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    STF ने पकड़े साइबर गैंग के सदस्य, धार्मिक आयोजनों के नाम पर डाटा जुटा करते थे ठगी

    By Prateek GuptaEdited By: Prateek Gupta
    Updated: Fri, 21 Nov 2025 01:19 PM (IST)

    आगरा में एसटीएफ ने धार्मिक आयोजनों के नाम पर ठगी करने वाले एक साइबर गिरोह का पर्दाफाश किया है। गिरोह के दो सदस्य गिरफ्तार किए गए हैं, और उनके पास से कई एटीएम कार्ड और दो कारें बरामद हुई हैं। यह गिरोह महिलाओं और अन्य लोगों को ट्रस्ट का सदस्य बनाकर उनके बैंक खातों का इस्तेमाल धोखाधड़ी के लिए करता था। शिकायत मिलने पर एसटीएफ ने कार्रवाई की।

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    सांकेतिक तस्वीर।

    जागरण संवाददाता, आगरा। धार्मिक आयोजन के नाम पर महिलाओं और लोगों को अपने साथ जोड़कर ठगी करने वाले साइबर गिरोह के दो सदस्य गिरफ्तार किया गया है। एसटीएफ ने किया गिरोह का पर्दाफाश करते हुए ईको स्पोर्टस और होंडा कार भी बरामद की है।

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    एक दर्जन से अधिक एटीएम व डेबिट कार्ड बरामद हुए हैं। गिरोह के सदस्य आरोपित रवि प्रकाश निवासी सेक्टर छह आवास विकास कालोनी जगदीशपुरा को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया। वह मूलरूप से देवरिया के बहादुरपुर का रहने वाला है।

    गिरोह का सरगना मैनपुरी के थाना कोतवाली का गिहार कालोनी नवीन मंडी का रहने वाला अजय उर्फ बिल्लू है, जिस पर पहले से कई मुकदमे दर्ज हैं।

    एसटीएफ के इंस्पेक्टर यतींद्र शर्मा ने बताया कि गिरोह के सदस्य रवि ने महिला स्वास्थ्य मिशन ट्रस्ट बना रखा था। जिसकी आड़ में वह धार्मिक आयोजन कराता था। आयोजन में शामिल होने वाली गरीब महिलाओं व लोगाें को अपने ट्रस्ट का सदस्य बनाता था।

    उनसे सदस्य बनाने और आइडी बनाकर देने के नाम पर 50 से 100 रुपये लेता था। जिसके बाद लालच देता कि ट्रस्ट के पास लोगों द्वारा भेजा गया पैसा आता है। इसलिए सदस्य बनने वाले लोग अपने बैंक खाते व चैकबुक उसे दे दें।

    ट्रस्ट के खाते में आने वाली रकम उनके खाते में जमा कराई जाएगी। गिरोह के सदस्य बैंक खाते लेने के बाद उसकी चैकबुक पर खाता धारक के हस्ताक्षर ले लेते थे। इसके साथ ही एटीएम कार्ड जारी करा सदस्य के नाम से सिम भी जारी करा लेते थे।

    गिरोह सदस्यों के खाते में साइबर धोखाधड़ी की रकम जमा कराता था। गिरोह ने आवास विकास कालोनी के रहने वाले ललित गर्ग और सतीश चंद्र सिंघल को भी अपने जाल में इसी तरह फंसाकर उनके खाते ले लिए थे।

    ललित गर्ग के खाते से बड़ा लेन देन होने पर उसका खाता सीज कर दिया गया। शक होने पर उसने एसटीएफ से इसकी शिकायत की। जांच के बाद गिरोह का पर्दाफाश हुआ। आरोपित अजय सिंह को मैनपुरी और रवि प्रकाश को आगरा से गिरफ्तार कर लिया।

    गिरोह का एक अन्य सदस्य एलिस निवासी पुनीत अपार्टमेंट जयपुर हाउस अभी फरार है। एसटीएफ ने गिरोह से दाे कार भी बरामद की हैं।