मां से बदतमीजी... सह न सका, आगरा में बेटे ने पिता को पीट-पीटकर मार डाला, शव यमुना में फेंका
आगरा में, एक बेटे ने अपनी माँ के साथ दुर्व्यवहार करने पर अपने पिता की हत्या कर दी। उसने शव को बोरे में भरकर यमुना नदी में फेंक दिया। पुलिस ने आरोपी बेटे को गिरफ्तार कर लिया है और उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। मृतक की पत्नी और वह पिछले कई सालों से अलग रह रहे थे, और मृतक अक्सर नशे में आकर गाली-गलौज करता था।
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जागरण संवाददाता, आगरा। मां से गाली गलौज करने पर गुस्साए बेटे ने पिता की हत्या कर दी। शव को बोरे में भरकर स्कूटी पर लादा और यमुना में फेंक दिया। मृतक की बहन की शिकायत पर पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार किया तो उसने सच्चाई उगल दी। कमला नगर पुलिस ने हत्याकांड का पर्दाफाश किया। पति-पत्नी पिछले 22 साल से अलग-अलग रह रहे थे।
पुलिस के अनुसार वाटर वर्क्स लाल मस्जिद के पास रहने वाली रानी का पति भरत सिंह से पिछले 15 सालों से विवाद चल रहा है। तभी से दंपती अलग रहते थे। मोहल्ले में ही रह रहा भरत सिंह आए दिन रानी के घर के बाहर शराब के नशे में पहुंचकर गाली गलौज करता था।
रानी अपने बेटे मनीष कुमार के साथ चप्पल बनाने का काम करती हैं और प्रथम तल पर मां-बेटे रहते थे। 24 अक्टूबर की रात मां-बेटे घर में चप्पल बना रहे थे। रात करीब 11 बजे 60 वर्षीय भरत सिंह ने घर के दरवाजे पर पहुंचकर गाली गलौज की। कुछ देर तक वह घर के बाहर ही बैठा रहा। इसके बाद वहां से चला गया।
आए दिन मां से गाली गलौज करने से आहत बेटे मनीष कुमार ने पिता का पीछा किया। रात करीब 12:30 बजे वाटर वर्क्स गोशाला के पास स्थित खाली प्लाट में खींचकर बेटे ने सीने पर लात और घूंसे मारकर पिता की हत्या कर दी।
शव को बोरे में भरने के बाद स्कूटी पर लादकर वाटर वर्क्स के पास ही यमुना में फेंक दिया। एसीपी छत्ता पीयूषकांत राय ने बताया कि मृतक भरत सिंह की बहन बेबी निवासी शाहगंज की शिकायत पर पुलिस ने सोमवार को आरोपित को गिरफ्तार कर पूछताछ की तो उसने हत्या की वारदात करना स्वीकार कर लिया। यमुना में फेंके गए शव की तलाश की जा रही है। आरोपित की निशानदेही पर पुलिस ने वारदात में प्रयुक्त स्कूटी बरामद की है।
नशे की लत के कारण छोड़ दिया था पति का साथ
पुलिस के अनुसार मृतक भरत सिंह की नशे की लत के कारण 15 वर्ष पहले पत्नी ने उन्हें घर से निकाल दिया था। भरत सिंह मंदिर, सड़क किनारे या बहन के यहां, जहां जगह मिलती थी सो जाते थे। मांगकर वह अपना गुजारा करते थे। लोगों से मिलने वाले रुपयों को शराब सहित बुरी आदतों पर खर्च करते थे।
मोहल्ले में स्थित 40 गज के पैतृक मकान को वह अपना बताते थे। घर से निकाले जाने के कारण ही वह आए दिन वहां पहुंचकर गाली गलौज करते थे। भरत सिंह के दो बेटे व एक बेटी है। बड़े बेटे की बीमारी से छह साल पहले मृत्यु हो चुकी है। बेटी की शादी हो चुकी है।

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