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    Diwali 2025: नरक चतुर्दशी आज, आगरा में दीवाली-भाई दूज और गोवर्धन का शुभ मुहूर्त

    Updated: Sun, 19 Oct 2025 04:51 PM (IST)

    आगरा में नरक चतुर्दशी मनाई जा रही है, जो दीवाली के पांच दिवसीय उत्सव की शुरुआत है। यह कार्तिक कृष्ण पक्ष चतुर्दशी तिथि को मनाने का विधान है। दीवाली, भाई दूज और गोवर्धन पूजा के शुभ मुहूर्त घोषित कर दिए गए हैं। लोग आज शाम अपने घरों को दीयों से रोशन करेंगे और यमराज की पूजा करेंगे। इस बार कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी तिथि का आरंभ 19 अक्टूबर को दोपहर 1:51 बजे होगा और समापन 20 अक्टूबर को दोपहर 3:44 बजे होगा। 

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    Diwali 2025: प्रस्तुतीकरण के लिए सांकेतिक तस्वीर का प्रयोग किया गया है।

    जागरण संवाददाता, आगरा। पांच दिवसीय दीपोत्सव की शुरुआत धनतेरस संग उत्साह और उमंग के माहौल में हुई। पहले दिन मां लक्ष्मी जी और कुबेर देवता की पूजा की गई। पूरे दिन शहर के विभिन्न बाजारों में रौनक छाई रही। चांदी और सोने के अभूषण, सिक्के, झूमर, चूड़ी, बर्तन, दीपक और सजावटी सामान की दुकानों पर दोपहर से देर रात तक लोगों की भारी भीड़ उमड़ती रही। शाम ढलते ही आगरा के मंदिरों, गलियों और घर-आंगनों में दीपों की पंक्तियों से सारा शहर जगमगा उठा।

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    पांच दिवसीय दीपोत्सव की हुई शुरुआत

     

    शनिवार शाम जैसे ही सूर्यास्त हुआ, आगरा की सड़कों और गलियों में रंग-बिरंगी झालरों की झिलमिलाहट ने मन मोह लिया। यमुना घाटों पर भी श्रद्धालुओं ने पहुंचकर दीपदान किया और दीपोत्सव का स्वागत किया। कई सामाजिक संस्थाओं ने इस अवसर पर जरूरतमंदों में मिठाई और दीपक वितरित कर दीपदान कार्यक्रम आयोजित किए। इस शुभ अवसर पर श्रद्धालुओं ने मां लक्ष्मी, भगवान कुबेर और धन्वंतरि जी की पूजा-अर्चना कर परिवार की समृद्धि और आरोग्य की कामना की।

    घर-घर में पूजा की गूंज के साथ वातावरण भक्तिमय हो उठा। किनारी बाजार, फव्वारा, शाहगंज, कमला नगर, शास्त्रीपुरम, फतेहाबाद रोड, बेलनगंज, सुभाष बाजार, राजामंडी, संजय प्लेस और सदर बाजार जैसे प्रमुख बाजारों में दिनभर खरीदारों की भीड़ उमड़ती रही। सर्राफा बाजारों में चांदी के सिक्कों और सोने के आभूषणों की जबर्दस्त मांग रही।

    कुम्हारों के दीपों की मांग चरम पर

    नामनेर, बोदला, घटिया, खंदौली और पचकुइयां क्षेत्रों में मिट्टी के दीए और मूर्तियों की बिक्री खूब हो रही है। कई स्थानों पर स्थानीय कलाकारों द्वारा हाथों से तैयार किए गए कलात्मक दीए और लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां लोगों के आकर्षण का केंद्र बनीं। धनतेरस पर भी लोगों ने दीपावली पूजन के लिए मिट्टी की मूर्तियां और दीपक आदि खरीदे।

    धन्वंतरि जयंती पर स्वास्थ्य की कामना

    शहर के कई आयुर्वेदिक चिकित्सालयों और मंदिरों में भगवान धन्वंतरि की आराधना की गई। आगरा के आयुर्वेदिक दवाखानों और दुकानों पर भी विशेष पूजा आयोजित की गई, जहां आरोग्य और जनकल्याण की प्रार्थना की गई।

    नरक चतुर्दशी आज, दीपावली 20 को

    धनतेरस के बाद रविवार को छोटी दीपावली मनाई जाएगी, जिसे नरक चतुर्दशी व काली चौदस भी कहते हैं। यह कार्तिक कृष्ण पक्ष चतुर्दशी तिथि को मनाने का विधान है। इस बार कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी तिथि का आरंभ 19 अक्टूबर को दोपहर 1:51 बजे होगा और समापन 20 अक्टूबर को दोपहर 3:44 बजे होगा। ऐसे में छोटी दीपावली 19 अक्टूबर को मनाना शास्त्र सम्मत होगा।

    वहीं कार्तिक अमावस्या 20 अक्टूबर को मनाई जाएगी क्योंकि दीपावली रात्रि का पर्व है और इसका संबंध प्रदोष काल और निशीथ काल से है और इस बार यह शुभ मुहूर्त 20 अक्टूबर को ही अमावस्या तिथि के साथ मिल रहा हैं इसलिए 20 अक्टूबर को ही दीपावली मनाना शास्त्र-सम्मत है। लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 7ः07 बजे से रात 8ः16 बजे तक रहेगा।

    गोवर्धन अर्थात अन्नकूट पूजा कार्तिक मास, शुक्ल पक्ष प्रतिपदा तिथि को मनाएंगे। प्रतिपदा तिथि 21 अक्टूबर को शाम 5:54 बजे लगेगी और 22 अक्टूबर को रात 8:16 बजे तक रहेगी। ऐसे में उदयातिथि के अनुसार, 22 अक्टूबर को ही गोवर्धन पर्व मनाना शास्त्र सम्मत होगा।


    भाई दूज 23 को



    वहीं भाई दूज का पर्व कार्तिक मास, शुक्ल पक्ष द्वितीया तिथि को मनाया जाएगा। 22 अक्टूबर को रात 8:16 बजे कार्तिक शुक्ल द्वितीया तिथि का आरंभ होगा और 23 अक्टूबर रात 10:46 बजे तक रहेगी। पंचांग गणना के अनुसार भाई दूज पर्व 22 तारीख को मनाया उचित होगा।