आगरा में वार्ड ब्वाय की मौत पर हॉस्पिटल के बाहर रखा शव, तीन घंटे किया हंगामा
आगरा के वरुण हॉस्पिटल में वार्ड ब्वाय कृष्णा की संदिग्ध मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल के बाहर शव रखकर हंगामा किया। परिजनों ने हत्या का आरोप लगाते हुए अस्पताल प्रशासन से स्पष्टीकरण मांगा। पुलिस के हस्तक्षेप और लिखित समझौते के बाद मामला शांत हुआ। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट नहीं होने पर विसरा सुरक्षित रखा गया है।

एंबुलेंस के आगे लेट गई मां, टायर से हवा निकालने की कोशिश की। जागरण
जागरण संवाददाता, आगरा। ट्रांस यमुना के वरुण हाॅस्पिटल में तैनात वार्ड ब्वाय की संदिग्ध परिस्थिति में ड्यूटी के दौरान मृत्यु हो गई। पोस्टमार्टम के बाद शुक्रवार दोपहर स्वजन ने शव को अस्पताल के बाहर रखकर तीन घंटे तक प्रदर्शन किया। हंगामे के कारण हाॅस्पिटल में भर्ती अन्य मरीज सहम गए, वहीं सर्विस रोड पर जाम की स्थिति रही। हास्पिटल संचालक से लिखित समझौता होने के बाद स्वजन शव लेकर घर चले गए।
खंदौली के गांव नगला आशा निवासी 22 वर्षीय कृष्णा वरुण हाॅस्पिटल में वार्ड ब्वाय के रूप में तैनात था। कृष्णा गुरुवार रात नौ बजे घर से हास्पिटल के लिए गया था। रात 2:15 बजे पड़ोस के हाॅस्पिटल में काम करने वाले चाचा सचिन ने स्वजन को बताया कि कृष्णा की हालत बिगड़ गई है। कुछ ही देर बाद कृष्णा की मृत्यु हो गई।
पोस्टमार्टम के बाद शुक्रवार दोपहर दो बजे स्वजन युवक का शव लेकर हाॅस्पिटल पहुंचे। वरुण हाॅस्पिटल के बाहर शव रखकर हत्या का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। स्वजन का आक्रोश देखकर हाॅस्पिटल संचालक व स्टाॅफ वहां से भाग निकला। स्वजन हाॅस्पिटल संचालक से मृत्यु का कारण स्पष्ट करने की मांग कर रहे थे।
हंगामे की सूचना पर ट्रांस यमुना थाना पुलिस मौके पर पहुंची। शव को हटाने का प्रयास किया तो मां कमलेश एंबुलेंस के आगे लेट गईं। स्वजन ने एंबुलेंस के टायरों की हवा निकालने की कोशिश की। इस बीच पुलिसकर्मियों से भी कहासुनी हुई।
कृष्णा के ताऊ के बेटे का आकाश उर्फ़ सनी ने बताया कि डाक्टर ने बिना बताए ही कृष्णा को प्रभा हास्पिटल में भर्ती करा दिया। रात 3:30 बजे जब स्वजन प्रभा हास्पिटल पहुंचे तो उन्हें कृष्णा मृत अवस्था में मिला। हाॅस्पिटल संचालक और स्वजन के बीच लिखित समझौता हुआ। इसके बाद स्वजन शाम पांच बजे शव लेकर घर चले गए।
यह भी पढ़ें- Agra News: चलती कार में लगी आग, सिपाही और रिश्तेदार ने कूदकर बचाई जान
युवक की मृत्यु से मां कमलेश, छोटा भाई शिवम व बहन दुर्गेश का रो-रोकर बुरा हाल था। डीसीपी सिटी सैय्यद अली अब्बास ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृत्यु का कारण स्पष्ट नहीं हुआ है। विसरा सुरक्षित रखा गया है। हाॅस्पिटल चालक देवेंद्र कुमार ने बताया है कि कृष्णा स्मोकिंग कर लेता था। रात एक बजे उसके पेट में दर्द हुआ था। उसकी उसे दवा दी गई थी। दवा लेने के बाद स्मोकिंग करने से उसकी हालत बिगड गई थी।
मुकदमा दर्ज कराने के लिए लगाई तीन थानों की दौड़
ताऊ के बेटे आकाश ने बताया कि वरुण हाॅस्पिटल ट्रांस यमुना क्षेत्र में स्थित है। युवक की मृत्यु इलाज के दौरान सिकंदरा के प्रभा हास्पिटल में हुई। आरोप है कि ट्रांस यमुना थाने से पुलिस ने मुकदमा दर्ज कराने के लिए सिकंदरा थाने भेज दिया। यहां उनकी ने उनकी शिकायत नहीं सुनी।
इसके बाद स्वजन ट्रांस यमुना थाने फिर से पहुंचे। यहां से एत्माद्दौला थाने भेज दिया गया। एत्माद्दौला थाने से वापस ट्रांस यमुना थाने भेज दिया। आकाश ने बताया कि यहां इस बीच उसका मोबाइल फोन डिस्चार्ज हो गया। ट्रांस यमुना थाने में मोबाइल तक चार्ज नहीं करने दिया गया।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।