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    कभी भी कट सकता है 50 हजार लोगों का बिजली कनेक्शन! DVVNL का 200 करोड़ रुपया बकाया

    Updated: Thu, 06 Nov 2025 12:18 PM (IST)

    दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (डीवीवीएनएल) को 50 हजार से ज्यादा बकाएदारों से बिल वसूली में मुश्किल हो रही है। छह महीने से बिल जमा न करने वालों को चिन्हित किया गया है और उनके कनेक्शन काटे जा रहे हैं। किश्तों में भुगतान का विकल्प भी दिया जा रहा है, पर लोग तैयार नहीं हैं। राजनीतिक हस्तक्षेप के कारण सख्ती नहीं हो पाती।

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    प्रस्तुतीकरण के लिए सांकेतिक तस्वीर का प्रयोग किया गया है।

    जागरण संवाददाता, आगरा। दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड (डीवीवीएनएल) के 50 हजार से अधिक बकाएदारों से बकाया वसूलना मुश्किल हो रहा है। टीम के साथ मारपीट तक की नौबत आ रही है। जिस वक्त से बकाया शुरू हुआ, उसी वक्त सख्ती कर ली गई होती तो, आज वसूली के लिए इतने प्रयास नहीं करने होते। अब बकाएदारों के कनेक्शन काटे जा रहे हैं। हालांकि बकाएदारों से किश्तों में बकाया जमा करने के लिए भी कहा जा रहा है, लेकिन वे जमा करने के लिए तैयार नहीं हैं। झगड़े पर उतारू हैं।

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    बकाया जमा न करने वालों के विरुद्ध होगी सख्त कार्रवाई

     

    जिन उपभोक्ताओं ने पिछले छह माह से बिल जमा नहीं किया है, उन्हें चिन्हित किया गया है। ऐसे बकाएदारों की सूची को संबंधित अवर अभियंता को सौंपा गया है, जिसके आधार पर बकाया वसूला जाना है। घर घर जाकर लाइनमैन से लेकर अन्य स्टाफ के साथ अवर अभियंता बकाया जमा करने के लिए अपील कर रहे हैं। उन्हें किश्तों में भी जमा करने के लिए कहा जा रहा है। कुछ तो कर भी रहे हैं, तो कुछ बिल्कुल भी जमा नहीं कर रहे हैं।

     

    छह माह से बिल जमा न करने वालों को किया गया है चिन्हित

     

    किरावली क्षेत्र में टीम के साथ कहासुनी भी हुई। सेवानिवृत्त अधीक्षण अभियंता वीके सिंह का कहना है कि जिस माह का बकाया हो, उसी माह बिजली काट देनी चाहिए। टोरेंट की तरह कार्रवाई करने से बकाया नहीं बढ़ेगा। उन्होंने यह भी स्वीकारा कि राजनीतिक लोग सख्ती नहीं करने देते हैं। सिफारिशी फोन आने शुरू हो जाते हैं। जिस कारण से सख्ती धरी रह जाती है। इस कार्य में सामाजिक स्तर पर बिना सहयोग मिले संभव नहीं है। ग्रामीण मारपीट पर उतारू हो जाते हैं। इसलिए सरकारी कर्मचारी ऐसी परिस्थितियों से बचना चाहते हैं।

    वहीं मुख्य अभियंता कपिल सिंधवानी का कहना है कि बकाएदारों को किश्तों में भी बकाया जमा करने के लिए कहा जा रहा है, लेकिन इसके अच्छे परिणाम नही आ रहें हैं। मजबूरी में कनेक्शन काटे जान की कार्रवाई करनी पड़ रही है।