Back Image

Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    ASI की वेबसाइट की क्लोनिंग: 30 रुपये में ताजमहल सहित अन्य स्मारकों की टिकट, ऑनलाइन पेमेंट नहीं!

    Updated: Wed, 22 Oct 2025 02:30 PM (IST)

    भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की वेबसाइट की क्लोनिंग का मामला सामने आया है, जहां ताजमहल के टिकट सस्ते में बेचे जा रहे हैं। एएसआई की असली वेबसाइट पर टिकट के लिए आईडी जरूरी है, जबकि क्लोन वेबसाइट पर इसकी आवश्यकता नहीं है। वेबसाइट पर ऑनलाइन भुगतान नहीं हो रहा है। एएसआई ने टेक्निकल सेल से जांच शुरू कर दी है।

    Hero Image

    प्रस्तुतीकरण के लिए सांकेतिक तस्वीर का प्रयोग किया गया है।

    जागरण संवाददाता, आगरा। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की वेबसाइट की क्लोनिंग की गई है। वेबसाइट पर ताजमहल समेत देशभर में स्थित एएसआई द्वारा संरक्षित स्मारकों की टिकट ऑनलाइन बुक की जा रही हैं। ताजमहल की 45 व 245 रुपये की टिकट केवल 30 रुपये में उपलब्ध हैं। वेबसाइट पर अंत में ऑनलाइन भुगतान नहीं हो रहा है। एएसआई ने क्लोन वेबसाइट की जांच टेक्निकल सेल से शुरू करा दी है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

     

    वेबसाइट पर नहीं हो रहा है ऑनलाइन भुगतान

     

    एएसआई ने स्मारकों पर पर्यटकों की सुविधा के लिए ऑनलाइन टिकट बुकिंग की सुविधा दी हुई है, जिससे कि उन्हें टिकट विंडो पर लाइन में नहीं लगना पड़े। एएसआई की वेबसाइट के साथ ही अन्य वेबसाइट से ऑनलाइन टिकट बुक की जा सकती हैं। इनमें से एक वेबसाइट https://asi.paygov.org.in है। इसकी क्लोनिंग कर https://pilotasi.paygov.org.in वेबसाइट बना दी गई है। इससे स्मारकों के ऑनलाइन टिकट बुक किए जा रहे हैं।

     

    एएसआ ने टेक्निकल सेल से जांच शुरू कराई

     

    ओरिजनल वेबसाइट पर जहां ऑनलाइन टिकट बुक करने पर आईडी की डिटेल देनी होती है, क्लोन की गई वेबसाइट पर इसकी जरूरत नहीं है। ऑनलाइन टिकट बीजक करने पर एएसआई 50 रुपये वाली टिकट 45 रुपये की देता है। यहां मुख्य मकबरे समेत ताजमहल की टिकट 245 रुपये वाली और ताजमहल की 45 रुपये वाली टिकट 30 रुपये में बुक हो रही हैं। मगर वेबसाइट पर ऑनलाइन भुगतान नहीं हो रहा है।
    ताजमहल के वरिष्ठ संरक्षण सहायक प्रिंस वाजपेयी ने बताया कि टेक्निकल सेल को अवगत करा दिया है। भुगतान नहीं होने से ठगी की संभावना कम है। वहीं वेबसाइट के नाम में ओआरजी भी लिखा है, यह केवल संस्थाओं को मिलता है।