्मद इब्राहिम कोलकाता: आयशा और इब्राहिम की इंस्टाग्राम आइडी में म्युचुअल फालोअर्स जांच में मिले हैं। काल डिटेल में भी उनके नंबरों पर संपर्क पाया गया। कोलकाता गई सदर की दोनों बेटियों के लिए होटल आरोपित के मोबाइल नंबर से बुक किया गया था। आरोपपत्र में इसका जिक्र किया गया है।

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